घर खरीदना हर इंसान का सपना होता है. एक चाहत होती है कि अपना घर हो जहां सुख-शांति से रह सकें. लोग घर तो बना लेते हैं लेकिन सुख-शांति नहीं रह पाती. वास्तु दोष की वजह से समस्याएं आती रहती है. तरक्की नहीं हो पाती और इंसान कर्ज में डूब जाता है. ऐसे में अगर आप घर खरीदने या बनाने की प्लानिंग कर रहे हैं तो वास्तु टिप्स को जरूर अपनाएं. इससे आपके घर में खुशहाली, सुख-शांति रहेगी और आपकी तरक्की भी होगी. तो आइये जानते हैं कुछ आसान वास्तु टिप्स जिसे आप घर खरीदने या बनाने से पहले जरूर फॉलो करें.
घर बनाते समय सबसे ज्यादा ध्यान दिशाओं का रखना होता है. दिशाओं का बहुत महत्व होता है. इसमें सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह की ऊर्जाएं होती है. पूजा घर से लेकर रसोई और बेडरूम तक सभी सही दिशा में होना चाहिए.
ऐसा हो पूजा घर
मकान में पूजा स्थल या पूजा करने का कमरा सबसे महत्वपूर्ण है. यह ध्यान रखें कि सीढ़ी के नीचे पूजा घर नहीं बनाना चाहिए. पूजा घर से ऊपर या नीचे शौचालय नहीं होना चाहिए. नक्शा बनवाते वक्त इसका विशेष ध्यान रखें. कोशिश करें कि पूजा घर में प्रतिमा स्थापित नहीं करें क्योंकि प्राण प्रतिष्ठित प्रतिमा का उस तरह से ध्यान नहीं रखा जा सकता जैसा रखा जाना चाहिए. छोटी मूर्तियां या चित्र ही पूजा घर में लगानी चाहिए. फटे चित्र या खंडित मूर्ति घर में नहीं लगाएं, इसे जल में विसर्जन कर दें. पूजा घर रसोई या बेडरूम में नहीं होना चाहिए.
अग्नि कोण में हो रसोई
रसोई के लिए दक्षिण-पूर्व दिशा सबसे अच्छी होती है. दक्षिण-पूर्व दिशा को अग्नि कोण कहा जाता है. इस दिशा में रसोई बनाना अच्छा माना जाता है. ऐसा कहा जाता है कि इस दिशा में रसोई हो तो घर में कभी अन्न की कमी नहीं होती है.
दक्षिण-पश्चिम में बेड रूम
आपके घर में सबसे महत्वपूर्ण होता है बेडरूम. इसे दक्षिण-पश्चिम(South-West) में होना चाहिए. घर के मालिक को इसी दिशा के कमरे में सोना चाहिए. ये भी कहा जाता है कि नवविवाहित दंपति को दक्षिण-पश्चिम का ही कमरा देना चाहिए. इससे पति-पत्नी में संबंध मधुर होते हैं.
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