प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को अयोध्या में राम मंदिर के प्रतिष्ठा समारोह में हिस्सा लिया. अनुमान है कि राम मंदिर उद्घाटन समारोह से पहले, अयोध्या शहर के पुनरुद्धार और पुनर्विकास के लिए 10 बिलियन डॉलर (लगभग 85,000 करोड़ रुपये) से अधिक खर्च किए गए थे. साथ ही और अधिक फंड जुटाने की भी योजना थी.
पर्यटन से भारत को लगभग 200 बिलियन डॉलर की कमाई होती है. भारत की अर्थव्यवस्था में इसका 7% का योगदान है. एक नई रिपोर्ट से पता चलता है कि अयोध्या के इस व्यापक पुनरुद्धार से उत्तर प्रदेश सरकार को 25,000 हजार करोड़ से अधिक का कर राजस्व प्राप्त हो सकता है. पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, ब्रोकरेज फर्म जेफरीज के अनुसार, अयोध्या के कुल मेकओवर में लगभग 85,000 करोड़ की लागत आई है, जिसमें नया हवाई अड्डा, पुनर्निर्मित रेलवे स्टेशन, टाउनशिप, बेहतर सड़क कनेक्टिविटी आदि शामिल हैं.
वेटीकन सिटी से ज्यादा पर्यटक
जेफरीज़ की रिपोर्ट में इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि अयोध्या का यह विशाल बदलाव एक वर्ष में शहर में 50 मिलियन से अधिक पर्यटकों को आकर्षित कर सकता है. अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में प्रति वर्ष अनुमानित 30-35 मिलियन लोग आते हैं, जबकि तिरूपति मंदिर में 25-30 मिलियन लोग आते हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि वैश्विक स्तर पर, वेटिकन सिटी में हर साल लगभग 9 मिलियन पर्यटक आते हैं और सऊदी अरब के मक्का में लगभग 20 मिलियन पर्यटक आते हैं.
अयोध्या को हो सकता है 4 लाख करोड़ का फायदा
अयोध्या में पर्यटन में सहायता के प्रयास में, शहर में हवाई अड्डे का फेज 1 अब चालू है, जिसमें 10 लाख यात्रियों की परिचालन क्षमता है. इसे जल्द ही 2025 तक 6 मिलियन तक बढ़ा दिया जाएगा. इसके अलावा, रेलवे ने अपनी क्षमता भी दोगुनी कर 60,000 यात्री प्रति दिन कर दी है. वर्तमान में अयोध्या में 590 कमरों वाले लगभग 17 होटल हैं. 73 नए होटल पाइपलाइन में हैं, जिनमें से 40 पहले से ही निर्माणाधीन हैं. जहां इंडियन होटल्स, मैरियट और विंडहैम पहले ही होटलों के लिए सौदे पर हस्ताक्षर कर चुके हैं. वहीं आईटीसी अयोध्या में संभावनाएं तलाश रही है. OYO की योजना अयोध्या में 1,000 होटल कमरे जोड़ने की है.
टूरिज्म सेक्टर में सबसे आगे अयोध्या
इकोनॉमिक टाइम्स ने एसबीआई की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि आने वाले वर्षों में अयोध्या और उत्तर प्रदेश के लिए कई एजेंसियों द्वारा किए गए पर्यटन अनुमानों को ध्यान में रखते हुए, यह संभावना है कि उत्तर प्रदेश में पर्यटकों द्वारा कुल खर्च वर्ष के अंत तक 4 लाख करोड़ के आंकड़े को पार कर सकता है.
उम्मीद है कि आने वाले वर्षों में अयोध्या का राम मंदिर जल्द ही मक्का और वेटिकन की तरह एक वैश्विक पर्यटन स्थल में बदल सकता है, जो उत्तर प्रदेश के राजस्व में बड़े पैमाने पर योगदान देगा. जेफरीज़ के अनुसार, टूरिज्म सेक्टर में अयोध्या के बढ़ने से स्पाइसजेट लिमिटेड, अकासा एयर लिमिटेड, मेकमायट्रिप लिमिटेड, इंडियन होटल्स कंपनी, ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज लिमिटेड और हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड सहित अन्य कंपनियों के कारोबार को बढ़ावा मिलेगा.