जिस उम्र में कर्मचारी रिटायर होते हैं, कामकाज को अलविदा कहते हैं, उस उम्र में कृष्णदास पॉल ने बिजनेस शुरू किया और कुछ सालों में ही करोड़ों का कारोबार खड़ा कर दिया. कृष्णदास ने पुश्तैनी बिजनेस से करियर की शुरुआत की. काफी समय तक उन्होंने पुश्तैनी बिजनेस किया. लेकिन वो फैमिली बिजनेस के अलावा कुछ अलग करना चाहते थे. उन्होंने इसी जुनून के चलते रिटायरमेंट की उम्र में बिजनेस शुरू किया और सफलता हासिल की. कृष्णदास ने साल 2000 में बिस्क फार्म (Bisk Farm) की शुरुआत की और आज करोड़ों में उनका कारोबार है.
कृष्णदास पॉल की फैमिली-
कृष्णदास पॉल का जन्म 11 अगस्त 1943 को पश्चिम बंगाल के कमारकिता (Kamarkita) गांव में हुआ था. साल 1947 में उनके पिता एक डिस्ट्रिब्यूशन बिजनेस शुरू किया. कृष्णदास जब बड़े हुए तो उन्होंने भी पुश्तैनी बिजनेस में हाथ आजमाया. बिजनेस ठीक-ठाक चल रहा था. लेकिन साल 1975 में परिवार का बंटवारा हुआ तो 3 लाख सालाना की कमाई वाले बिजनेस का भी बंटवारा हुआ. इसके बाद कृष्णदास पॉल ने इस पुश्तैनी बिजनेस को बढ़ाया.
26 साल तक पुश्तैनी बिजनेस किया-
कृष्णदास पॉल ने 26 साल तक पुश्तैनी बिजनेस किया. इस दौरान डाबर, रैकिट और बॉर्नवीटा जैसे ब्रांड्स का डिस्ट्रिब्यूशन का कामकाज किया. लेकिन कृष्णदास के मन में अपना बिजनेस शुरू करने इच्छा दबी रही. आखिरकार जिस उम्र में लोग रिटायर होते हैं, उस उम्र में कृष्णदास पॉल ने अपना बिजनेस शुरू किया. कृष्णदास ने पहले फैमिली बिजनेस छोड़ दिया और उसके बाद अपना कारोबार शुरू किया.
कृष्णदास ने बनाई अपनी कंपनी-
कृष्णदास पॉल ने अपने बच्चों के नाम से एक कंपनी बनाई. जिसका नाम SAJ Foods रखा. उन्होंने अपने तीनों बच्चों शर्मिष्ठा, अपर्ण और जयीता के पहले अक्षर को लेकर कंपनी का नाम रखा. इस कंपनी के तहत शुगर फ्री बिस्कुट बनाने का प्लान था. इसके तहत साल 2000 में बिस्क फार्म (Bisk Farm) की शुरुआत की गई.
कंपनी का पहला प्रोडक्ट-
SAJ फूड्स ने अपना पहला प्रोडक्ट लॉन्च किया. जिसे गुगली (Googly) नाम दिया गया. लेकिन इसे उतनी सफलता नहीं मिली. धीरे-धीरे कंपनी नुकसान में जाने लगी. साल 2004 तक बिस्क फार्म को 15 करोड़ का नुकसान हुआ. इसके बाद कृष्णदास ने पूर्वी भारत में फोकस किया और 7 नए क्षेत्रीय प्रोडक्ट लॉन्च किए. इस बार कृष्णदास को खूब सफलता मिली. इस कंपनी के बिस्कुट पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार और ओडिशा में काफी पॉपुलर हुआ. धीरे-धीरे कंपनी की ग्रोथ करने लगी. साल 2008 तक कंपनी की सेल 200 करोड़ पहुंच गई. आज कंपनी का कारोबार 2000 करोड़ से ज्यादा का हो गया है.
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