टेस्ला के सीईओ एलन मस्क के खिलाफ अमेरिका की एक कोर्ट में मुकदमा दर्ज किया गया है. उनपर आरोप है कि उन्होंने कंपनी के शेयर सस्ते रेट पर खरीदने में कुछ धोखाधड़ी की है. शिकायतकर्ता का कहना है कि एलन मस्क ने शेयर सस्ते रेट पर हासिल करने के लिए जानबूझकर ट्विटर में अपनी हिस्सेदारी की घोषणा देरी से की है.
आपको बता दें. यूएस सिक्योरिटी एक्सचेंज कमीशन (US Securities Exchange and Exchange Commission) के मुताबिक, एलन मस्क ने ट्विटर में 9.2 फीसदी यानि 73,486,938 शेयर्स की हिस्सेदारी खरीदी है. अब ट्विटर के कुछ पूर्व शेयरहोल्डर्स का कहना है कि इसके लिए एलन पर दंडात्मक कार्रवाई होनी चाहिए.
क्या हैं आरोप?
दरअसल, ये मुकदमा अमेरिका के मैनहट्टन की फेडरल कोर्ट में दायर किया गया है. ट्विटर के कुछ पूर्व शेयरधारकों में से एक मार्क रसेला भी एक हैं. उनका कहना है कि टेस्ला के सीईओ ने जानबूझकर अपने इन्वेस्टमेंट के बारे में दी जाने वाली जरूरी जानकारी को छुपाया है. रसेला का कहना है कि मस्क ने ऐसा इसलिए किया है ताकि वे शेयर सस्ते में खरीद सकें.
रसेला का कहना है कि एलन मस्क ने अपने इन्वेस्टमेंट के बारे में तय समय की जानकारी नहीं देकर धोखा किया है. एलन ने ट्विटर के अपने 35 शेयर 25 से 29 मार्च के बीच 39.23 डॉलर प्रति शेयर के हिसाब से 1,373 डॉलर में बेच दिए थे.
केस में कहा गया है कि अगर एलन तय समय में ट्विटर में अपने इन्वेस्टमेंट की जानकारी पहले से दे देते तो वे अपने शेयर बेचते नहीं.
क्या कहता है अमेरिका का सिक्योरिटी कानून?
गौरतलब है कि अमेरिका के सिक्योरिटी कानूनों के मुताबिक, अगर कोई भी व्यक्ति किसी कंपनी में 5 फीसदी या उससे ज्यादा हिस्सेदारी खरीदना चाहता है या इसकी सोच रहा है तो कम से कम 10 दिन के अंदर यूएस सिक्योरिटीज एक्सचेंज एंड एक्सचेंज कमीशन को इसकी जानकारी देनी होती है. मस्क ने अपने इन्वेस्टमेंट की सूचना 4 अप्रैल को दी थी, जबकि उन्हें यह 24 मार्च तक देनी चाहिए थी.
आपको बता दें, जब एलन के शेयर खरीदने वाली खबर सामने आई, उसके बाद शेयर बाजार में जबरदस्त उछाल आया था. शेयर की कीमत 39.31 डॉलर से बढ़कर 49.97 डॉलर प्रति शेयर हो गई थी.