हिमाचल प्रदेश के लोगों को लोहरी का तोहफा मिला है. हिमाचल सरकार ने पहली कैबिनेट बैठक में पुरानी पेंशन योजना की बहाली को मंजूरी दे दी है. शुक्रवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार ने ट्वीट करते हुए इस खुशखबरी को सुनाया. बता दें, नई पेंशन योजना (एनपीएस) के तहत कर्मचारियों और पेंशनरों सहित 1.36 लाख से अधिक कर्मचारी हैं. पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने को लेकर पिछले काफी समय से मांग चल रही थी.
क्या है पुरानी पेंशन स्कीम (Old Pension Scheme)?
पुरानी पेंशन स्कीम की बात करें तो इसमें सरकारी कर्मचारी के रिटायर हो जाने के बाद जो सैलरी उसे आखिरी महीने में मिली है उसकी 50 प्रतिशत राशि उसे हर महीने पेंशन के रूप में मिलती है. उस आखिरी सैलरी से ही पेंशन तय की जाती है. पेंशन की राशि बेसिक सैलरी और महंगाई दर से तय होती है. पुरानी स्कीम के तहत अगर रिटायर्ड कर्मचारी की मौत हो जाती है तो ये पेंशन उनके परिजनों को दी जाती है.
क्या है नई पेंशन स्कीम (New Pension Scheme)?
वहीं अगर बात करें नई पेंशन स्कीम की तो इसके तहत कर्मचारी की जो बेसिक सैलरी होती है उसका 10 फीसदी हिस्सा पेंशन के लिए दिया जाता है. राज्य सरकार का इसमें 14 फीसदी योगदान होता है. हालांकि, पुरानी स्कीम को एक अप्रैल 2004 को बंद कर दिया था. लेकिन अब इसे फिर से बहाल किया जा रहा है.
कई और चीजों पर हो रहा है काम
पेंशन स्कीम के बारे में ट्वीट करते हुए सीएम सुखविंदर सुक्खू ने लिखा, “कांग्रेस की विचारधारा प्यार, भाईचारे और सच्चाई की मिसाल है। आज लोहडी के शुभ अवसर पर मुझे हिमाचल के कर्मचारियों की लंबित मांग OPS को बहाल करते हुए बहुत खुशी हो रही है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि कर्मचारी सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर हिमाचल के विकास मे अपना पूर्ण सहयोग देंगे.”
कैबिनेट बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए सीएम सुखविंदर सुक्खू ने कहा कि आज से पुरानी पेंशन योजना का लाभ दिया जाएगा. इसे लेकर जल्द ही अधिसूचना भी जारी की जाएगी. सीएम ने मीडिया से आगे कहा कि हम महिलाओं को 1,500 रुपये प्रति माह देने के अपने वादे को पूरा करेंगे. इसके अलावा सीएम सुक्खू ने बताया कि एक लाख नौकरियों की संभावना तलाशने के लिए कमेटी का भी गठन किया गया है.