जियो फाइनेंशियल लिमिटेड (Jio Financial Limited) जल्द ही होम लोन की सुविधा भी देने जा रही है. कंपनी होम लोन (Home Laon) लॉन्च करने के एडवांस स्टेज में है. इसके अलावा, कंपनी लोन ऑन म्यूचुअल फंड्स, लोन ऑन प्रॉपर्टी और लोन ऑन सिक्योरिटीज जैसे प्रोडक्ट्स भी शुरू करने जा रही है. लोगों को लोन के लिए बैंकों के चक्कर काटने पड़ते हैं, लेकिन अब लोगों के पास लोन का एक और विकल्प मौजूद होगा. रिलायंस के इस सेक्टर में आने से बैंकों की प्रतिस्पर्धा बढ़ जाएगी. मार्केट में पहले से ही होम लोन की सुविधा देने वाली बड़ी कंपनियां हैं, जिन्हें कड़ी टक्कर मिल सकती है.
अपने घर का सपना हर कोई देखता है. इस सपने को साकार करने में होम लोन की भूमिका बहुत बड़ी होती है. अगर आप भी होम लोन लेने की सोच रहे हैं, तो यह जरूरी है कि आप उसके बारे में सब कुछ जान और समझ लें.
बैंक लोन कैसे देता है
आसान भाषा में कहें तो बैंक आपकी कमाई के हिसाब से लोन देते हैं. होम लोन के लिए बैंक सबसे पहले आवेदक का क्रेडिट स्कोर और क्रेडिट रिपोर्ट देखता है. दरअसल बैंक आपका लोन इस आधार पर अप्रूव करता है कि आप आपकी इनकम और रीपेमेंट की क्षमता कितनी है. अगर क्रेडिट स्कोर अच्छा है तो लोन अप्रूवल की संभावना बढ़ जाती है. क्रेडिट स्कोर अच्छा होने से मतलब है आपने पहले लिए हुए लोन की रिपेमेंट समय पर की है. आपकी कोई EMI बाउंस नहीं हुई या आपके अकाउंट का क्रेडिट डेबिट अमाउंट से कितना ज्यादा है. इसके अलावा आपकी बैलेंस शीट भी देखी जाती है.
क्रेडिट स्कोर क्या होना चाहिए
अगर क्रेडिट स्कोर अच्छा हो तो बैंक इंटरेस्ट रेट में भी छूट देता है. होम लोन लेने के लिए 730 क्रेडिट स्कोर होना अच्छा माना जाता है. अगर आप सिंगल एप्लीकेंट होंगे तो शायद आपका होम लोन रिजेक्ट कर दिया जाए. वहीं जॉइंट होम लोन के अप्रूवल की संभावना हमेशा ज्यादा रहती है. इसके अलावा होम लोन के लिए उन्हें प्राथमिकता दी जाती है जिनकी EMI उनकी सैलरी की 50 से 60 फीसदी हो. मान लीजिए आपकी सैलरी 1 लाख रुपये है तो 60 हजार रुपये EMI देने पर होम लोन मंजूर होने की संभावना अधिक रहती है.
EMI कैसे कैलकुलेट करें
किसी घर की कीमत का 10 -20% तक डाउन पेमेंट के रूप में जाता है. इसके बाद प्रॉपर्टी की कीमत का 80-90% तक लोन मिल जाता है. होम लोन के लिए कितनी EMI होनी चाहिए, इसके लिए आपको EMI कैलकुलेटर का इस्तेमाल करना चाहिए. सबसे पहले आपको अपनी कमाई-खर्च का हिसाब लगाना होगा. आपको यह प्लानिंग करनी होगी कि आपको कितने समय के लिए लोन चाहिए. आप कितनी डाउन पेमेंट कर सकते हैं और कितनी ईएमआई (EMI) आप आसानी से दे पाएंगे. आप EMI कैलकुलेटर में होम लोन की राशि और अवधि एक ही रखकर अलग-अलग ब्याज दर से EMI कैलकुलेट कर सकते हैं. अगर आपके लोन का टैन्योर ज्यादा चुना है तो EMI कम आएगी लेकिन आपको ब्याज ज्यादा देना पड़ेगा क्योंकि आपने बैंक से ज्यादा समय के लिए लोन लिया है.
