प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के नेतृत्व में केंद्र में लगातार तीसरी बार एनडीए की सरकार बनी है. मोदी 3.0 (Modi 3.0) का पहला बजट वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) पेश करेंगी.
वह 23 जुलाई 2024 को फाइनेंसियल ईयर 2024-25 के लिए आम बजट (Union Budget) पेश करेंगी. बजट सत्र 12 अगस्त 2024 तक चलेगा. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा चुनाव से पहले 1 फरवरी 2024 को अंतरिम बजट पेश किया था. चुनाव के बाद पेश किए जाने वाले बजट के लोकलुभावन होने की उम्मीद है.
सरकार कर सकती है बड़ा ऐलान
ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि मोदी सरकार इस बजट में प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PMJAY) और आयुष्मान भारत योजना (Ayushman Bharat Scheme) को लेकर कुछ बड़ा ऐलान कर सकती है. पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक मोदी सरकार आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के लाभार्थियों की संख्या और बीमा राशि दोनों को बढ़ाने पर विचार कर रही है. मोदी सरकार गरीब परिवारों को 10 लाख रुपए तक मुफ्त इलाज का तोहफा दे सकती है.
इतने करोड़ लोग आयुष्मान भारत योजना का उठा रहे लाभ
अभी देश के करीब 12 करोड़ परिवारों को आयुष्मान भारत (Ayushman Bharat) योजना के तहत 5 लाख तक के मुफ्त इलाज की सुविधा सरकारी और निजी अस्पतालों में मिलती है. सरकार का मानना है कि इलाज के बढ़ते खर्चों को देखते हुए इसके बीमा कवरेज भी बढ़ाया जाना चाहिए. ऐसे में बजट 2024 में इस कवरेज को 5 से बढ़ाकर 10 लाख रुपए किया जा सकता है.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 27 जून 2024 को संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए कहा था कि 70 वर्ष से अधिक आयु के सभी बुजुर्गों को भी आयुष्मान योजना में कवर किया जाएगा और उन्हें मुफ्त इलाज की सुविधा मिलेगी. इससे लाभार्थियों की संख्या 4 से 5 करोड़ और बढ़ जाएगी. यानी इस योजना के तहत आने वाले समय में कुल लाभार्थियों की संख्या करीब 17 करोड़ हो जाएगी.
सरकारी खजाने पर कितना बढ़ जाएगा खर्च
आयुष्मान भारत योजना के तहत कवरेज को दोगुना किए जाने से सरकारी खजाने पर खर्च बढ़ जाएगा. नेशनल हेल्थ अथॉरिटी का अनुमान है कि 10 लाख तक कवरेज किए जाने से योजना पर 12,076 करोड़ रुपए सालाना का अतिरिक्त बोझ आएगा.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने चुनाव से पहले 1 फरवरी 2024 को जो अंतरिम बजट पेश किया था, उसमें इस योजना के लिए 7,200 करोड़ रुपए का आवंटन किया था. अब इस योजना में 12,076 करोड़ रुपए और जुड़ने पर करीब 19 हजार करोड़ रुपए का खर्चा योजना पर आने का अनुमान है.
कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी का भी होता है इलाज
पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना को साल 2018 में लॉन्च किया था. इस योजना का फायदा गरीबी रेखा से नीचे वाले लोगों को अनुसूचित जनजाति से संबंध रखने वाले, ग्रामीण इलाकों में रहने वाले और ट्रांसजेंडर्स को दिया जाता है. इस योजना के तहत लाभार्थी के परिवार को 5 लाख तक का मुफ्त इलाज सरकारी और प्राइवेट दोनों अस्पतालों पर मिलता है.
इस योजना का लाभ आयुष्मान कार्ड धारकों को ही मिलता है. इस योजना के लिए ऑनलाइन और ऑनलाइन दोनों तरह से आवेदन किया जा सकता है. आयुष्मान भारत योजना के तहत कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी का भी इलाज किया जाता है.