
सोने के बाद सपने आना कोई नई बात नहीं है. रिसर्च के अनुसार निद्रावस्था में हर व्यक्ति को रोजाना दो से तीन बार सपने आते हैं. कई बारे सपने अच्छे आते हैं तो कई बार बुरे. कुछ सपने जागने के बाद याद रह जाते हैं और अधिकांश सपने लोग भूल जाते हैं. लेकिन कई सपने ऐसे होते हैं जो बेहद डरावने होते हैं और वो हमारी नींद खराब कर देते हैं. यहां तक की कई लोग बुरे सपने देखने के बाद पूरी रात नहीं सो पाते. क्योंकि, वही चीजें बार बार दिमाग में रिपीट होती रहती है. वास्तु शास्त्र में बुरे सपने को अच्छा संकेत नहीं माना जाता है. आइए जानते हैं कि बुरे सपने किन बातों के संकेत होते हैं और इससे कैसे बचा जाए.
बुरे सपने किन बातों के हैं संकेत ?
कई बार जो चीजें हम दिन में देखते हैं या सुनते हैं चाहे वो अच्छी बातें हो या बुरी वही सपने में आता है. लेकिन कई बार व्यक्ति मानसिक दबाव में होता है जिसे वह सामान्य तौर पर नहीं समझ पाता. रात को लगातार बुरे सपने आने के पीछे इस बात का भी संकेत हो सकता है कि व्यक्ति तनाव से गुजर रहा है या वह किसी मानसिक बीमारी का शिकार हो चुका है. जैसे कि बाइपोलर डिसऑर्डर, डिप्रेशन, सिजोफ्रेनिया. ऐसे में डॉक्टर से कंसल्ट करना चाहिए. वास्तु कहता है कि लगातार बुरे सपने आने का मतलब है कि व्यक्ति के बीमार पड़ने की संभावना ज्यादा है.
बुरे सपने से बचाव के उपाय
सोने से पहले अपने इष्टदेव का ध्यान करें और उनको पुरे दिन के लिए धन्यवाद कहें. अगर बुरे सपने लगातार आए हो तो 5 शनिवार तक शनि मंदिर में जाएं और दीया जलाकर उसमें अपना चेहरा देखें और फिर उसे दीये को दान कर दें. इसके अलावा रात को कपूर जलाकर सोना शुभ माना जाता है. मान्यता है कि इससे नेगेटिविटी दूर होती है. अगर बात वास्तु टिप्स की करें तो जिस कमरे में आप सोते हैं उस कमरे में रात को एक कपड़े में फिटकरी बांधकर रख दें बुरे सपने आने बंद हो जाएंगे. डरावने सपने को दूर करने में लोहे की चाबी या छोटी कैंची भी काफी सहायक होते हैं. जिस जातक को बुरे सपने परेशान करते हों वह अपने तकिया के नीचे इसे रखकर सो सकते हैं.