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Infosys के प्रेसिडेंट रवि कुमार ने अपने पद से दिया इस्तीफा...20 साल से कंपनी में दे रहे थे सेवाएं

कुमार भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र में एक परमाणु वैज्ञानिक के तौर पर अपने करियर की शुरुआत करने वाले रवि कुमार 20 साल से इंफोसिस में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. हाल ही में 11 अक्टूबर को उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया.

Ravi Kumar S Ravi Kumar S
हाइलाइट्स
  • 11 अक्टूबर को दिया इस्तीफा

  • 20 साल से कर रहे काम

आईटी सर्विस की दिग्गज मानी जाने वाली कंपनी इंफोसिस (Infosys) को उस वक्त करारा झटका लगा जब उसके अध्यक्ष रवि कुमार एस (Ravi Kumar S) ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. कंपनी ने इस कदम का कोई कारण नहीं बताया है. कंपनी ने 11 अक्टूबर को स्टॉक एक्सचेंज में इसकी जानकारी दी.

इंफोसिस ने एक नियामक फाइलिंग में कहा, "निदेशक मंडल ने कंपनी में उनके योगदान के लिए रवि कुमार एस द्वारा प्रदान की गई सेवाओं के लिए उनकी गहरी सराहना की." अध्यक्ष के रूप में अपनी भूमिका में, रवि कुमार एस ने इंफोसिस ग्लोबल का सभी उद्योग क्षेत्रों में सेवा संगठन नेतृत्व किया. 

क्या है मामला?
रवि कुमार ने इस्तीफा क्यों दिया है इस बात का अब तक पता नहीं चल पाया है.उन्होंने कंसल्टिंग, टेक्नोलॉजी, इंफ्रास्ट्रक्चर, इंजीनियरिंग और प्रोसेस वर्टिकल में सर्विस लाइन्स और स्पेशलाइज्ड डिजिटल सेल्स का नेतृत्व किया.

कौन हैं रवि कुमार?
रवि कुमार ने भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र में एक परमाणु वैज्ञानिक के रूप में अपना करियर शुरू किया था. वह 2002 में इंफोसिस में शामिल हो गए और 2016 में इसके अध्यक्ष के रूप में नियुक्त हुए. साल 2017 में, उन्हें डिप्टी सीओओ के रूप में नामित किया गया था, लेकिन बाद में मौजूदा यूबी प्रवीण राव के सेवानिवृत्त होने के बाद कंपनी ने सीओओ का पद हटा लिया. रवि कुमार 20 साल से इंफोसिस में अपनी सेवाएं दे रहे हैं.

इन्फोसिस की 2021-22 की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, कुमार सीईओ सलिल पारेख और पूर्व सीओओ यूबी प्रवीण राव के बाद कंपनी के तीसरे सबसे अधिक वेतन पाने वाले वरिष्ठ कार्यकारी अधिकारी थे. इंफोसिस के शेयर, जो 13 अक्टूबर को अपनी दूसरी तिमाही की आय की घोषणा करने वाले हैं, बीएसई पर 2.65 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1,423.90 रुपये पर बंद हुए. कंपनी का बोर्ड 13 अक्टूबर को होने वाली बैठक में शेयर बायबैक पर भी विचार करेगा.