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Navagraha and Happiness: जीवन में कब हासिल होता है सुख... नौकरी-व्यापार से लेकर सेहत का सुख कैसे हासिल कर सकते हैं... इसका नवग्रहों से क्या है संबंध... यहां जानिए सबकुछ

Navgraha's Relation with Happiness: जीवन में सुख कब हासिल होता है. सुख का नवग्रहों से क्या संबंध है. सेहत का सुख पाने के लिए क्या उपाय करें. नौकरी और व्यापार का सुख कैसे हासिल करें. वैवाहिक सुख पाने के महाउपाय कौन से हैं. धन का सुख कैसे हासिल करें. आइए इन्हीं सारे सवालों के जवाब जानते हैं.

Navgraha's Relation with Happiness Navgraha's Relation with Happiness
हाइलाइट्स
  • सेहत का सुख पाने के लिए कुंडली का चंद्रमा और लग्न का स्वामी होते हैं जिम्मेदार 

  • नौकरी और रोजगार का सुख मिलता है तो शनि और बृहस्पति से 

Astrology for Happiness and Success: कैसे मिलेगी सुंदर काया, कैसे मिलेगी हाथ में 'माया', खुशहाल जिंदगी का क्या है नुस्, कब आती है जिंदगी में संपन्नता, ये ऐसे तमाम सवाल हैं, जो हर किसी की लाइफ में होते हैं. हर कोई शानदार जीवन जीना चाहता है लेकिन सबकी किस्मत ऐश्वर्य से भरी नहीं होती है.

हर कोई सुखी जीवन जीना चाहता है. कोई नहीं चाहता कि उसे कभी दुख का सामना करना पड़ा. ज्योतिष का विज्ञान कहता है कि सुख का आना और दुख का जाना, दोनों ही नवग्रह की चाल पर निर्भर करता है. जी हां, कुंडली की चाल ही सुख का निर्धारण करती है. चलिए जानते हैं क्या है सुख और ग्रहों का सुख से क्या नाता है? 

सुख का ग्रहों से संबंध 
ज्योतिष में सुख मुख्य रूप से चंद्रमा से देखा जाता है. इसके अलावा सुख के लिए शुक्र की भी भूमिका होती है. कुंडली के हर ग्रह और हर भाव से अलग-अलग तरह का सुख देखा जाता है. हस्तरेखा में, हथेलियों के रंग से सुख की स्थिति देखी जाती है. इसके अलावा आपका मस्तक भी सुख के बारे में बताता है. जीवन में सुख कई तरह के होते हैं. जिनके लिए हम अपने जिंदगी में जद्दोजहद करते रहते हैं. उनमें सेहत, वैवाहिक जीवन या नौकरी रोजगार जैसे सुख होते हैं. 

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कब मिलता है सेहत का सुख 
सेहत का सुख पाने के लिए कुंडली का चंद्रमा और लग्न का स्वामी जिम्मेदार होते हैं. चंद्रमा के मजबूत होने पर व्यक्ति का स्वास्थ्य अच्छा रहता है. यदि चंद्रमा कमजोर है लेकिन बृहस्पति अच्छा है, तब भी सेहत का सुख मिल जाता है. राहु के खराब होने पर सबसे ज्यादा सेहत में समस्या होती है. अच्छा स्वास्थ्य होने के बावजूद व्यक्ति वहम का शिकार होता है. शनि के कारण सेहत का सुख लंबे समय तक मिलने में बाधा आती है.

सेहत का सुख पाने के उपाय 
1. सोमवार को उपवास रखें. 
2. शिव जी की आराधना करें. 
3. हर शनिवार को अन्न या भोजन का दान करें. 
4. अपनी कुंडली के लग्न के स्वामी का रत्न धारण करें. 
5. अपने सिरहाने जल में डुबा कर कुश घास रखें. 
6. हर रोज माता-पिता के पैर छुएं.

नौकरी और रोजगार का सुख 
नौकरी और रोजगार का सुख या तो शनि से मिलता है या बृहस्पति से दोनों में से कोई एक भी मजबूत हो तो रोजगार की समस्या नहीं हो सकती. यदि दोनों कमजोर हों तो रोजगार के लिए ठोकर खानी पड़ती है. शनि के खराब होने पर नौकरी में स्थिरता ही नही आती. बृहस्पति के खराब होने पर रोजगार के लिए व्यक्ति खुद अपना नुकसान कर लेता है.

नौकरी और रोजगार का सुख पाने का उपाय 
1. नित्य सायंकाल शनिमंत्र का जाप करें. 
2. माथे पर सफेद चंदन का तिलक लगाएं. 
3. एक लोहे का छल्ला मध्यमा अंगुली में धारण करें. 
4. रसोई में पूरी तरह साफ-सफाई रखें. 
5. शनिवार को काले चने जरूर खाएं. 

वैवाहिक जीवन का सुख 
महिलाओं के विवाह सुख के लिए बृहस्पति जिम्मेदार होता है. पुरुषों के वैवाहिक सुख के लिए चन्द्र और शुक्र जिम्मेदार होते हैं. कुल मिलाकर वैवाहिक सुख शुक्र से ही नियंत्रित होता है. वैवाहिक सुख में सबसे ज्यादा बाधा शुक्र और मंगल के ख़राब होने से आती है. इसके अलावा यदि बृहस्पति गड़बड़ हुआ तो विवाह ही नहीं होता. 

वैवाहिक सुख पाने के उपाय 
1. नित्य प्रातः सूर्य को हल्दी मिलाकर जल अर्पित करें. 
2. हर बृहस्पतिवार को विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें. 
3. केले की जड़ पीले धागे में बांधकर गले में धारण करें. 
4. घर के मुख्य द्वार पर बृहस्पतिवार को हल्दी से स्वस्तिक बनाएं. 
5. जहां तक हो सके घर में शुक्रवार को चावल की खीर जरूर बनाएं और खाएं

धन-संपत्ति का सुख
कहते हैं कि जिस घर में मां लक्ष्मी का वास होता है, वो घर सर्वसंपन्न होता है. उस घर के वासी सभी ऐश्वर्यों का भोग करते हैं. धन का सुख मुख्य रूप से बृहस्पति और शनि से मिलता है लेकिन धन का वैभव शुक्र से मिलता है. संपत्ति के सुख के लिए मंगल जिम्मेदार होता है. कभी कभी केवल एक ग्रह भी अपार धन सम्पत्ति दे देता है,

धन-संपत्ति पाने का महाउपाय 
1. घर के पूजा स्थान पर एक चांदी का स्वस्तिक स्थापित करके पूजा करें.
2. हर शनिवार को घर में सुंदर कांड का पाठ करें. 
3. किचन में चावल के ढेर में चांदी का सिक्का रखें.