एक जमाना था जब युवा बस यही सोचते थे कि ग्रेजुएशन पूरी करके उन्हें एक ठीक-ठाक नौकरी मिल जाए. ज्यादातर भारतीयों की सोच नौकरी से आगे जाती ही नहीं थी. लेकिन आज समय बदल रहा है. अब बहुत से युवा किसी के नीचे काम करने की बजाय खुद दूसरों के लिए रोजगार बना रहे हैं.
जी हां, भारत में युवा उद्यमियों की अब कोई कमी नहीं है. आज ऐसे ही दो युवा उद्यमियों के बारे में हम आपको बता रहे हैं जिन्होंने ग्रेजुएशन पूरी करने से पहले ही अपने बिजनेस की शुरुआत कर दी थी और आज इसमें काफी अच्छा कर रहे हैं.
यह कहानी है FOMO Brews के फाउंडर्स अविक चौधरी और गौरांग गाडिया की. गौरांग और अविक दोनों ही फिलहाल अपनी मास्टर्स कर रहे हैं और साथ ही, अपना बिजनेस चला रहे हैं. 21 साल के गौरांग नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, बेंगलुरु से मास्टर ऑफ बिजनेस लॉ की पढ़ाई कर रहे हैं. वहीं, अविक बेंगलुरु के स्टोआ से एक्जीक्यूटिव एमबीए कर रहे हैं. उन्होंने अपने ग्रेजुएशन के तीसरे साल में FOMO की शुरुआत की थी.
कैसे हुई शुरुआत
Shark Tank India Season 3 में अपना बिजनेस पिच करते समय अविक और गौरांग ने बताया था कि वे DU के हंसराज और हिंदू कॉलेज से पढ़े हैं. उन दोनों को ही Iced Tea बहुत पसंद है लेकिन मार्केट में इसके अच्छे ऑप्शन उपलब्ध नहीं हैं. और सबसे बड़ी बात है कि मार्केट में जो आइस्ड टी है उसमें चाय नहीं है. तब उन्हें लगा कि वे इस सेक्टर में कुछ कर सकते हैं. इसके बाद, जब कोविड आया तो उन्होंने ट्रेंड देखा कि लोग हेल्दी चीजें चाहते हैं और इसलिए उन्होंने इस सेक्टर में आगे बढ़ने का सोचा.
उन्होंने आइस्ड टी को एक अच्छे विकल्प की तरह पेश किया, क्योंकि इसमें चाय है, जो एंटीऑक्सीडेंट हैं. उन्होंने मीठे के लिए
शहद और खांड का इस्तेमाल किया जो सामान्य शूगर की तुलना में ज्यादा हेल्दी विकल्प हैं. दिलचस्प बात यह रही है कि उन्होंने सबसे पहले घर पर एक्सपेरिमेंट किए. उन्होंने अपने घर की किचन में सैंपल तैयार किए और डीयू के कॉलेजों में स्टूडेंट्स को ट्राई कराया. जब उन्हें अच्छा रिस्पॉन्स मिला तो उन्होंने अपना ब्रांड शुरू करने का फैसला किया. उन्होंने हाल ही में आइस्ड टी प्रीमिक्स भी लॉन्च किया है.
कमा रहे हैं अच्छा टर्नओवर
FOMO में ताज़ी बनी हुई आइस्ड टी रेस्तरां, कॉर्पोरेट ऑफिस, मारेक्ट और दूतावासों में उपलब्ध है. गौरांग ने बताया कि उन्होंने अपना बिजनेस कम से कम इंवेस्टमेंट से शुरू किया था. अब वह सलाना 15 लाख रुपए से ज्यादा का टर्नओवर कमा रहे हैं. शार्क टैंक इंडिया में उन्होंने शार्क्स से 4% इक्विटी के लिए 35 लाख रुपए की फंडिंग मांगी थी. सभी शार्क्स दोनों युवाओं की पिच से प्रभावित थे और सभी ने उनको सराहा. हालांकि, अमन और अनुपम ने उन्हें डील दी. उन्हें 6 प्रतिशत इक्विटी के लिए 35 लाख रुपये की फंडिंग मिली.
हाल ही में, एक मीडिया इंटरव्यू में अविक और गौरांग ने बताया कि शार्क टैंक इंडिया के बाद उन्हें कस्टमर्स से बहुत अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है. उनकी रीच बढ़ी है. साथ ही, उन्हें अपने परिवार और दोस्तों का भी साथ मिल रहा है. उन्हें उम्मीद है कि वह आने वाले समय में इस बिजनेस को और बड़ा कर पाएंगे.