महामारी ने हमें स्वास्थ्य की देखभाल करने और अचानक किसी मेडिकल इमरजेंसी के लिए फंड बनाने जैसी सीख भी दी है. कहते हैं जिंदगी का कोई भरोसा नहीं...लेकिन LIC लोगों को जिंदगी के साथ भी और जिंदगी के बाद भी साथ रहने का भरोसा देता है. देश में आम लोग जब भी इंश्योरेंस खरीदने की सोचते है, तो सबसे पहले LIC का ख्याल आता है लेकिन LIC खरीदते हुए अगर आप सोच रहे हैं कि आपके परिजनों को इसका फायदा मिलेगा ही तो आप गलत हैं. आपके परिवार को बीमा का पैसा तभी मिलेगा जब आपके द्वारा दी गई जानकारी एकदम सटीक हो.
अगर आप जीवन बीमा लेने जा रहे हैं तो आपको न सिर्फ अपनी बीमारियों बल्कि शराब और सिगरेट पीने की आदतों के बारे में भी बीमा कंपनी को बताना जरूरी है. हर बीमा कंपनी पॉलिसी होल्डर्स पॉलिसी लेते वक्त इस बारे में जरूर पूछती है. अगर आपने गलत जानकारी देकर पॉलिसी ली है तो आपके परिजनों को इसके लाभ से वंचित होना पड़ सकता है.
क्लेम के वक्त बीमा कंपनी हर एक जानकारी खंगालती है, उस वक्त झूठ का पता चलने पर क्लेम रिक्वेस्ट खारिज हो सकती है.
ड्रग्स ओवरडोज से होने वाली मौत पर भी कंपनियां पॉलिसी देने से मना कर देती हैं.
किसी भी कंपनी से बीमा लेने से पहले आपको उसके टर्नअराउंट समय और इंश्योरेंस क्लेम रेशियो को जानना बहुत जरूरी है.
अगर आप टर्म लाइफ इंश्योरेंस ले रहे हैं तो यह जान लेना बेहद जरूरी है कि इसमें हर तरह की मौत कवर नहीं होती.
इसके अलावा टर्म लाइफ इंश्योरेंस में HIV से मौत भी कवर नहीं होती. पॉलिसी लेते वक्त बीमा कंपनी को इस बारे में पूरी जानकारी नहीं दी तो उक्त बीमारी से मौत पर बीमा कंपनी क्लेम रिजेक्ट कर सकती है.