लंबी दूरी के ट्रकों के केबिन के अंदर एयर कंडीशनिंग की सर्विस अब अनिवार्य कर दी गई है. इसके बारे में एक ड्राफ्ट नोटिफिकेशन को केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मंजूरी दे दी है. गडकरी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा, “N2 और N3 कैटेगरी के ट्रकों के केबिन में एयर कंडीशनिंग सिस्टम के इंस्टॉलेशन को अनिवार्य करने के लिए ड्राफ्ट नोटिफिकेशन को मंजूरी दे दी गई.”
गडकरी ने कहा कि इस निर्णय का उद्देश्य ट्रक ड्राइवरों को उनकी एफिशिएंसी में सुधार करने के लिए आरामदायक कामकाजी परिस्थितियां देना और लंबी यात्रा के दौरान ड्राइवरों को होने वाली थकान को कम करना है.
रोड सेफ्टी में ट्रक ड्राइवरों का योगदान
गडकरी ने यह भी कहा कि सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने में ट्रक ड्राइवर महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. यह निर्णय ट्रक ड्राइवरों के लिए आरामदायक काम करने की स्थिति देने में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे उनकी दक्षता में सुधार होगा और ड्राइवर की थकान की समस्या का समाधान होगा.
पिछले महीने, गडकरी ने कहा था कि ट्रक ड्राइवर परिवहन क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं जो भारत के लिए सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में से एक है, और उनकी कामकाजी परिस्थितियों और मन की स्थिति से संबंधित मुद्दों पर ध्यान देने की आवश्यकता है.
पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक, गडकरी ने कहा था कि जल्द ही ट्रकों के लिए वातानुकूलित केबिन अनिवार्य कर दिए जाएंगे. ट्रक ड्राइवरों को अत्यधिक गर्मी की स्थिति में काम करने के लिए मजबूर किया जाता है, इस बात पर अफसोस जताते हुए कि मंत्री ने कहा था कि वह लंबे समय से ट्रक ड्राइवरों के लिए वातानुकूलित केबिनों पर जोर दे रहे हैं, जबकि "कुछ लोगों ने इस पर आपत्ति जताते हुए कहा था कि इससे लागत में बढ़ोतरी होगी."
ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री का कारोबार दोगुना करेगी सरकार: गडकरी
नितिन गडकरी ने हाल ही में यह भी कहा कि केंद्र सरकार ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री का कारोबार वर्तमान में 7.5 लाख करोड़ रुपये से दोगुना कर 15 लाख करोड़ रुपये करने का इरादा रखती है. राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले में एक सार्वजनिक बैठक में बोलते हुए गडकरी ने पिछले नौ सालों में केंद्र सरकार की उपलब्धियों को उजागर किया.
उन्होंने कहा कि ऑटोमोबाइल उद्योग का कारोबार 7.55 लाख करोड़ रुपये है, और इस क्षेत्र में साढ़े चार करोड़ लोगों को नौकरियां मिली हैं. यह इंडस्ट्री सरकार को सबसे ज्यादा जीएसटी देती है. सरकार ने तय किया है कि इस उद्योग को 15 लाख करोड़ रुपये का बनाएंगे. उन्होंने कहा कि यह उद्योग दस करोड़ नौकरियां पैदा करेगा.
उन्होंने यह भी कहा कि भारत ने ऑटोमोबाइल मैन्यूफैक्चरिंग में जापान को पछाड़ दिया है और वैश्विक स्तर पर चीन और अमेरिका के बाद तीसरे स्थान पर आ गया है.