scorecardresearch

गोबर से बदल रही गांवो की किस्मत, बायोगैस, खाद के अलावा बन रहे हैं कई तरह के Eco-Friendly Products

गांव-देहात में कई बार बेकार पड़े रहने वाला गोबर आज एक बेहतरीन बिजनेस का साधन साबित हो रहा है. आज देश में बहुत से लोग गोबर का अलग-अलग तरीकों से उपयोग करके अच्छी कमाई कर रहे हैं.

Cowdung products (Photo: Twitter/Dr.Vallabh Kathiria) Cowdung products (Photo: Twitter/Dr.Vallabh Kathiria)
हाइलाइट्स
  • किसानों की आय बढ़ाने के लिए गोधन न्याय योजना चला रही है छत्तीसगढ़ सरकार

  • किसानों की आय बढ़ाने में कारगर है गोबर, करें सही इस्तेमाल

छत्तीसगढ़ में पिछले काफी समय से सरकार किसानों की आय बढ़ाने के लिए गोधन न्याय योजना चला रही है. जिसके तहत सरकार गांवों से गोबर खरीदती है और इस गोबर का उपयोग बायोगैस, खाद और अन्य तरह के इको-फ्रेंडली उत्पाद बनाने में किया जाता है. और अब 28 जुलाई 2022 से गोधन न्याय योजना के तहत सरकार गोमूत्र की खरीदी भी करेगी. 

यह लगभग सबको पता है कि गाय का गोबर और गोमुत्र आयुर्वेद की दृष्टि से बहुत ही गुणकारी है. गोबर और गोमुत्र का उपयोग खेती में बड़े पैमाने पर खाद और तरल जैविक खाद बनाने के लिए किया जाता है. इसके अलावा, बहुत सी जगह गोबर से बायोगैस बनाई जाती है. हालांकि, आज गोबर का प्रयोग ऐसी चीजें बनाने में भी हो रहा है जिनके बारे में किसी ने कभी शायद सोचा ही न हो. 

गोबर की उपयोगिता बढ़ने से गांवों की तस्वीर भी बदल रही है. क्योंकि गोबर बेचने से या गोबर के प्रॉडक्ट्स बनाकर बेचने से किसान और ग्रामीण अच्छी कमाई कर पा रहे हैं. आज हम आपको बता रहे हैं ऐसे प्रॉडक्ट्स के बारे में जिनके उत्पादन में गोबर का उपयोग हो रहा है. 

1. गोबर के दीए, गमले आदि
आज बहुत से ग्रामीण स्वयं सहायता समुह गोबर से इको-फ्रेंडली दीए बना रहे हैं. खासकर कि महिलाओं के लिए यह बहुत ही अच्छा रोजगार साबित हुआ है. पिछले साल दीवाली पर छत्तीसगढ़ में रायपुर में महिलाओं ने 2 लाख गोबर के दीए बनाए थे. इससे उनकी अच्छी कमाई हुई. इसके अलावा कई कंपनिया अब गोबर से धूपबत्ती, अगरबत्ती भी बना रही हैं. 

इसके अलावा, अब गोबर के गमले भी प्रचलन में हैं. पुणे के 40 वर्षीय केमिकल इंजीनियर प्रसाद सिंगाडी ने इस पहल के लिए अपनी नौकरी छोड़ दी. तालेगांव के निवासी प्रसाद 'ग्रो ग्रीन' नीति का पालन करते हैं. वह प्लास्टिक मुक्त भारत चाहते हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रसाद एक बार नर्सरी में पौधों के लिए प्लास्टिक के प्लांटर देखरप बहुत दुखी हुए. 

इसके बाद उन्होंने इको फ्रेंडली प्लांटर बनाने की ठानी और आज वह गोबर के प्लांटर बनाकर अच्छी कमाई कर रहे हैं. 

2. गोबर से बन रहा पेंट
यह जानकर आपको शायद हैरानी हो लेकिन आज कई संगठन गोबर से पेंट भी बना रहे हैं. और यह पेंट एकदम नेचुरल और केमिकल-फ्री है. साल 2021 में ही केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग और एमएसएमई मंत्री, नितिन गडकरी ने भारत का पहला गोबर आधारित पेंट लॉन्च किया था. जिसे खादी और ग्रामोद्योग आयोग ने विकसित किया है.

इस पर्यावरण के अनुकूल, गैर-विषाक्त पेंट को 'खादी प्राकृतिक पेंट' नाम से जाना जा रहा है. इस पेंट में एंटी-फंगल और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं. इसे भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा प्रमाणित किया गया है.

3. गोबर से ईंटे और प्लास्टर 
हरियाणा के डॉ. शिव दर्शन मलिक ने गाय के गोबर से वैदिक घर बनाने की तकनीक विकसित की है. वह गाय के गोबर से ईंटें तैयार करते हैं और गाय के गोबर से वैदिक प्लास्टर तैयार करते हैं. यह प्लास्टर सीमेंट की तरह काम करता है. देसी गाय के गोबर में जिप्सम, ग्वार गम, मिट्टी, नींबू पाउडर आदि मिलाकर वैदिक प्लास्टर तैयार करते हैं, जिसे आसानी से किसी भी दीवार पर लगाया जा सकता है.

गाय के गोबर की ईंटों और वैदिक प्लास्टर से बना यह घर न केवल गर्मियों में ठंडा रहता है, बल्कि इस घर के अंदर की हवा भी शुद्ध होती है. अगर बाहर का तापमान 40 डिग्री है तो यह उसके अंदर 28-31 तक रहता है. 

4. गोबर से बिजली 
गोबर से आप बायोगैस बनाकर अपने घर के गैस सिलेंडर के खर्च को कम या एकदम जीरो कर सकते हैं. लेकिन क्या आपको पता है कि गोबर से आप बिजली भी बना सकते हैं. जी हां, बहुत से लोग आजकर गोबर से बायोगैस बनाकर, इसका इस्तेमाल बिजली बनाने में कर रहे हैं. हरियाणा के झज्जर में अमित काद्यान बायोगैस प्लांट से बिजली बनाकर सरकारी बिजली कंपनियों को बेच रहे हैं. 

तो वहीं एक और उद्यमी अमित अग्रवाल ने अपने खेत में 4000 क्यूबिक मीटर का बायोगैस प्लांट लगाया, जिसमें वह रोजाना 2000 यूनिट बिजली बना रहे हैं और साथ ही, बड़े स्तर पर गोबर की स्लरी और गोबर की खाद बना रहे हैं. इस बायोगैस प्लांट से यह अपनी फैक्ट्री चलाते हैं. और उनकी फैक्ट्री बिना किसी बाहरी खर्च के बायोगैस प्लांट की बिजली पर ही चल रही है. 

इस तरह से गोबर का अगर सही इस्तेमाल किया जाए तो इससे अच्छी कमाई की जा सकती है.