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#AntiHinduHDFC: क्या है उस विज्ञापन में जिसकी वजह से सोशल मीडिया पर ट्रोल हो रहा HDFC बैंक

HDFC Bank सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल हो रहा है. इसकी वजह है एक विज्ञापन... ट्विटर पर मंगलवार सुबह से ही #AntiHinduHDFC ट्रेंड हो रहा है.

HDFC Bank HDFC Bank
हाइलाइट्स
  • विज्ञापन की वजह से विवादों में HDFC बैंक

  • HDFC Bank ने 2022 में 'विजिल आंटी' कैम्पेन की शुरुआत की थी.

प्राइवेट सेक्टर के सबसे बड़े बैंक HDFC बैंक ने सोमवार को अपने दूसरी तिमाही के नतीजों का एलान किया. इस वित्त वर्ष (Q2FY24) की दूसरी यानी जुलाई-सितंबर तिमाही में HDFC Bank को 16,811.4 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ है. वहीं, दूसरी तिमाही के लिए कुल आय सालाना आधार पर 70% बढ़कर 78,406 करोड़ रुपये हो गई. HDFC के साथ विलय के बाद HDFC Bank का मुनाफा 50% से ज्यादा बढ़ गया है.

इस बीच HDFC Bank सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल हो रहा है. इसकी वजह है एक विज्ञापन... ट्विटर पर मंगलवार सुबह से ही #AntiHinduHDFC ट्रेंड हो रहा है. आखिर क्या है इस विज्ञापन में जिसकी वजह से लोग इसे एंटी हिंदू करार दे रहे हैं.

विज्ञापन की वजह से विवादों में बैंक

इस विज्ञापन की शुरुआत अनूप सोनी के डायलॉग से होती है जिसमें वे कह रहे हैं कि वे पिछले कई सालों संगीन जुर्मों के बारे में जागरूकता फैला रहे हैं और इस विज्ञापन में वे फाइनेंशियल फ्रॉड के बारे में लोगों को बता रहे हैं. इसके बाद अनूप सोनी के साथ मिलकर विजिल आंटी लोगों को फ्रॉड से बचने के लिए अवेयर कर रही हैं. विजिल आंटी ने इस विज्ञापन में जिस लुक को अपनाया है यूजर्स को इससे आपत्ति है. उन्होंने बिंदी की जगह स्टॉप का सिंबल माथे पर लगाया है.

यूजर्स ने किया ट्रोल

एक यूजर ने कमेंट करते हुए लिखा- विज्ञापन के नाम पर गलत विचारधारा परोसना बंद करें...इस विज्ञापन का निर्माता कौन है? आपकी सतर्कता के बारे में क्या? आप सभी धर्मों में सतर्कता क्यों नहीं फैलाते?उज्जवल नाम के यूजर ने लिखा- ये बायकॉय का टाइम है. इतने विरोध के बाद भी मेकर्स ने माफी नहीं मांगी है. इनके विज्ञापन से लगता है कि ये हिंदुओं से बहुत नफरत करते हैं. इस कंपनी के मालिक एक गुजराती जैन हैं. भले ही वे माफी मांगें, हमें उनका बहिष्कार करना चाहिए और कभी भी एचडीएफसी की किसी भी सर्विस का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.

HDFC Bank ने 2022 में 'विजिल आंटी' कैम्पेन की शुरुआत की थी. जिसका मकसद था सुरक्षित बैंकिंग की आदतों को बढ़ावा देना. ये विज्ञापन भी इसी कैम्पेन का हिस्सा है. अब देखना होगा कि क्या विवाद के बाद बैंक इस विज्ञापन को वापस लेता है या नहीं.