देश में पिछले कुछ सालों में बिजनेस मॉड्यूल बदला है और लगातार बड़े बदलाव देखे गए हैं. ऑनलाइन और सोशल मीडिया के युग में छोटा व्यापार करने वाले लोगों ने काफी तरकी की है, ऐसे में देश में व्यापार करने वाले वर्ग में अब महिलाएं सब से आगे हैं. देश में अब कोई भी क्षेत्र हो वहां महिलाएं अपना वचस्व कायम कर रही हैं. महिलाएं देश का नाम रोशन कर रही हैं और देश को आगे भी बढ़ा रही हैं.
ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म Toraa (तोरा) की मालकिन हैं
देश में कपड़ों का व्यापार अलग-अलग शहरों में किया जाता है. ऐसे में कुछ जगह और शहर ऐसे हैं जो कपड़ों के लिए जाने जाते हैं. साड़ी के लिए प्रख्यात मुंबई के कोल्हापुर शहर की साड़ी देश भर में महिलाएं पहनती हैं. ऐसे में मुंबई की भिवंडी में रहने वाली आनंदी ने कोल्हापुर की साड़ी को एक नया आयाम दिया है. आनंदी एक एंटरप्रेन्योर हैं और अपनी ऑनलाइन कंपनी तोरा चलाती हैं, जिसमें वो कोल्हापुर के प्रोडक्ट्स और साड़ी बेचती हैं.
आसान नहीं था यहां तक का सफर
कल्पना वंदना (आनंदी) का तोरा लोगों की पहली पसंद बनते जा रहा है. वहीं 3 साल में ही इस कंपनी का टर्न ओवर करोड़ों तक पहुंच गया है. कल्पना वंदना (आनंदी) का यहां तक का सफर बिलकुल भी आसान नहीं था. जब वह 13-14 साल की थीं. तब उनकी मां उन्हें खूब मारती थी. साथ ही ताने भी देती थी कि मैं इसे क्यों लाई हूं. पता नहीं इसे किस नाले से उठाया था? लड़का होता तो बात ही कुछ और होती.
कल्पना वंदना (आनंदी) कहती हैं कि मुझे नहीं पता कि मैं कहां पैदा हुई थी, मैं अनाथालय में थी और वहीं से मुझे मेरी माँ ने गोद लिया था. गोद लेने के कुछ समय तक तो सब ठीक था. मगर उसके बाद माँ बहुत मारती थी और मैंने बहुत सहन किया है लेकिन, आज मैं तोरा (तोरा) की मालिक हूं. ये एक ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म है जो कोल्हापुरी साड़ी और अन्य उत्पाद बेचता है.