HDFC-HDFC Bank Merger: हाउसिंग डिवलपमेंट फाइनेंस कॉरपोरेशन (HDFC) और HDFC Bank बैंक का विलय होने जा रहा है. बोर्ड मीटिंग में HDFC को HDFC Bank में विलय करने की मंजूरी दे दी गई है. दोनों बैंको के विलय में कंपनी के शेयर होल्डर्स और क्रेडिटर्स (कर्ज लेने वाले) भी शामिल होंगे. इस डील का मकसद HDFC Bank के हाउसिंग लोन पोर्टफोलियो को बेहतर बनाना है. साथ ही इसका मौजूदा कस्टमर बेस भी बढ़ाना है.
मर्जर 2024 की दूसरी या तीसरी तिमाही तक पूरा हो जाएगा
रिपोर्टस के मुताबिक HDFC Ltd और HDFC Bank का यह विलय फिस्कल ईयर 2024 की दूसरी या तीसरी तिमाही तक पूरा हो जाएगा. इस विलय के बाद HDFC बैंक में HDFC का 41% हिस्सा होगा. साथ ही HDFC होल्डिंग्स का भी HDFC में मर्जर होगा.
HDFC Ltd के चेयरमैन दीपक पारेख ने कहा कि RERA के लागू होने, हाउसिंग सेक्टर को इंफ्रास्ट्रक्चर का दर्जा मिलने, अफोर्डेबल हाउसिंग को लेकर सरकार की पहल जैसे तमाम दूसरी चीजों के कारण हाउसिंग फाइनेंस बिजनेस में बड़ी तेजी आएगी. इसके अलावा पिछले कुछ साल में बैंकों और NBFC का रेगुलेशन बेहतर बनाया गया है. इससे विलय की संभावना बनी.
मर्जर की खबर से शेयरों में शानदार तेजी
एचडीएफसी और एचडीएफसी बैंक के विलय की खबर के बाद से दोनों के शेयरों में भारी उछाल देखा जा रह है. एचडीएफसी बैंक 134.05 रुपये या 8.90 फीसदी की उछाल के साथ 1,640.05 के लेवल पर कारोबार कर रहा है. वहीं एचडीएफसी का शेयर करीब 12 फीसदी की उछाल के साथ 2745.50 के स्तर पर कारोबार कर रहा है. एचडीएफसी बैंक 2 साल की सबसे बड़ी तेजी के साथ कारोबार कर रहा है.
एचडीएफसी लिमिटेड के चेयरमैन दीपक पारेख ने कही ये बात
इस सिलसिले में एचडीएफसी लिमिटेड के चेयरमैन दीपक पारेख ने कहा कि "ये इक्वल्स का मर्जर है. हमारा मानना है कि RERA के लागू होने, हाउसिंग सेक्टर के इंफ्रास्ट्रक्चर के हालात को और बेहतर बनाने, सभी के लिए किफायती आवास जैसी सरकारी पहल की वजह से हाउसिंग फाइनेंस बिजनेस तेजी से बढ़ रहा है और दोनों बैंको का विलय इस दिशा में एक बेहतर कदम है.