इस बात में कोई दो राय नहीं कि एटीएम ने हमारे लिए पैसे निकालने की प्रक्रिया को कितना ही आसान बना दिया है. चंद मिनटों में कहीं पर भी पैसे की जरूरत पड़ने पर हम पास के एटीएम में जाकर पैसे निकाल लेते हैं. ये तरीका जितना आसान है उतना ही ट्रिकी भी. आपने कई बार लोगों को शिकायत करते हुए सुना होगा कि उनका कैश ट्रांजेक्शन तो फेल हो गया लेकिन अकाउंट से पैसे कट गए. इससे कई लोग परेशान हो जाते हैं और उन्हें समझ नहीं आता कि क्या करें.
इसके लिए रिजर्व बैंक ने कुछ जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए हैं और बैंकों को डिडक्ट किया हुआ अमाउंट वापस करने के लिए कहा है. इसके लिए बैंक को 7 दिनों का समय दिया गया है. आरबीआई ने बैंकों को निर्देश दिया है कि पैसे लौटाने में देरी होने पर वो उस व्यक्ति को कम्पनसेशन अमाउंट भी लौटाए, अगर शिकायत पैसे निकालने के 30 दिनों के अंदर भेजी गई हो. इसके लिए कस्टमर को कुछ जरूरी काम करने होते हैं.
Step1) एटीएम से मिनी स्टेटमेंट सेव कर लें.
Step2) अपने बैंक की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर, उसके CMS पोर्टल पर जाएं.
Step3) वहां पर कस्टमर टाइप, अकाउंट नंबर, शिकायतकर्ता का नाम, ब्रांच कोड, मोबाइल नंबर, ईमेल आइडी, शिकायत की कैटेगरी, प्रोडक्ट सर्विसेज और कंपलेन का नेचर दर्ज करें.
Step4) कैप्चा कोड डालकर, सब्मिट बटन पर क्लिक करें.
Step5) इसके बाद आपको एक कंपलेंट नंबर आएगा जिससे आप वर्तमान स्थिति जान जाएंगे. आपको यह ईमेल और एसएमएस के जरिए भी भेजी जाएगी.
रिजर्व बैंक के अनुसार आपका बैंक आपसे 24 घंटे के भीतर बात करेगा और सात दिनों के अंदर इस समस्या को हल करना होता है.
वापस आ जाते हैं पैसे
वैसे आपको बता दें कि कई बार तकनीकी समस्याओं की वजहों से ऐसा हो जाता है. रिजर्व बैंक ने बैंकों के लिए एक समय सीमा तय की है, जिसके तहत ये पैसे 5 दिन के अंदर आपके अकाउंट में आ जाते हैं. इस नियम का उल्लंघन करने पर बैंक को हर दिन 100 रुपए का जुर्माना देने का नियम बनाया गया है. अगर शिकायत करने के 30 दिनों के अंदर भी आपका पैसा नहीं आता है तो आप निवारण विभाग के सीनियर ऑफिसर से कंप्लेन कर सकते हैं.
...और क्या कर सकते हैं
आप कस्टमर केयर सर्विस की मदद से अपने बैंक में कॉन्टेक्ट करके अपनी दिक्कत बता सकते हैं. एक्सीक्यूटिव आपको एक ट्रैकिंग नंबर देगा और सात दिनों के अंदर आपका पैसा आ जाएगा. आप पास के ब्रांच में जाकर भी शिकायत दर्ज कर सकते हैं. बैंक का हेल्पडेस्क आपकी इसमें मदद करेगा.