भारत में अलग-अलग तरह के पकवान बनते हैं. इसमें से कई दुनियाभर में मशहूर हैं. इसमें बिरयानी भी शामिल है. देश में वेज और नॉनवेज बिरयानी की खूब डिमांड है. इसके देखते हुए दो दोस्तों ने एक स्टार्टअप शुरू किया. इनका मकसद पारंपरिक तरीके से बनी हाई क्वालिटी बिरयानी को लोगों तक पहुंचाना और स्टार्टअप को ब्रांड बनाना था. कौशिक रॉय और विशाल जिंदल की ये कोशिश कामयाब हुई. आज उनका स्टार्टअप 'बिरयानी बाय किलो' (Biryani By Kilo) करोड़ों का कारोबार कर रहा है.
विशाल और कौशिक का आइडिया-
बिरयानी बाय किलो की शुरुआत विशाल जिंदल और कौशिक रॉय ने की है. कौशिक रॉय कंपनी के फाउंडर और सीईओ हैं. जबकि विशाल फाउंडर और को-सीईओ हैं. विशाल जिंदल ने IIT BHU से पढ़ाई की है. पढ़ाई पूरी करने के बाद विशाल ने एक साल तक अमेरिका में काम किया. साल 1996 में जब विशाल भारत लौटे तो उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक्स ट्रेडिंग कंपनी शुरू की. दूसरे देशों से सामान लाते थे और उसे आईबीएम और एचपी जैसी कंपनियों को सप्लाई करते थे. लेकिन वो अपने काम से संतुष्ट नहीं थे. इसके बाद विशाल ने कौशिक के साथ मिलकर देश में बिरयानी प्रेमियों के लिए एक स्टार्टअप शुरू करने का प्लान बनाया.
शुरुआत से शिखर तक का सफर-
विशाल और कौशिक ने साल 2015 में 'बिरयानी बाय किलो' की शुरुआत की. शुरुआती दिनों में ज्यादा बिरयानी नहीं बिकती थी. लेकिन शुरुआत अच्छी थी. संस्थापकों के पास बड़ा विजन था. उनको फूड इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाने का पूरा भरोसा था. धीरे-धीरे उनकी हाई क्वालिटी की बिरयानी मार्केट पर छाने लगी.
पिछले 9 साल में बिरयानी बाय किलो कंपनी ने तेजी से अपना विस्तार किया है. देश के 45 शहरों में 100 से अधिक आउटलेट्स हैं. कंपनी का साम्राज्य 800 करोड़ से ज्यादा का है.
कंपनी 4 तरह की बिरयानी बेचती है. इसमें हैदराबादी, कोलकाता, लखनवी और गुंटूर शामिल हैं. ये किस्में स्वाद भी अलग-अलग हैं. इनकी रेसिपी अलग है. इसके अलावा कस्टमर को कबाब, कोरमा और डेसर्ट भी पेश किया जाता है.
ऑर्डर पर बनाई जाती है बिरयानी-
इस कंपनी की सबसे खास बात ये है कि यहां बिरयानी तब बनाई जाती है, जब कोई ऑर्डर आता है. इसलिए बिरयानी बनाने के लिए कस्टमर से कम से कम एक घंटे का वक्त मांगा जाता है. नॉनवेज बिरयानी में ताजा मीट का इस्तेमाल होता है. जबकि वेज बिरयानी में ताजी सब्जियों का इस्तेमाल होता है. बिरयानी में कई तरह से मसालों का इस्तेमाल होता है. जिसे देश के कई राज्यों में लाया जाता है.
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