हवाई यात्रा के लिए बोर्डिंग प्रक्रिया को और आसान बनाने के लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया देश के चार बड़े एयरपोर्ट पर डीजी यात्रा एप्लीकेशन की सुविधा लागू करने जा रही है. डिजी यात्रा ऐप के माध्यम से यात्री एयरपोर्ट पर बिना लंबी लाइन में लगे चेक इन कर सकते हैं. इस सेवा के जरिए यात्रियों का चेहरा ही बोर्डिंग पास की तरह काम करेगा, क्योंकि डीजी यात्रा ऐप चेहरा पहचान प्रणाली यानी FRS पर आधारित है.
मार्च में इन एयरपोर्ट्स पर डिजी यात्रा ऐप का होगा प्रयोग
एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने कहा है कि वह अगले महीने यानी मार्च 2023 तक चार और एयरपोर्ट पर डीजी यात्रा सेवा की शुरुआत करने जा रहा है. यात्री पुणे, विजयवाड़ा, हैदराबाद और कोलकाता के एयरपोर्ट पर इस ऐप को यूज कर पाएंगे. लोकसभा में एक लिखित जवाब में एविएशन मिनिस्ट्री ने बताया कि इन सभी एयरपोर्ट पर यह सेवा लागू करने की प्रक्रिया प्रगति पर है. डिजी यात्रा ऐप के जरिए यात्री बिना किसी फिजिकल बोर्डिंग पास के कॉन्टैक्ट लेस और पेपरलेस बायोमेट्रिक तकनीक से अपनी फ्लाइट में चेक इन कर सकते हैं. इसे यात्रियों के बोर्डिंग को आसान बनाने के लिए शुरू किया गया है.
समय की होगी बचत
किसी भी एयरलाइन से यात्रा कर रहे सभी घरेलू यात्री डीजी यात्रा ऐप डाउनलोड करने के बाद एयरपोर्ट एंट्री से लेकर, सुरक्षा जांच और बोर्डिंग गेट तक अपने समय की बचत करते हुए यात्रा कर सकते हैं. डीजी यात्रा ऐप आधार से लिंक है. इसलिए अगर कोई व्यक्ति जिसके विरुद्ध कोई कार्रवाई चल रही है तो इसकी जानकारी तुरंत हो जाएगी. यात्री सुरक्षा की दिशा में भी ये एक अहम कदम है. इस ऐप की आधिकारिक शुरुआत 1 दिसंबर, 2022 से हुई है. पहले चरण में इस ऐप को दिल्ली, बेंगलुरु और वाराणसी एयरपोर्ट पर चालू किया गया था.
इस तरह करें रजिस्टर
1. डीजी यात्रा ऐप को आप अपने एंड्रॉयड या एप्पल आईफोन में डाउनलोड कर सकते हैं.
2. ऐप डाउनलोड करने के बाद अपने मोबाइल नंबर को दर्ज करें.
3. मोबाइल नंबर पर ओटीपी आएगा जिसे यहां दर्ज करें.
4. ऐप पर अपना एड्रेस प्रूफ जमा करने के लिए डिजिलॉकर से आधार को जमा करें.
5. इसके बाद आपको सेल्फी लेकर इसे ऐप में जमा करना होगा.
6. यात्री डिटेल्स डालकर अपने बोर्डिंग पास को अपडेट कर दें.
7. अंत में डीजी यात्रा ऐप आईडी इस एयरपोर्ट के साथ शेयर कर दें.
ये होंगे फायदे
1. एयरपोर्ट पर बोर्डिंग प्रक्रिया को तेज करना.
2. यात्रियों को कॉन्टैक्टलेस सेवाएं देना.
3. एयरपोर्ट पर यात्रियों की लंबी कतारों से मुक्ति मिलेगी.
4. डॉक्यूमेंट्स या हार्ड कॉपी लाने की जरूरत नहीं होगी.
5. सुरक्षा जांच, दस्तावेज मिलान आसान होगा.