एक जमाना था जब लोग कहते थे कि अगर नहीं पढ़े तो खेती करनी पड़ेगी. लेकिन आज का समय ऐसा है कि खेती में भी आप मुनाफा तभी कमा सकते हैं जब आपके पास सही ज्ञान और तकनीक हो. जी हां, आज बहुत से पढ़े-लिखे युवा न सिर्फ खेती कर रहे हैं बल्कि खेती से जुड़ी मुश्किलों को हल करने पर जोर दे रहे हैं ताकि किसानों को ज्यादा से ज्यादा मुनाफा हो.
इसी बात को ध्यान में रखकर, गुजरात के सौरभ अग्रवाल और उनके भाई, अक्षय अग्रवाल ने 2019 में GrowIt लॉन्च किया. यह एक एग्री-टेक कंपनी है जिसका उद्देश्य भारतीय किसानों के लिए इनोवेटिव, सेफ और ऐसे एग्रो-प्रोडक्ट्स बनाना है जो फसलों के उत्पादन को बढ़ा दें. सूरत स्थित यह एग्रीटेक स्टार्टअप किसानों को मल्च फिल्म, शेड नेट, क्रॉप/फ्रूट कवर, वर्मी बेड, होल मल्च और कृषि जैसे सुरक्षित एग्री- इनपुट उपलब्ध कराता है.
GNT Digital से बात करते हुए, सौरभ अग्रवाल ने कहा कि तकनीक में नए-नए प्रयोगों के कारण कृषि क्षेत्र पर सकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है.
गावों में बढ़ रहा है स्मार्टफोन एप्स का चलन
सौरभ ने इस बारे में आगे बात करते हुए कहा कि किसान समुदाय के बीच कृषि ऐप सेगमेंट की बढ़ती लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि देश भर में 10 लाख से अधिक किसान एग्रीटेक ऐप उपयोग करते हैं.
साथ ही, कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, ग्रामीण भारत में स्मार्टफोन उपयोग में लगभग 67.6% की बढ़ोतरी हुई है. कृषि ऐप्स किसानों को अलग-अलग खेती के बारे में महत्वपूर्ण पूर्वानुमान और जानकारी उपलब्ध करा रही हैं और इससे एग्रीटेक इकोसिस्टम को बढ़ावा मिला है. अपनी GrowIt एप के माध्यम से सौरभ का उद्देश्य किसानों की उत्पादन क्षमता को बढ़ाना है और वह भी कार्बन फुटप्रिंट को कम करते हुए.
किसानों की आय को दोगुना करने का है लक्ष्य
आपको बता दें कि यह भारत की पहली डायरेक्ट-टू-फ़ार्मर (D2F) सुरक्षात्मक फार्मिंग एग्रीटेक कंपनी है. यह फर्म ऐसे फार्मिंग मैटेरियल और प्रोडक्ट बनाती है जो हाई क्वालिटी के हों लेकिन जिनकी कीमत किसानों के लिए बहुत किफायती हो.
साथ ही, किसानों को प्रोटेक्टिव (सुरक्षात्मक) खेती के बारे में किसानों को शिक्षित करने के लिएइस कंपनी ने हर तालुका में ग्रो क्षेत्र (डेमो फार्म) भी स्थापित किए हैं.
आपको बता दें कि GROWiT वर्तमान में गुजरात, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और कर्नाटक सहित विभिन्न राज्यों में सक्रिय है. एग्रीटेक स्टार्टअप लगभग 117 फ्रैंचाइज़ स्टोर के माध्यम से लगभग 20,000 किसानों को सेवा प्रदान करता है. और इसका फोकस क्वालिटी फूड, क्लाइमेट स्मार्ट कृषि, किसान सशक्तिकरण और किसान उत्पादकता बढ़ाना है.
खुद करते हैं खेती
सौरभ के बारे में बात करें तो उन्होंने यूके के कार्डिफ विश्वविद्यालय से ग्रोजुएशन की और एसपी जैन मैनेजमेंट संस्थान, मुंबई से एमबीए किया. वहीं, उनके भाई, अक्षय ने मैसाचुसेट्स यूनिवर्सिटी, लॉवेल से इंजीनियरिंग का कोर्स पूरा किया है. अक्षय एक प्लास्टिक इंजीनियर हैं और उनका फोकस GrowiT में प्रोडक्ट डेवलपमेंट पर रहता है.
GROWiT की शुरुआत सौरभ अग्रवाल ने की थी क्योंकि वह हमेशा से ही खेती से जुड़े रहना चाहते थे. यहां तक कि वह खुद सब्जी और फलों की खेती करते हैं. इसने उन्हें यह सोचने के लिए प्रेरित किया कि भारतीय कृषि उद्योग में उनका क्या योगदान हो सकता है. जब उन्होंने इस बारे में रिसर्च की तो पता चला कि ज्यादातर किसान बहुत पढ़े-लिखे नहीं हैं और उन्होंने तकनीक का ज्यादा ज्ञान नहीं है. यहां से उनका सफर शुरू हुआ.
शार्क टैंक से मिली फंडिंग
2019 में, सौरभ और अक्षय ने इसरायल, चीन, अमेरिका, स्पेन, इटली, मेक्सिको जैसे कई देशों के किसानों के अनूठे तरीकों को समझने और उनसे परिचित होने के लिए एक यात्रा आरंभ की। यह यात्रा GrowIt की स्थापना के प्रेरक के रूप में काम करती है - एक मंच जो कृषि क्षेत्र को क्रांतिकारी बनाने के लिए समर्पित है.
अपनी स्थापना के बाद से, GrowIt ने बहुत तेजी से विकसित हुआ है और अब यहां लगभग 70 कृषि विशेषज्ञों और सहायता कर्मचारियों की टीम है। इनिशियल फंडिंग के बाद, जो लगभग INR 4 करोड़ है, इसने हाल ही में Shark Tank India Season 2 में शामिल होकर INR 50 लाख की फंडिंग भी प्राप्त की है।
GrowIt में, टीम का जोश और उत्साह सरल है - टेक्नोलॉजी की शक्ति का उपयोग करके किसानों के जीवन में सुधार लाना. यहां वे कटिंग-एज समाधानों, जैसे नियंत्रित खेती, स्मार्ट सिंचाई और फसल प्रबंधन टूल्स आदि पेश करते हैं। इन जबरदस्त टूल्स से किसानों को सशक्त बनाकर.