हनुमान जी ने बचपन में फल समझकर सूर्य को निगल लिया था. बाद में हनुमान जी ने सूर्य देव से ही शिक्षा प्राप्त की थी. सूर्य देव के सामने हनुमान चालीसा पढ़ने से सूर्य देव और हनुमान जी, दोनों की कृपा मिलती है.
Hanuman ji had swallowed the sun in his childhood, considering it a fruit. Later Hanuman ji had received education from Sun God only. By reciting Hanuman Chalisa in front of Sun God, one gets the blessings of both Sun God and Hanuman ji.