वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट भाषण में सरकार की उपलब्धियां गिनाईं. उन्होंने कहा कि सरकार ने सर्वांगीण विकास किया है. सरकार ने 80 करोड़ लोगों को निशुल्क खाद्यान्न उपलब्ध कराया है. इसके साथ ही वित्त मंत्री ने बताया कि सरकार ने किसान सम्मान निधि के जरिए 11.8 करोड़ किसानों को आर्थिक मदद पहुंचाई है. चलिए आपको बताते हैं कि निर्मला सीतारमण ने सरकार की क्या-क्या उपलब्धियां गिनाई.
80 करोड़ को खाद्यान्न उपलब्ध कराया-
वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार ने खाद्यान्न चिंताओं को दूर किया है. उन्होंने कहा कि सरकार ने 80 करोड़ लोगों को निशुल्क खाद्यान्न उपलब्ध कराया है. उन्होंने बताया कि सरकार ने हर घर जल, सभी को बिजली, गैस, वित्तीय सेवाएं और बैंक अकाउंट खोलने का काम किया है. सरकार ने लोगों को मूलभूत आवश्यकताओं को पूरा किया है.
किसानों को फायदा-
वित्त मंत्री ने बताया कि सरकार ने किसानों को फायदा पहुंचाया है. उन्होंने कहा कि पीएम किसान योजना के तहत 11.8 करोड़ लोगों को आर्थिक मदद दी गई है. इसके अलावा 4 करोड़ किसानों को पीएम फसल बीमा योजना का लाभ दिया जा रहा है. इन योजनाओं के जरिए किसानों को सशक्त बनाने का काम किया जा रहा है.
युवाओं को सशक्त बनाने का काम-
सरकार ने युवाओं को सशक्त बनाने के लिए कई योजनाएं चलाई हैं. वित्त मंत्री ने कहा कि 3 हजार नए आईटीआई खोले गए हैं. 54 लाख युवाओं को ट्रेनिंग दी गई है. निर्मला सीतारमण ने बताया कि एशियाई खेलों में युवाओं को बड़ी कामयाबी मिली है. इसके अलावा सरकार ने 78 लाख स्ट्रीट वेंडर को मदद पहुंचाई है.
अर्थव्यवस्था में अभूतपूर्व परिवर्तन-
वित्त मंत्री ने कहा कि पिछले 10 सालों में अर्थव्यवस्था में अभूतपूर्व परिवर्तन आया है. देश साल 2014 में भारी चुनौतियों का सामना कर रहा था. लेकिन हमारी सरकार ने उन चुनौतियों का सामना किया और संरचनात्मक सुधार किए. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने सर्वांगीण, सर्वसमावेशी और सर्वव्यापी विकास की दिशा में काम किया. वित्त मंत्री ने कहा कि देश की इकोनॉमी सही दिशा में है. पारदर्शी शासन पर हमारी सरकार का फोकस है.
2047 तक विकसित राष्ट्र बनेगा भारत-
निर्मला सीतारमण ने कहा कि सरकार ने करप्शन और भाई-भतीजावाद को खत्म किया है. उन्होंने कहा कि हमारी नीतियों से ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों की आय बढ़ी है. वित्त मंत्री ने कहा कि साल 2047 तक भारत एक विकसित राष्ट्र बन जाएगा. हम लोगों को सशक्त बनाने का काम कर रहे हैं.
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