हिन्दू परंपरा में स्त्रियाँ अपने पति की दीर्घायु और सुखद वैवाहिक जीवन के लिए तमाम व्रत का पालन करती हैं. वट सावित्री व्रत भी सौभाग्य प्राप्ति के लिए एक बड़ा व्रत माना जाता है. यह ज्येष्ठ कृष्ण अमावस्या को मनाया जाता है. इसके साथ सत्यवान-सावित्री की कथा जुडी हुई है. जिसमे सावित्री ने अपने संकल्प और श्रद्धा से, यमराज से, सत्यवान के प्राण वापस ले लिए थे. महिलाएं भी संकल्प के साथ अपने पति की आयु और प्राण रक्षा के लिए इस दिन व्रत और संकल्प लेती हैं. इस व्रत को करने से सुखद और सम्पन्न दाम्पत्य का वरदान मिलता है.
In this video, Pandit Shailendra Pandey is telling about the auspicious time, puja method and date of Vat Savitri fast.