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इतिहास में पहली बार हुआ ऐसा, फिक्स्ड लाइन सेवा वाली देश की सबसे बड़ी कंपनी बन गई Reliance Jio

देश में दूरसंचार सेवाओं की शुरुआत के बाद यह पहली बार हुआ है कि किसी निजी ऑपरेटर ने वायरलाइन सेगमेंट में नंबर एक स्थान हासिल किया है. मंगलवार को जारी ट्राई की एक रिपोर्ट के अनुसार, निजी दूरसंचार ऑपरेटर रिलायंस जियो ने अगस्त में सार्वजनिक क्षेत्र की बीएसएनएल को पछाड़कर देश में सबसे बड़ी फिक्स्ड लाइन सेवा प्रदाता कंपनी बन गई.

Jio Jio
हाइलाइट्स
  • जियो ने 3 साल पहले अपनी वायरलाइन सेवा शुरू की थी

  • देश में वायरलाइन ग्राहकों की संख्या 2.59 करोड़ हुई

मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस जियो पहली बार अगस्त में सार्वजनिक क्षेत्र की भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) को पछाड़कर फिक्स्ड लाइन सेवा प्रदान करने वाली देश की सबसे बड़ी कंपनी बन गई है. भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार, 31 अगस्त तक जियो के वायरलाइन ग्राहकों की संख्या 73.52 लाख पर पहुंच गई जबकि बीएसएनएल का ग्राहक आधार 71.32 लाख रहा. वहीं एमटीएनएल ने 26 लाख कनेक्शन मुहैया कराए.

2019 में Jio Fiber हुआ था लॉन्च

बता दें कि Reliance Jio पिछले कुछ वर्षों में सेगमेंट में पैठ बनाने की कोशिश कर रहा था और 2019 में Jio Fiber लॉन्च किया, जिसमें लैंडलाइन और फाइबर-आधारित ब्रॉडबैंड सेवाएं दोनों शामिल थीं. बीएसएनएल की बात करें तो BSNL देश में पिछले 22 वर्षों से वायरलाइन सेवाएं प्रदान कर रही है, जबकि जियो ने तीन साल पहले ही अपनी वायरलाइन सेवा शुरू की थी.

ट्राई ने पहले देश में लैंडलाइन कनेक्शन की घटती संख्या को चिंता का कारण बताया था. क्योंकि उसी नेटवर्क का उपयोग फिक्स्ड लाइन ब्रॉडबैंड सेवाएं देने के लिए भी किया जाता है. बीएसएनएल और एमटीएनएल के वर्चस्व वाले लैंडलाइन कनेक्शन की संख्या 2010 में 36.76 मिलियन से घटकर 2020 में 20.58 मिलियन हो गई.लेकिन पिछले दो वर्षों में, कई कारणों से यह आंकड़ा बढ़ गया है, जिसमें कोविड के प्रकोप के बाद से घर से काम करना भी शामिल है.

वायरलाइन ग्राहकों की संख्या बढ़कर 2.59 करोड़ हुई

ट्राई के मंगलवार को जारी आंकड़ों के अनुसार अगस्त में देश में वायरलाइन ग्राहकों की संख्या बढ़कर 2.59 करोड़ हो गई, जोकि जुलाई में 2.56 करोड़ थी. ट्राई के अनुसार, वायरलाइन सेवाएं इस्तेमाल करने वाले लोगों की संख्या में हुई इस वृद्धि में निजी क्षेत्र का योगदान रहा. इस अवधि में जियो ने 2.62 लाख नए ग्राहक जोड़े, भारती एयरटेल ने 1.19 लाख जबकि वोडाफोन आइडिया (वीआई) और टाटा टेलीसर्विसेज ने क्रमश: 4,202 और 3,769 नए ग्राहकों को जोड़ा. महत्वपूर्ण बात ये भी है कि लैंडलाइन-आधारित ब्रॉडबैंड कनेक्शनों की अधिकता भी इसमें मुख्य रुप से शामिल है.

वायरलेस सेगमेंट में जियो ने मजबूत की अपनी बढ़त

हालांकि, देश में कुल 1.17 अरब दूरसंचार कनेक्शनों में से 2 प्रतिशत से भी कम वर्तमान में लैंडलाइन हैं. 31 अगस्त तक बीएसएनएल और एमटीएनएल के पास लैंडलाइन मार्केट शेयर का 37.4 प्रतिशत हिस्सा था. वहीं जियो अभी भी वायरलेस सेगमेंट में सबसे आगे है. अगस्त में 3.2 मिलियन मोबाइल-फोन ग्राहक रिलायंस जियो से जुड़े. इससे कंपनी ने वायरलेस सेगमेंट में अपनी बढ़त को मजबूत किया.
वहीं सुनील मित्तल के नेतृत्व वाले भारती एयरटेल ने अगस्त में 0.3 मिलियन ग्राहक जोड़े. ट्राई के आंकड़ों से पता चलता है कि जुलाई और जून में कंपनी ने क्रमश: 0.5 मिलियन और 0.7 मिलियन ग्राहक जोड़े थे. तीसरे स्थान पर रहने वाले वोडाफोन और आइडिया से ग्राहकों का जाना जारी रहा.

कुल मिलाकर, ट्राई के आंकड़ों से पता चलता है कि अगस्त के अंत में भारत में नए मोबाइल-फोन उपयोगकर्ताओं की संख्या बढ़कर 117.5 करोड़ हो गया. जिसमें जियो ने ज्यादतर नए ग्राहकों को जोड़ा. साथ ही शहरी केंद्रों की तुलना में ग्रामीण क्षेत्रों में उच्च दर से वृद्धि हुई. जुलाई और जून में नए ग्राहकों की संख्या में क्रमश: 0.7 मिलियन और 2.22 मिलियन की वृद्धि हुई थी.