कोरोना वायरस पर तो दुनिया ने करीब-करीब काबू पा लिया है. लेकिन उसका असर अब भी कायम है. दुनिया के कई देश अभी भी कोरोना की पीड़ा से उबर नहीं पाए हैं और उनकी अर्थव्यवस्था की हालत खराब है. हिंदुस्तान के लिए खबर अच्छी है. भारत का जीडीपी का ग्रोथ रेट अच्छा रहनेवाला है. सिर्फ अच्छा ही नहीं दुनिया से सभी देशों के मुकाबले सबसे अच्छा भी.
तेजी से बढ़ रही है भारत की अर्थव्यवस्था
हिंदुस्तान के जीडीपी के विकास का ये अनुमान आईएमएफ ने लगाया है और उसने अपने पूर्व के अनुमानों में 0.6 प्वाइंट्स की कटौती भी की है. लेकिन भारतीय अर्थव्यवस्था के इस विकास दर के आसपास कोई देश टिकता भी दिखाई नहीं दे रहा है.
आईएमएफ के अनुमानों के आधार पर अगर बात अमेरिका की करें तो अमेरिका के जीडीपी का विकास दर 2021 में जहां 5.7 फीसदी था. वहीं 2022 में 1.6 ही रहने वाला है. और 2023 में ये और कम रहेगा. अगर ब्रिटेन की बात करें तो 2022 में उसका विकास दर 3.6 और 2023 में 0.3 रहेगा. जर्मनी की हालत और खस्ता है. 2022 में उसका ग्रोथ रेट 1.5 रहने वाला है, जबकि 2023 में ये माइनस में होने का अनुमान है. इटली स्पेन भी अपनी अर्थव्यवस्था को लेकर जूझते दिख रहे हैं. तो जापान में भी कोई खास प्रगति नहीं दिख रही है. एक चीन ही है जो भारत के आसपास दिख रहा है. चीन में 2021 में जीडीपी का विकास दर जहां 8.1 था.वहीं 2022 में 3.2 और 2023 में 4.4 रहने का अनुमान है. अगर बात रूस की करें तो चाहे 2022 हो 23 उसके भी जीडीपी का विकास दर माइनस में ही रहने का अनुमान आईएमएफ ने लगाया है.ब्राजील भी अपनी अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए संघर्ष करता दिख रहा है. अगर भारत की बात करें. तो भारत का 2022 में जीडीपी का विकास दर 6.8 जब 2023 में 6.1 रहने का अनुमान है.
जानिए क्या है आईएमएफ का अनुमान
देश | 2021 | 2022 | 2023 |
अमेरिका | 5.7 | 1.6 | 1.0 |
ब्रिटेन | 7.4 | 3.6 | 0.3 |
जर्मनी | 2.6 | 1.5 | -0.3 |
इटली | 6.6 | 3.2 | -0.2 |
स्पेन | 5.1 | 4.3 | 1.2 |
जापान | 1.7 | 1.7 | 1.6 |
चीन | 8.1 | 3.2 | 4.4 |
रूस | 4.7 | -3.4 | -2.3 |
ब्राजील | 4.6 | 2.8 | 1.0 |
भारत | 8.7 | 6.8 | 6.1 |
आईएमएफ ने जुलाई में अप्रैल 2022 में शुरू हुए वित्तीय वर्ष के लिए भारत के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में 7.4 फीसदी की वृद्धि का अनुमान लगाया था. यह पूर्वानुमान भी इस साल जनवरी में आईएमएफ की ओर से किए गए अनुमान 8.2 प्रतिशत से कम था.