ट्रैवल बुकिंग प्लेटफॉर्म Ixigo चलाने वाली कंपनी Le Travenues Technology का IPO बुधवार को बंद हो गया. 10 जून को जब यह इश्यू खुला था तो पहले दिन ही ओवर सब्सक्राइब हो गया था. आईपीओ सब्सक्राइब करने वाले निवेशकों को 13 जून को शेयरों का अलॉटमेंट किया जाएगा. इसकी लिस्टिंग 18 जून को बीएसई और एनएसई दोनों पर होगी.
740.10 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है कंपनी
एंकर निवेशकों के लिए ये आईपीओ 7 जून को ओपन हुआ था. इस आईपीओ के जरिए कंपनी 740.10 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है. इसके लिए कंपनी 120 करोड़ रुपये के 12,903,226 नए शेयर इश्यू करेगी. वहीं, कंपनी के मौजूदा निवेशक ऑफर फॉर सेल यानी के जरिए 740.10 रुपये के 79,580,900 शेयर बेचेंगे. Ixigo ने इश्यू का 75% हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए रिजर्व रखा गया है.
प्राइस बैंड 88 रुपये से 93 रुपये प्रति शेयर
इस IPO के लिए रिटेल निवेशक को मिनिमम एक लॉट यानी 161 शेयर के लिए अप्लाय करना होगा. इक्सिगो आईपीओ का प्राइस बैंड 88 रुपये से 93 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है. इक्सिगो के अनलिस्टेड शेयर तीसरे दिन ग्रे मार्केट प्रीमियम 38 रुपये पहुंच गए यानि 93 रुपये के ऊपरी प्राइस बैंड के आधार पर स्टॉक की लिस्टिंग में 40 फीसदी का रिटर्न मिल सकता है. आपको बता दें कि GMP बाजार के सेंटिमेंट के हिसाब से बदलता रहता है. हालांकि बेहतर रिस्पॉन्स की वजह से स्टॉक की लिस्टिंग में ऊंचे रिटर्न मिलने की भी उम्मीद बन गई है.
iitian's ने शुरू किया था Ixigo
आलोक बाजपेयी और रजनीश कुमार ने 2007 में ले ट्रैवेन्यूज़ टेक्नोलॉजी लिमिटेड की स्थापना की थी. ixigo ट्रैवलर्स को ट्रेन, फ्लाइट, बस टिकट के साथ ही होटल बुक करने की सुविधा देता है. इक्सिगो यात्रियों को बेहतर विकल्प मुहैया कराने के लिए एआई, मशीन लर्निंग का इस्तेमाल करती है. बीते वित्त वर्ष में दिसंबर 2023 तक की 3 तिमाही में कंपनी की आय 31 फीसदी बढ़कर 497 करोड़ रुपये हो गई है.
2006 में नौकरी छोड़कर भारत आए
आईआईटी कानपुर के विंगमेट्स आलोक और रजनीश हमेशा से ही एंटरप्रेन्योर बनना चाहते थे. दोनों फ्रांस की एक कंपनी में अच्छी सैलरी पर जॉब कर रहे थे. लेकिन वो कहते हैं ना जिस काम में मजा ना आए, उसे छोड़ देना ही बेहतर है. आलोक और रजनीश ने भी कुछ ऐसा ही सोचा और 2006 में यूरोप छोड़कर इंडिया आ गए.
गुड़गांव के एक फ्लैट से लोगों को मिला Ixigo
दोनों ने गुड़गांव में एक स्टूडियो अपार्टमेंट रेंट पर लिया और अपना ऑफिस बनाया. शुरुआत में दोनों को समझ नहीं आ रहा था कि क्या करना चाहिए लेकिन धीरे-धीरे उन्हें अहसास हुआ कि इंडिया में ट्रैवल बुकिंग एक लंबी और परेशान करने वाली प्रक्रिया है. इससे उन्हें फ्लाइट बुकिंग के लिए एक ट्रैवल मेटा सर्च वेबसाइट शुरू करने की प्रेरणा मिली.
एक साल तक दोनों ने बिना सैलरी के दिन रात कड़ी मेहनत की और इस तरह 2007 में लोगों को मिला Ixigo. जोकि लोगों को एक ही ऐप के जरिए ट्रेन, फ्लाइट, बस टिकट के साथ ही होटल बुक करने की सुविधा देता है. इसे एक नए ऑनलाइन ट्रैवल सेगमेंट में लॉन्च किया गया था और कुछ समय में ही ये लोगों के बीच लोकप्रिय हो गया. 31 दिसंबर 2023 तक कंपनी में 486 एम्प्लॉइज थे.