भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) ने स्टेनलेस स्टील और एल्यूमीनियम के बर्तनों के लिए ISI मार्क अनिवार्य कर दिया है. उपभोक्ताओं की सुरक्षा और उत्पाद की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए ये कदम उठाया गया है. अगर आप भी किचन के बर्तन खरीदने की प्लानिंग कर रहे हैं तो प्रोडक्ट लेने से पहले ISI मार्क जरूर चेक कर लें. ISI मार्क को हाई क्वालिटी स्टैंडर्ड का सिंबल माना जाता है.
बर्तनों के लिए भी ISI मार्क अनिवार्य
उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (DPIIT) ने अपने आदेश में रसोई के बर्तनों के लिए ISI मार्क अनिवार्य कर दिया है. इस आदेश में बीआईएस उन सभी स्टेनलेस स्टील या एल्यूमीनियम के बर्तनों के निर्माण, आयात, बिक्री, डिस्ट्रीब्यूशन, स्टोरेज या बिक्री पर प्रतिबंध लगाता है जिन पर ISI मार्क नहीं है.
आदेश न मानने वालों के खिलाफ जुर्माना
बता दें, बीआईएस, ISI मार्क जारी करता है, जो यह सुनिश्चित करता है कि जो चीज आप ले रहे हैं उसके साथ आपकी सिक्योरिटी और आपको उसकी वाजिब कीमत के साथ पूरी गुणवत्ता मिले. भारत में बाकी के सामान की बिक्री के लिए उसे ISI प्रमाणित होना जरूरी था लेकिन अब स्टेनलेस स्टील और एल्यूमीनियम के बर्तनों के लिए भी इसे अनिवार्य कर दिया गया है. आदेश न मानने वालों के खिलाफ जुर्माना लगाया जाएगा.
उपभोक्ताओं का भरोसा बढ़ेगा
बीआईएस ने हाल ही में रसोई के बर्तनों के लिए मानक तैयार किए थे, जिसमें स्टेनलेस स्टील के लिए आईएस 14756:2022 और एल्यूमीनियम के बर्तनों के लिए आईएस 1660:2024 हैं. सरकार ने कहा कि इस कदम से उपभोक्ताओं का भरोसा बढ़ेगा और निर्माताओं को बेस्ट प्रोडक्ट डिलीवर करना होगा.
स्टेनलेस स्टील क्या है
स्टील का निर्माण कार्बन में लोहा मिलाकर किया जाता है, लेकिन स्टेनलेस स्टील बनाने के लिए क्रोमियम की मात्रा ज्यादा मिलाई जाती है. स्टेनलेस स्टील संक्षारण प्रतिरोधी होता है इसलिए इसपर जंग नहीं लगता.