आजकल भारत की लगभग हर कंपनी, फर्म, कॉलेज और यहां तक की स्कूलों में भी महिला दिवस आदि को धूमधाम से मनाया जाता है. हर शहर में इस दिन में खास इवेंट्स आयोजित किए जाते हैं. लेकिन आज हम आपको बता रहे हैं एक ऐसे ऑर्गनाइजेशन के बारे में जिनके लिए हर दिन महिला दिवस है.
यह कहानी है बंगलुरु स्थित Iron Lady की, जिसकी शुरुआत साल 2016 में हुई थी. आपको बता दें कि Iron Lady भारत में महिलाओं के लिए एक लीडिंग लीडरशिप प्लेटफॉर्म है. जैसा कि नाम से ही जाहिर है, यह कंपनी महिलाओं को सशक्त बना रही है ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें.
हाल ही में, इस कंपनी में एक खास अचीवमेंट हासिल की है. दरअसल, आयरन लेडी से लीडरशिप ट्रेनिंग लेने वाली 50 से ज्यादा महिलाओं ने एक करोड़ से ज्यादा सालाना इनकम के मार्क को पार किया है. यह अपने आप में काबिल-ए-तारीफ है कि कोई कंपनी महिलाओं की उनके करियर में इस तरह मदद कर रही है.
कैसे हुई शुरूआत
आपको बता दें कि Iron Lady की शुरुआत राजेश भट और सुवर्णा हेगडे ने मिलकर की थी. राजेश भट एक सीरियल सोशल उद्यमी हैं और यह उनका छठा स्टार्टअप है. उनका मुख्य उद्देश्य लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाना है ताकि भारत की तस्वीर बदली जा सके. उन्हें अपने काम के लिए बहुत से अवॉर्ड भी मिले हैं. वहीं, सुवर्णा महिलाओं के लिए बिजनेस वॉर टैक्टिक्स की एक्सपर्ट हैं. उन्होंने टॉप इंडस्ट्रीज में टॉप लेवल पर काम करने वाली हजारों महिलाओं को लीडरशिप कोचिंग दी है.
राजेश भट कहते हैं कि उन्होंने अक्सर वर्कप्लेस पर लैंगिक भेदभाव देखा है जिसे वह दूर करना चाहते थे. इसलिए उन्होंने आयरन लेडी नामक एक समर्पित संगठन की स्थापना की. वह महिलाओं को उनके करियर में सफलता हासिल करने में मदद करना चाहते थे. आज उनके प्लेटफॉर्म के पास कई ऐसे प्रोग्राम हैं जो प्रोफेशनल वर्कफोर्स में महिलाओं की मदद करते हैं. यह संगठन हर महीने अलग-अलग बैकग्राउंड से आने वाली लगभग 4000 महिलाओं को ट्रेनिंग देता है.
80,000 महिलाओं के करियर में की मदद
आयरन लेडी संगठन महिलाओं को उनके करियर के विकास में मदद करता है, जिसका उद्देश्य उन्हें जरूरी स्किल्स, सलाह और एक सपोर्टिव कम्यूनिटी देना है. उनके कार्यक्रम, जैसे लीडरशिप एसेंशियल प्रोग्राम, 100 बोर्ड मेंबर और मास्टर ऑफ बिजनेस वारफेयर आदि हैं जिनके तहत महिलाओं को अलग-अलग ट्रेनिंग दी जाती हैं. अब तक, लगभग 80,000 महिलाओं को इस संगठन से मदद मिली है.
इन महिलाओं को न सिर्फ करियर में उन्नति मिली है, जिसमें वेतन में बढ़ोतरी और बैक-टू-बैक प्रमोशन शामिल है, बल्कि पर्सनल लाइफ में भी उन्होंने अपनी जिंदगी की मुश्किलों को दूर किया है. जैसे आत्मनिर्भर होने के बाद महिलाओं को अपमानजनक रिश्तों से निकलने में मदद मिली है. संगठन का उद्देश्य महिलाओं की जिंदगी के हर पहलू में बदलाव लाना है.