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Budget 2022: 10 दिन तक अस्पताल भी नहीं जा सकते हैं बजट तैयार करने में जुटे कर्मचारी, बजट से जुड़े इन फैक्ट्स के बारे में नहीं जानते होंगे आप

1 फरवरी 2022 को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सुबह 11 बजे केंद्रीय बजट पेश करेंगी. बजट प्रस्तुति की अवधि 90 मिनट से 120 मिनट तक होने की संभावना है. हालांकि, पिछले साल वित्त मंत्री का भाषण लगभग 2 घंटे 40 मिनट तक चला, जो स्वतंत्र भारत के इतिहास में सबसे लंबा था. 

Budget 2022: बजट से जुड़े रोचक तथ्य Budget 2022: बजट से जुड़े रोचक तथ्य
हाइलाइट्स
  • 1 फरवरी 2022 को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण केंद्रीय बजट 2022-23 पेश करेंगी.

  • अगर आप भी इस साल बजट सेशन देखना चाहते हैं तो अपने फोन पर आसानी से देख सकेंगे.

1 फरवरी 2022 को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) वित्त वर्ष 2022-23 के लिए केंद्रीय बजट (Union Budget 2022-23)  पेश करेंगी. पिछली बार की तरह इस बार भी बजट पेपरलेस फॉर्म में होगा. लेकिन इस बार बजट प्रक्रिया से जुड़ी सालों पुरानी परंपरा टूट गई है. दरअसल, भारत में केंद्रीय बजट पेश करने से पहले हलवा बनाने का इतिहास रहा है. बजट पेश करने से पहले हलवा खिला कर सबका मुंह मीठा कराया जाता है. लेकिन इस साल पहली बार दिल्ली में महामारी की स्थिति को देखते हुए पारंपरिक 'हलवा समारोह' को कैंसिल कर दिया गया है. इस बार कोरोना महामारी के कारण हलवे के बदले सबको मिठाई खिलाई गई. बजट सामने आने से पहले आइए जानते हैं इससे जुड़ी कुछ रोचक जानकारियां. 

प्रिंट नहीं किए जाएंगे दस्तावेज

* बजट जहां 1 फरवरी 2022 को पेश होगा. वहीं आर्थिक सर्वे 31 जनवरी को आएगा. बजट तैयार करने के लिए लगी कोर टीम में वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर, वित्त सचिव अजय भूषण पांडे, आर्थिक मामलों के सचिव तरुण बजाज, वित्तीय सेवा सचिव देबाशीष पांडा, दीपम सचिव तुहिन कांता पांडे, व्यय सचिव टीवी सोमनाथन, आर्थिक सलाहकार केवी सुब्रमण्यम और अन्य वरिष्ठ सलाहकार शामिल हैं. 

* 26 नवंबर, 1947 को स्वतंत्र भारत का पहला बजट पेश होने के बाद से यह दूसरा मौका होगा जब केंद्र सरकार के आय-व्यय विवरण के साथ-साथ वित्त विधेयक, नए वित्तीय वर्ष के लिए नए कर और अन्य उपायों का विवरण देने वाले दस्तावेज प्रिंट नहीं किए जाएंगे. 

मोबाइल एप पर देख सकेंगे बजट सेशन

* इस साल बजट डिजिटल होगा. अगर आप भी इस साल बजट सेशन देखना चाहते हैं तो अपने फोन पर आसानी से देख सकेंगे. इसके लिए लोकसभा सचिवालय ने एक नया एप, डिजिटल संसद (digital sansad app) लॉन्च किया है, 1 फरवरी 2022 को संसद में पेश होने के बाद केंद्रीय बजट 2022-23 मोबाइल एप पर उपलब्ध होगा. यह मोबाइल एप हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषा में उपलब्ध है, साथ ही एंड्रॉइड और आईओएस दोनों प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है. 

* इस एप को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने प्लान किया है. डिजिटल संसद में नागरिकों के लिए 1947 से लेकर अब तक के बजट भाषण, 12वीं लोकसभा से 17वीं लोकसभा तक की सदन की चर्चाएं, सांसदों के बारे में सामान्य जानकारी मिल सकेगी. एप में संसद की कार्यवाही, दिन की प्रमुख खबरों का भी लाइव प्रसारण देख सकेंगे. 

वित्त मंत्री सुबह 11 बजे केंद्रीय बजट पेश करेंगी

* 1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सुबह 11 बजे केंद्रीय बजट पेश करेंगी. बजट प्रस्तुति की अवधि 90 मिनट से 120 मिनट तक होने की संभावना है. हालांकि, पिछले साल वित्त मंत्री का भाषण लगभग 2 घंटे 40 मिनट तक चला, जो स्वतंत्र भारत के इतिहास में सबसे लंबा था. 

