

दुनियाभर के लोग जहां आजीविका की तलाश में घर से दूर जाने के लिए मजबूर होते हैं, वहीं बिहार के मुजफ्फरपुर में रहने वाले संगीत गुरु संजय कुमार ने एक ऐसा बिजनेस मॉडल तैयार किया है जिसमें वह घर बैठे लाखों कमा रहे हैं.
संजय कुमार उर्फ संजू बाबा को अब 'एडेनियम बाबा' के नाम से जाना जाता है. इसकी वजह यह है कि वह अपने घर की छत पर एक एडेनियम उर्फ डेजर्ट रोज (Desert Rose) के पेड़ से हजारों एडेनियम के पौधे तैयार कर चुके हैं. खास बात यह है कि वह घर बैठे इस बिजनेस से लाखों रुपए कमा रहे हैं. आइए जानते हैं क्या है संजय कुमार का बिजनेस मॉडल.
कैसे एडेनियम बाबा बने संजय कुमार?
संजय जोगार वाली सीड्स ट्रे में कोकोपीट (नारियल की भूसी) में बीज लगाते हैं. दस दिन में बीज से पौधा निकल आता है. इसके बाद वह उसे दूसरी ट्रे में ट्रांसफर कर देते हैं. यहां वह इसे दो महीने तक छोड़ देते हैं. इससे पौधा अपना रूप ले लेता है. वह उस पौधे को नर्सरी वाले को पैकेट में डालकर एक बार में एक हजार पौधा सप्लाई करते हैं. इससे उनकी अच्छी आमदनी हो जाती है.
10 साल पहले शुरू हुआ था सफर
संजय का 'संजय कुमार' से एडेनियम बाबा बनने का सफर 10 साल पहले शुरू हुआ जब वह एक नर्सरी से डेजर्ट रोज का पौधा खरीदकर ले आए. उन्होंने अपनी छत पर यह पौधा लगाया. एक पौधे से दो हुए और दो से चार. इस तरह उनके पास एडेनियम के हजारों पौधे हो गए. शुरुआत में वह ये पौधे पड़ोसियों और रिश्तेदारों को मुफ्त में देते थे लेकिन अब वह नर्सरी वालों को 50 रुपए प्रति पौधा सप्लाई करते हैं.
संजय कहते हैं, "मैं 10 साल पहले 50 रुपए में एक एडेनियम का पौधा खरीदकर लाया था. मैंने इसे अपने टैरिस गार्डेन में लगाया. परागण (Pollynation) के जरिए मैंने इस फूल की 35 से ज्यादा वैराइटी तैयार की हैं."
संजय का बिजनेस बड़े स्तर पर सस्टेनेबल इसलिए है क्योंकि वह सीड्स ट्रे में एडेनियम के बीज डालकर एक बार हजारों पौधे तैयार कर रहे हैं. वह बताते हैं कि उनके इस बिजनेस में लागत शून्य के बराबर है. एडिनियम की बीज को सीड्स ट्रे में डालकर दस दिनों में पौधा उग आता है. वह एक बार में नर्सरी को एक हजार पौधे तक सप्लाई कर रहे हैं.