वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने बजट (Union Budget 2024) में नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) वात्सल्य पहल (Vatsalya) की घोषणा की है. इसे विशेष रूप से नाबालिगों के लिए डिजाइन किया गया है. इस नई योजना के तहत माता-पिता और अभिभावक कम उम्र से ही अपने बच्चों के भविष्य के लिए बचत शुरू कर सकेंगे. एनपीएस वात्सल्य का लक्ष्य बच्चों को एक सुरक्षित भविष्य देना है ताकि जब वे बड़े हों तो उनके पास आर्थिक सुरक्षा हो.
एनपीएस वात्सल्य क्या है?
NPS वात्सल्य मौजूदा राष्ट्रीय पेंशन योजना (NPS) का एक विस्तार है. इसे केंद्र सरकार ने व्यक्तियों को उनके रिटायरमेंट के दौरान मिलने वाली फाइनेंशियल सेफ्टी के लिए शुरू किया है. अब एनपीएस वात्सल्य के साथ, सरकार इसमें नाबालिगों को भी शामिल कर रही है. इससे बच्चों को आर्थिक सुरक्षा दी जा सकेगी.
एनपीएस वात्सल्य कैसे काम करता है?
एनपीएस वात्सल्य योजना के तहत, माता-पिता और अभिभावक अपने नाबालिग बच्चों के लिए एक तरह की पेंशन बना सकते हैं. ये एक तरह की सेविंग्स है जो समय के साथ जमा होती जाती है. इसके बाद एक बार जब बच्चा 18 साल का हो जाएगा, तो NPS वात्सल्य अपने आप एक नियमित एनपीएस खाते में बदल जाएगा. वित्त मंत्री सीतारमण ने अपने बजट भाषण में कहा, “18 साल की उम्र होने पर, वात्सल्य योजना को मूल रूप से एनपीएस योजना में बदला जा सकेगा."
एनपीएस वात्सल्य का फायदा
NPS वात्सल्य से बच्चों का भविष्य सुरक्षित हो सकेगा-
1. कम उम्र में पेंशन योजना शुरू करके, माता-पिता यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि उनके बच्चों के पास वयस्क होने तक पर्याप्त मात्रा में सेविंग्स हो.
2. एनपीएस वात्सल्य परिवारों को अपने बच्चों के भविष्य के लिए बचत करने का एक सीधा तरीका देता है, जिसमें समय के साथ पैसे जमा होते रहते हैं.
3. 18 साल की उम्र में नाबालिग का एनपीएस वात्सल्य अकाउंट रेगुलर एनपीएस अकाउंट में बदल जाएगा.
शिक्षा और रोजगार में फायदा
एनपीएस वात्सल्य के अलावा, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शिक्षा, रोजगार और कौशल विकास को लेकर अलग-अलग घोषणाएं की हैं. इन योजनाओं की मदद से देशा के युवा अपना सफल करियर बना सकेंगे.