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Who is Jyoti Bansal: बॉस के एक फैसले से 400 कर्मचारी बन गए रातों रात करोड़पति, अब पछता रहा कंपनी मालिक, जानिए कैसे हुआ?

Jyoti Bansal: ज्योति बंसल एक इंडियन-अमेरिकी बिजनेसमैन हैं. ज्योति बंसल ने आईआईटी दिल्ली (IIT Delhi) से इंजीनियरिंग की है. ज्योति बंसल के एक फैसले की वजह से उनकी कंपनी के 400 कर्मचारी अचानक करोड़पति बन गए. ज्योति बंसल अपने उस फैसले का पछतावा भी है.

Jyoti Bansal (Photo Credit: Getty Images) Jyoti Bansal (Photo Credit: Getty Images)
हाइलाइट्स
  • ज्योति बंसल ने 2008 में कंपनी को शुरू किया था

  • ज्योति बंसल ने आईआईटी दिल्ली से ग्रेजुएशन की है

Jyoti Bansal: हर कर्मचारी चाहता है कि उसका बॉस मोटी सैलरी दे. कई कंपनी मालिक अपने कर्मचारियों के वेतन में कमी नहीं रखते हैं. सबसे खुश वो कर्मचारी होंगे जिनको बॉस ने रातों रात करोड़पति बना दिया. आईआईटी दिल्ली (IIT Delhi) से इंजीनियरिंग करने वाले ज्योति बंसल एक फैसले की वजह से उनकी कंपनी के 400 कर्मचारी करोड़पति बन गए.

ज्योति बंसल ने इस बारे में सीएनबीसी मेक इट को दिए इंटरव्यू में बताया है. ज्योति बंसल एक कंपनी थी. उस कंपनी को उन्होंने 3.7 बिलियन में बेचा था. इस कंपनी को बेचते ही उसमें काम करने वाले 400 कर्मचारी अचानक करोड़पति बन गए. आखिर ऐसा कैसे हुआ? इस पर एक नजर डालते हैं.

कौन है ज्योति बंसल?
ज्योति बंसल एक भारतीय-अमेरिकी बिजनेसमैन हैं. ज्योति बंसल भारत में ही पैदा हुए थे. ज्योति बंसल ने 1995 में आईआईटी दिल्ली से इंजीनियरिंग की. वो हमेशा से एक एंटरप्रेन्योर बनना चाहते थे. एक सफल बिजनेसमैन बनने के लिए ज्योति बंसल अमेरिका चल गए.

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शुरू की कंपनी
अमेरिका की सिलिकॉन वैली में काम करने के बाद ज्योति बंसल को ग्रीन कार्ड मिला. इसके बाद ज्योति बंसल ने एक स्टार्टअप लॉन्च किया. ज्योति बंसल ने अपनी कंपनी का नाम ऐपडायनामिक्स रखा. ज्योति बंसल ने अपनी कंपनी को 2008 में शुरू किया.

ऐपडायनामिक्स मार्केट को ध्यान में रखकर बनाया गया था. ये कंपनी खराब ऐप को ठीक करने में मदद करती है. इससे इस कंपनी को एक पहचान मिली. ऐपडायनामिक्स (Appdynamics Jyoti Bansal) कंपनियों को उनकी टेक्नोलॉजी के बिजनेस में मदद करती है. साथ ही कंपनियों के ऐप की कमियों को ठीक करने वाले टूल्स भी बनाती है. साल 2017 तक ज्योति बंसल इस कंपनी को अच्छे से चलाते रहे.

400 कर्मचारी बने करोड़पति
ज्योति बंसल की ऐपडायनामिक्स कंपनी में लगभग 1200 कर्मचारी काम करते थे. 2017 में ऐपडायनामिक्स का आईपीओ आने वाला था. ज्योति के पास कंपनी के 14% शेयर थे. ऐसे में आईपीओ आने से उनको सबसे बड़ा फायदा होता.

इसी बीच सिस्को ने ऐपडायनामिक्स को खरीदने का ऑफर दिया. ज्योति बंसल ने अपने 1200 कर्मचारियों के फायदे के बारे में सोचा. उन्होंने सिस्को को ऐपडायनामिक्स 3.7 बिलियन डॉलर में बेच दी. ज्योति बंसल के फैसले से 400 कर्मचारी अचानक करोड़पति बन गए.

कैसे बने करोड़पति?
ज्योति बंसल कंपनी के इकलौते मालिक थे. उनके पास कंपनी के 14 फीसदी शेयर थे. बाकी के शेयर उन्होंने अपनी कंपनी के कर्मचारी को दे रखे थे. कंपनी को बेचते ही कंपनी के शेयर की कीमत में अचानक से उछाल आ गया.

शेयर की कीमत 10 लाख डॉलर तक पहुंच गई. कुछ लोगों के पास तो 50 लाख डॉलर की कीमत तक के शेयर थे. इस तरह से कंपनी के लगभग 400 कर्मचारी करोड़पति बन गए. इंटरव्यू में ज्योति बंसल बताते हैं कि कंपनी के लोग खुश थे क्योंकि उन्होंने इतना पैसा कभी नहीं देखा था. एक व्यक्ति ने तो 6 महीने की छुट्टी ली और घूमने के लिए निकल गया.

फैसले पर पछतावा
ज्योति बंसल ने इंटरव्यू में बताया कि उस समय कंपनी बेचने का सौदा मुझे फायदेमंद लगा था लेकिन मैं दुखी भी था. मैंने इस कंपनी को 9 साल दिए थे और एक दिन सब खत्म हो गया. कंपनी को वो और आगे ले जा सकते थे.

ऐपडायनामिक्स कंपनी आज सिस्को चलाती है. ज्योति बंसल ने बाद में ट्रेसबेल एंड टुडे और हार्नेस स्टार्टअप बनाया. इसकी मार्केट वैल्यू 3.7 बिलियन डॉलर है. इतने ही पैसों में ज्योति बंसल ने ऐपडायनामिक्स सिस्को को बेची थी.