वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम(World Economic Forum) की तरफ से आयोजित दावोस समिट में सोमवार को प्रधानमंत्री मोदी ने हिस्सा लिया. इस मंच से पीएम मोदी ने निवेशकों को लुभाने की कोशिश की और अपने अब तक के कार्यकाल में 10 बड़े बदलावों को गिनाया. पीएम ने इस मंच से आर्थिक सुधार पर भी जोर दिया और कहा कि भारत अब काफी आगे बढ़ गया है.
दुनिया के लिए दवा की तरह है भारत
देश की उपलब्धियों पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत दवा बनाने वाला दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा देश है. भारत दुनिया को दवाइयां-वैक्सीन देकर करोड़ों लोगों की जिंदगी बचा रहा है. भारत एक तरह से दुनिया के लिए दवा की तरह है. भारत जैसे मजबूत लोकतंत्र ने पूरी दुनिया को उम्मीद जैसा एक खूबसूरत तोहफा दिया है. हम भारतीयों की लोकतंत्र में गहरी आस्था है. उम्मीद के इस तोहफे में हमारे पास वह तकनीक है जो 21वीं सदी को सशक्त बनाती है. भारतीय लोगों के पास जबरदस्त टैलेंट है.
25 सालों का लक्ष्य लेकर नीति बना रहा देश
समिट को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि भारत वर्तमान के साथ-साथ अगले 25 सालों का लक्ष्य लेकर नीति बना रहा है. इसमें भारत ने अगले 25 सालों में स्वास्थ्य, विकास और कल्याण से संबंधित लक्ष्य निर्धारित किए हैं. भारत के विकास का रास्ता साफ, टिकाऊ और विश्वसनीय होगा.
'सर्कुलर इकोनॉमी है जरूरत'
अर्थव्यवस्था के लक्ष्यों पर पीएम मोदी ने कहा, 'हमें यह स्वीकार करना होगा कि हमारी जीवनशैली भी जलवायु के लिए एक बड़ी चुनौती है. हमारी संस्कृति और उपभोक्तावाद ने जलवायु चुनौतियों को बड़ा और गंभीर बना दिया है. अर्थव्यवस्था को गोल बनाना आज बहुत जरूरी है.