साइबर और ऑनलाइन ठग लोगों को ठगने के लिए कई तरह के तरीके अपना रहे हैं. साइबर ठगों ने लोगों को ठगने के लिए एक नया तरीका अपना रहे हैं. इसके तहत साइबर ठग लोगों को सस्ते पर कर्ज देने का ऑफर देते है. इतनी ही नहीं यह लोगों को यह भरोसा दिलाते हैं कि वह आपको केवाईसी और डाक्यूमेंट वेरिफिकेशन किए बिना ही लोन दे देंगे. इसके साथ ही जब आप उन्हें इसकी पूरी जानकारी के लिए कॉल करते हैं तो वह आपको तरह-तरह के ऑफर देकर अपने झांसे में ले लेते हैं.
ऐसे झांसे में आते हैं लोग
वहीं एक रिपोर्ट के अनुसार हाल में इंस्टेंट लोन वाले एप की संख्या बढ़ी है. इनकी संख्या करीब एक हजार से भी ज्यादा है. इतना ही नहीं इन एप की कार्यप्रणाली को लेकर कई अनिमितता की शिकायतें भी होती रहती है. इतना ही नहीं कई ऐसे एप है जिन्होंने लोगों पर भरोसा दिलाने के लिए अपनी बेवसाइट भी वना रखी है. ऐसे लोन एप को लेकर आरबीआई की तरफ से कुछ महीने पहले चेतावनी भी जारी की जा चुकी है.
साइबर ठग ऐसे करते हैं ठगी
सस्ते पर कर्ज देकर ठगी करने वाले साइबर ठग उन लोगों को टारगेट करते हैं जिनका क्रेडिट कार्ड रिपोर्ट और सिविल स्कोर काफी कम होता है. जिसके चलते उन्हें कहीं से भी लोन नहीं मिल रहा होता है. ऐसे लोगों का यह डाटा इक्कठा करते हैं. इसके बाद यह उन्हें यह कॉल सेंटर के माध्यम से कॉल करके सस्ते में लोन देने का झांसा देते हैं. जब व्यक्ति लोन लें लेता हैं तो उससे 200% से 500% तक का ब्याज दर से वसूली करते हैं. इतना ही नहीं अगर लोन लेने वाला किस्त नहीं देता हैं तो यह उन्हें ब्लैकमेल और टॉर्चर करना शुरू कर देते है. साथ ही उनकी निजी फोटोज सार्वजनिक करने की धमकी भी देते है. वहीं पीड़ित के परिजनों, रिश्तेदारों और दफ्तर के सहयोगियों को भी धमकी देते है.
ऐसे बचें साइबर फ्रॉड से
साइबर फ्रॉड से बचने के कई तरीके है. जैसे लोन लेने के लिए आपको हमेसा बैंकों और मान्यता प्राप्त वित्तीय संस्थानों से ही लेना चाहिए. वहीं किसी भी लोन एप पर अपना केवाईसी अपडेट न करें. इसके साथ ही अनजान एप को कॉन्टैक्ट, इमेज और लोकेशन परमिशन न दें. इसके साथ ही अगर आपको लोन देने वाले एजेंड लोन लेने के लिए तंग कर रहे हैं तो उन्हें पूरी तरह से इगनोर करें. इसके साथ ही अगर आरके साथ कोई साइबर क्राइम करता हैं तो उसकी शिकायत तुरंत पुलिस में शिकायत करें. साथ ही इसकी सूचना आरबीआई को सूचना दें.
इन एप से रहें सतर्क
गूगल प्ले स्टोर पर सस्ते में लोन देने वाले एप की भरमार है. जो लोगों को सस्ते में लोन देने का वादा करते है फिर बाद में वहीं लोगों के साथ धोखाधड़ी को अंजाम देते है. इन एप में यूपीए लोन, गोल्डमैन पे बैक, हैंडी लोन, रुपीकिंग, एमआई रुपे, वन लोन कैश एनी टाइम, एक्सप्रैस लोन, रुपी लोन, रुपी स्टार, स्माल लोन, अपना पैसा जैसे लोन सामिल है. ऐसे इंस्टेंट लोन देने वाले एप के जरिए साइबर क्राइम होने के मामले बढ़े हैं.