scorecardresearch

CIBIL Score Explained: क्या होता है सिबिल स्कोर, जानिए ये क्यों है आपके लिए जरूरी

यदि आपका स्कोर 750 या उससे ऊपर है तो आपकी लोन एप्लीकेशन के अप्रूव होने की संभावना बढ़ जाती है. यानि 750 या उससे ऊपर के CIBIL स्कोर वाले को लोन मिलने के चांस ज्यादा हैं.

CIBIL CIBIL
हाइलाइट्स
  • 300 बहुत बेकार CIBIL स्कोर माना जाता है

  • लोन एप्लीकेशन के अप्रूव होने की संभावना बढ़ जाती है

आपका सिबिल स्कोर क्या है? अगर आप किसी लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करते हैं तो ये सवाल आपसे सबसे पहले पूछा जाएगा. यदि आप इस शब्द से अपरिचित हैं तो कोई बात नहीं, हम आपको सिबिल या क्रेडिट स्कोर के बारे में सबकुछ डिटेल में बता रहे हैं.         

सिबिल क्या है? (What is CIBIL?)
CIBIL का मतलब क्रेडिट इंफॉर्मेशन ब्यूरो इंडिया लिमिटेड है. यह भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा लाइसेंस प्राप्त चार महत्वपूर्ण क्रेडिट स्कोर की सूचना देने वाली कंपनियों में से एक है. भारत में CIBIL के अलावा तीन अन्य कंपनियां हैं-इक्विफैक्स (Equifax), एक्सपेरियन (Experian) और  और सीएफआई हाईमार्क (CFI Highmark), जो क्रेडिट यानी कर्ज के बारे में जानकारी देती हैं. इन सबमें CIBIL सबसे ज्यादा पॉपुलर है. CIBIL इंडिया ने 2000 में US-आधारित TransUnion के साथ भागीदारी की, और अब इसे TransUnion CIBIL के रूप में भी जाना जाता है. 

सिबिल स्कोर क्या है? (What is a CIBIL score?)
आपका CIBIL स्कोर 300 से 900 के बीच, एक तीन अंकों का नंबर है, जो आपकी क्रेडिट हिस्ट्री की झलक देता  है. क्रेडिट हिस्ट्री का मतलब है कि किसी बैंक या  नॉन-बैंकिंग संस्थाओं  के साथ आपका लेनदेन कैसा रहा, विशेषकर लोन के मामले में. 300 से 900 के इस स्केल पर जहां 300 बहुत बेकार CIBIL स्कोर माना जाता है और 900 और उसके पास अच्छा माना जाता है. 

सिबिल स्कोर इतना महत्वपूर्ण क्यों है? (CIBIL score Importance)  
लोन और क्रेडिट कार्ड आवेदनों के लिए सिबिल स्कोर बहुत जरूरी हो जाता है. यदि आपका स्कोर 900 के करीब है, तो इसका मतलब है कि आपका वित्तीय ट्रैक रिकॉर्ड अच्छा रहा है और लोन देने वाले की नजरों में वित्तीय लेनदेन के मामले में आप विश्वास पात्र है.   

यदि आपका स्कोर 750 या उससे ऊपर है तो आपकी लोन एप्लीकेशन के अप्रूव होने की संभावना बढ़ जाती है. यानि 750 या उससे ऊपर के CIBIL स्कोर वाले को लोन मिलने के चांस ज्यादा हैं. आमतौर पर बैंक और अन्य वित्तीय संस्थान उन व्यक्तियों को लोन देते हैं जिनका स्कोर 750 या उससे ज्यादा होता है. अच्छे क्रेडिट स्कोर वाले ऐसे कर्जदारों के भुगतान में डिफॉल्ट की संभावना कम होती है.      

क्रेडिट रिपोर्ट क्या है? (Credit Report) 
क्रेडिट रिपोर्ट मूल रूप से किसी व्यक्ति की फाइनेंशियल हिस्ट्री की पूरी रिपोर्ट होती है. इस रिपोर्ट में व्यक्ति द्वारा लिए गए सभी लोन, क्रेडिट कार्ड और लोन के भुगतान की तारीख, समेत अन्य कई चीजों का रिकार्ड होता है. किसी व्यक्ति की क्रेडिट रिपोर्ट से ये जानकारी ली जा सकती हैं-
कब कहां से कौन सा लोन लिया 
कब लोन बंद हुआ 
क्रेडिट कार्ड के लिए कब कहां अप्लाइ लिया
लोन की EMI का भुगतान कब किया 
 
CIBIL Score कब खराब होता है 
एक बार आपका सिबिल स्कोर या क्रेडिट स्कोर खराब हो गया तो फिर उसको वापस सुधारने में काफी जद्दोजहद करनी पड़ती है. और इसको बनाने में काफी लंबा समय भी लगता है. ऐसे में अगर आपको किसी इमरजेंसी लोन की जरूरत पड़ गई और आपका स्कोर अच्छा नहीं है तो आपको लोन नहीं मिलेगा.  

आपके क्रेडिट कार्ड की एप्लीकेशन, लोन एप्लीकेशन और लोन और क्रेडिट कार्ड के भुगतान का समय, इन सब से आपका क्रेडिट स्कोर प्रभावित होता है. कई बार लोग लोन या क्रेडिट कार्ड का भुगतान तो करते हैं लेकिन समय पर नहीं करते, उन्हें लगता है इसके बदले उन्हें सिर्फ छोटी सी लेट पेमेंट फीस देनी होगी. लेकिन आपके एक लेट पेमेंट से पूरा क्रेडिट स्कोर गड़बड़ हो जाता है.          


सिबिल स्कोर कैसे चेक करें? (How To Check CIBIL Score?)  
आप अपना सिबिल स्कोर आधिकारिक सिबिल वेबसाइट पर मुफ्त में देख सकते हैं. लेकिन फ्री में आप सिर्फ साल में एक बार ही अपना स्कोर चेक कर सकते हैं. अगर आपको सालभर में कई बार सिबिल वेबसाइट से सिबिल स्कोर चेक करना है तो आपको पेड सब्सक्रिप्शन प्लान लेना पड़ेगा. इस मासिक सब्सक्रिप्शन प्लान के लिए आपको 550 रुपए खर्च करने पड़ेंगे.

CIBIL वेबसाइट के अलावा, आप बैंकिंग सेवा एग्रीगेटर्स या नॉन बैंकिंग संस्थान की वेबसाइट से भी अपना स्कोर चेक कर सकते हैं. कहीं पर भी अपना स्कोर चेक करने लिए आपको PAN नंबर की जरूरत होगी.