15 अगस्त 1947 को पेश किया गया था भारत का पहला बजट

* भारत का पहला बजट 15 अगस्त 1947 को पेश किया गया था. 6 नवंबर 1947 को आरके शनमुखम शेट्टी ने भारत के आजाद होने के तीन महीने के अंदर पेश किया गया था. हालांकि यह पूर्ण बजट नहीं था. 

* बजट फ्रेंच मूल का शब्द है. यह पुराने फ्रांसीसी शब्द bougette से निकला है जिसका अर्थ है 'चमड़े का छोटा पर्स'. 

10 दिन तक अस्पताल भी नहीं जा सकते हैं बजट से जुड़े कर्मचारी 
 
* बजट से जुड़े तमाम अधिकारियों और कर्मचारियों को इसे तैयार करने के लिए कड़े पहरे में रहना होता है. सभी कर्मचारी पूरी तरह से अपने परिवार और दोस्तों से कट जाते हैं, जिससे बजट को लेकर गोपनीयता बनी रहे. नॉर्थ ब्लॉक में स्थित मंत्रालय के दफ्तर में बाहरी लोगों और मीडिया के प्रवेश पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी जाती है. बजट बनाने के इस काम में लगभग 100 अधिकारी और कर्मचारी शामिल होते हैं. ऐसे में जब तक बजट पेश नहीं होता है इन्हें वित्त मंत्रालय की सुरक्षा व्यवस्था में रहना होता है. 

* इसके साथ ही पूरे मंत्रालय में कर्मचारी पर्सनल ई-मेल कार्यालय के सिस्टम पर नहीं चला सकते. वित्त मंत्रालय में 10 दिन के लिए डॉक्टरों की एक टीम भी तैनात रहती है. ताकि किसी भी कर्मचारी के बीमार पड़ने पर उसे वहीं मेडिकल सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकें. बीमार कर्मचारी को भी 10 दिनों के लिए अस्पताल में इलाज कराने की मनाही होती है. 

मोरारजी देसाई ने अपने जन्मदिन पर पेश किया था बजट 

* अब तक सबसे ज्यादा बार बजट पेश करने वाले मंत्रियों में मोरारजी देसाई का नाम शामिल है. उन्होंने 10 बार बजट पेश किया था. पी चिदंबरम ने आठ बार बजट पेश किया है. वहीं प्रणब मुखर्जी, यशवंत सिन्हा, वाईबी चौहान और सीडी देशमुख ने सात बार बजट पेश किया था. पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, यशवंत सिन्हा और अरुण जेटली ने लगातार पांच बार बजट पेश किया  था. मोरारजी देसाई देश के पहले वित्त मंत्री रहे जिन्होंने साल 1964 और 1968 में आम बजट अपने जन्मदिन के अवसर पर प्रस्तुत किया था. 

* वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण दूसरी भारत का बजट पेश करने वाली दूसरी महिला वित्त मंत्री हैं. इससे पहले इंदिरा गांधी ने साल 1970-71 में बजट पेश किया था.  

1955 तक सिर्फ अंग्रेजी में पेश होता था बजट

* साल 1955 तक भारत का पूर्ण बजट सिर्फ अंग्रेजी भाषा में ही पेश होता था. लेकिन वित्त वर्ष 1955-56 से बजट अंग्रेजी और हिंदी दोनों भाषा में छापा जाने लगा. 

2017 तक अलग पेश होता था रेल बजट

* 92 साल तक रेल बजट अलग से पेश किया जाता था. साल 2017 तक रेल बजट को पूर्ण बजट में शामिल नहीं किया जाता था, लेकिन बाद में उसे भी पूर्ण बजट के साथ ही पेश किया जाने लगा. 

* साल 1950 तक बजट की छपाई राष्ट्रपति भवन में स्थित प्रेस में होती थी, लेकिन वहां से बजट का कुछ हिस्सा लीक हो गया था. इसके बाद मिंटो रोड स्थित सरकारी प्रेस में इसकी छपाई होने लगी. 1980 से बजट की छपाई नॉर्थ ब्लॉक स्थित प्रेस में होती है. 

बजट तैयार करने से पहले बनती है ब्लू शीट

* बजट तैयार करने से पहले एक ब्लू शीट बनती है, जिसमें सभी प्रमुख आर्थिक आंकड़े रखे जाते हैं. इसके आधार पर ही बजट को तैयार किया जाता है. इस बजट शीट को वित्त मंत्री भी बाहर नहीं ले जा सकते. इसकी कस्टडी मंत्रालय के संयुक्त सचिव (बजट) के पास रहती है.