होम लोन के लिए जरूरी डॉक्यूमेंट
एप्लिकेशन फॉर्म
पहचान पत्र
रेजिडेंशल प्रूफ (आधार कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, राशन कार्ड, आदि)
उम्र के लिए प्रूफ (आधार कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, आदि)
अगर नौकरी है तो सैलरी स्लिप (Salary Proof) और बिजनेस है तो इनकम प्रूफ
छह महीने की बैंक स्टेटमेंट
फॉर्म 16
होम लोन लेने के लिए न्यूनतम आयु 21 वर्ष और अधिकतम आयु 65 वर्ष है.
फिक्स्ड रेट या फ्लोटिंग रेट कौन सा विकल्प चुनना बेहतर
फिक्स्ड रेट में जहां लोन की पूरे टेन्योर तक ब्याज दर एक समान रहती है वहीं फ्लोटिंग रेट में ब्याज दर में बदलाव होता रहता है. फ्लोटिंग रेट ऑफ इंट्रेस्ट मार्केट पर निर्भर करता है. होम लोन लेते समय फ्लोटिंग रेट का विकल्प चुनना बेहतर होता है क्योंकि यह घटता बढ़ता रहता है और यह फिक्स्ड इंट्रेस्ट रेट से सस्ता ही पड़ता है. आप एक छोटी सी फीस चुकाकर अपने फिक्स्ड रेट लोन को फ्लोटिंग रेट लोन में और फ्लोटिंग रेट लोन को फिक्स्ड रेट लोन में बदल सकते हैं.
अलग-अलग बैंक और हाउसिंग लोन कंपनियां अलग-अलग ब्याज दर लेती हैं. किस बैंक में कितनी है ब्याज दर
HDFC- 8.75%
Axis Bank-8.75% से शुरू
ICICI Bank- 8.75% से शुरू
LIC- 8.5 % से शुरू
Kotak Mahindra Bank-8.70% से शुरू
PNB- 9.4 % से शुरू
अगर महिला हैं तो क्या फायदे मिल सकते हैं
जॉइंट होम लोन में अगर एक बॉरोअर महिला हो तो कई बैंक ब्याज दरों में छूट देते हैं. ये छूट ब्याज दरों पर 0.05 से लेकर 1 फीसदी तक हो सकती है. ब्याज दर कम होने की वजह से पत्नी या मां के नाम पर घर खरीदना फायदे का सौदा हो सकता है. इसके अलावा अगर प्रॉपर्टी महिला के नाम पर खरीदी गई है तो स्टैंप ड्यूटी में भी फायदा मिलता है. इसके अलावा रजिस्ट्री महिला के नाम पर कराने से महिलाओं को प्रॉपर्टी से संबंधी टैक्स पर भी छूट मिलती है.
इसके अलावा LIC की तरफ से आर्मी पर्सन को होम लोन में बिल प्रोसेसिंग फीस और रेट ऑफ इंटरेस्ट में छूट दी जा रही है. HDFC में दो साल पहले तक महिलाओं को छूट दी जा रही थी लेकिन अब इस तरह की कोई योजना फिलहाल नहीं है लेकिन फीमेल एप्लीकेंट को लोन मिलने में आसानी होती है.
सरकार की तरफ से दिए जाने वाले बैनिफिट्स
अगर परिवार में दो लोग कमाने वाले हैं, तो बैंक आपको जॉइंट लोन भी दे सकता है. जॉइंट होम लोन में अलग-अलग इनकम टैक्स बैनिफिट लिया जा सकता है. जॉइंट होम लोन के मामले में, दोनों व्यक्तियों को 80C के तहत 2 लाख रुपए तक के ब्याज भुगतान पर टैक्स कटौती और 24(b) के तहत टैक्स छूट का फायदा मिलता है. जॉइंट होम लोन में आप मूल राशि और ब्याज भुगतान के लिए टैक्स में 1.5 लाख रुपये और 2 लाख रुपये की कटौती का क्लेम कर सकते हैं.
मिडिल क्लास कैसे ले सकती है सब्सिडी
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत होम लोन पर छूट मिलती है. ये सुविधा उन लोगों को मिलती है, जिनके पास देश में कहीं भी अपना कोई पक्का घर नहीं है. इस स्कीम में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS), निचला आय वर्ग (LIG) और मध्यम आय वर्ग (MIG I और II) को शामिल किया जाता है. यह होम लोन 35 लाख तक की कीमत वाले मकान के लिए है. सब्सिडी का क्लेम आपकी तरफ से आपके होम लोन प्रोवाइडर द्वारा किया जाता है. PMAY ने पहली बार घर खरीदने वालों के लिए अपना घर लेना आसान और सस्ता बना दिया है.