वॉल्ट डिज़्नी के बोर्ड ने बुधवार को CEO बॉब रॉबर्ट आइगर के कॉन्ट्रैक्ट को दो साल के लिए बढ़ा दिया है. वे 2026 तक डिज्नी के सीईओ बने रहेंगे. बोर्ड ने एक बयान में कहा कि इसका उद्देश्य "कंपनी में चल रहे परिवर्तन के दौरान नेतृत्व की निरंतरता" बनाए रखने के लिए ये फैसला किया गया है. बॉब आइगर दिसंबर 2022 में डिज्नी लौटे थे. वे लंबे समय से डिज्नी के साथ जुड़े रहे हैं.
आइगर को 2000 में डिज्नी का अध्यक्ष बनाया गया था. इसके बाद बॉब आइगर ने साल 2005 में डिज्नी के सीईओ का पद संभाला था. आइगर के कार्यकाल के दौरान ही डिज्नी ने कई बड़ी कंपनियों का अधिग्रहण किया. डिज्नी की स्ट्रीमिंग सर्विस डिज्नी प्लस भी उनके रहते हुए ही लॉन्च हुई. आइगर की मेहनत और लगन की बदौलत ही डिज्नी इंटरनेशनल एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है. डिज्नी के नंबर एक बनने का सफर इतना आसान नहीं था. इस कंपनी को जब शुरू किया गया तो वॉल्ट डिज्नी के सामने कई मुश्किलें थीं.
कैसे शुरू हुई वॉल्ट डिज्नी की यात्रा
वॉल्ट डिज्नी को अमेरिकी इतिहास के सबसे सफल बिजनेसमैन के रूप में जाना जाता है. उनकी सफलता की कहानी एक छोटे कार्टून स्टूडियो से शुरू होती है और अरबों डॉलर के साम्राज्य तक की दास्तान है. वॉल्ट डिज़्नी का जन्म 5 दिसंबर, 1901 को शिकागो में हुआ था. उन्हें कार्टून बनाना और कहानियां सुनाना बहुत पसंद था. उन्होंने और उनके भाई रॉय ने मिलकर डिज्नी ब्रदर्स कार्टून स्टूडियो नाम से साल 1923 में ये कंपनी बनाई थी. शुरुआत दोनों छोटे-मोटे कार्टून बनाते थे. शुरुआत में उन्हें काम पाने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा. उनके पास खाने के लिए भी पैसे नहीं होते थे लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी.
मिकी माउस से मिली सफलता
1926 में डिज्नी ब्रदर्स कार्टून स्टूडियो का नाम बदलकर वॉल्ट डिज्नी स्टूडियो कर दिया गया. डिज़्नी की पहली बड़ी हिट 1928 की शॉर्ट फिल्म स्टीमबोट विली थी, जिसमें मिकी माउस क फिल्माया गया था. मिकी माउस की सफलता के साथ कंपनी को कई मौके मिले. जिसमें डोनाल्ड डक और गूफ़ी जैसे नए कैरेक्टर्स को बनाना भी शामिल था. मिकी माउस पर कॉमिक्स लॉन्च हुई और बाद में 'द मिकी माउस' नाम से टीवी शो भी लाया गया. मिकी माउस ने न केवल वॉल्ट डिज्नी को पहचान दिलाई, बल्कि ऐसी सक्सेस स्टोरी लिखी कि जिसकी गवाह आज पूरी दुनिया है.
डिज्नी ने स्नो व्हाइट एंड द सेवेन ड्वार्फ्स (1937) जैसी फीचर-लेंथ एनिमेटेड फिल्मों का निर्माण भी शुरू किया. डिज्नी की पहली लॉन्ग एनिमेडेट फिल्म, स्नो व्हाइट एंड द सेवेन ड्वार्फ्स, 1937 में रिलीज हुई और जबरदस्त हिट रही थी. ये अपने समय की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म थी. इसके बाद डिज्नी ने पिनोचियो (1940), फैंटासिया (1940), डंबो (1941), बांबी (1942), सिंड्रेला (1950) जैकी कई लोकप्रिय एनिमेटेड हिट फिल्में दीं.
थीम पार्क और मर्चेंडाइज से दुनियाभर में हुई लोकप्रिय
1930 के दशक की शुरुआत में, डिज़्नी ने एक ऐसा पार्क बनाने का सोचा जहां परिवार एक साथ वक्त बिताया जा सके. एक ऐसी जगह जहां बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक एन्जॉय कर सकें. लंबी मेहनत और लगन के बाद 17 जुलाई, 1955 को कैलिफोर्निया में पहला डिज्नीलैंड पार्क खोला गया. ये पार्क इतना सफल रहा कि पहले ही साल 3 मिलियन लोग इसे देखने पहुंचे. इसके बाद 1971 में ऑरलैंडो, फ्लोरिडा में वॉल्ट डिज्नी वर्ल्ड रिज़ॉर्ट खोला गया. थीम पार्कों की सफलता ने वॉल्ट डिज्नी कंपनी को दुनिया की सबसे बड़ी एंटरटेनमेंट कंपनियों में से एक बनाने में मदद की.
2022 में वॉल्ट डिज्नी का ग्लोबल रेवेन्यू 82.7 बिलियन डॉलर है. डिज्नी मीडिया बिजनेस नेटवर्क के पास डिज्नी चैनल, ईएसपीएन, हिस्ट्री, लाइफटाइम जैसे कई चैनल हैं. 2017 से हॉट स्टार डिज्नी के पास है.आज डिज्नी प्लस हॉटस्टार भारत का सबसे सफल ओटीटी प्लेटफॉर्म बन चुका है.