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Women's Day Special: क्या आप भी कर रही हैं अपने पैसे इन्वेस्ट या सेव? जानिए भारत में कितनी महिलाएं हैं इसे लेकर जागरूक

इस रिसर्च में पाया गया कि 14 प्रतिशत महिलाओं ने बिल्कुल भी इन्वेस्ट नहीं किया जबकि 17 प्रतिशत ने 5 प्रतिशत से कम इन्वेस्ट किया है. इसके अलावा, 25 प्रतिशत महिलाओं ने अपने पैसे का 6 प्रतिशत से 10 प्रतिशत के बीच बचाया है.

LXME Report LXME Report
हाइलाइट्स
  • सोना और फिक्स्ड डिपॉजिट है लिस्ट में टॉप पर

  • 14 प्रतिशत महिलाओं ने बिल्कुल भी इन्वेस्ट नहीं किया

महिलाओं को हमेशा जोड़ने वाली कहा जाता है. चीनी का डब्बा हो, सूटकेस की पॉकेट हो, या सोने में पैसे लगाना हो. वे हमेशा अपने पास कुछ न कुछ पैसे जोड़कर ही रखती हैं. लेकिन हाल ही में भारत में महिलाओं के इन्वेस्टमेंट और सेविंग्स को लेकर बड़े ही दिलचस्प आंकड़े सामने आए हैं. महिलाओं से जुडी इन्वेस्टमेंट वेबसाइट एलएक्सएमई (LXME) ने हाल ही में एक रिपोर्ट पब्लिश की है, जिसमें इन आंकड़ों का जिक्र किया गया है. इसके मुताबिक, करीब 33 प्रतिशत ऐसी महिलाएं हैं जो कहीं भी अपने पैसे को इन्वेस्ट नहीं कर रही हैं. 21 से 25 उम्र की महिलाओं में ये प्रतिशत 39 है.

महिलाओं को है अपनी सेविंग्स को खोने का डर 

LXME की फाउंडर प्रीति राठी गुप्ता कहती हैं, "लोगों के बीच ये गलत धारणा है कि इंवेस्टमेंट केवल अमीरों के लिए होता है. हालांकि, ये कई केस में सच साबित हुआ है क्योंकि 39 प्रतिशत महिलाओं ने कम पैसे होने को  इन्वेस्टमेंट न करने का कारण बताया है. 12 फीसदी ऐसी हैं जो अपने फाइनेंशियल मुद्दों को लेकर ज्यादा जागरूक नहीं हैं, इसके साथ 10 फीसदी ऐसी हैं जिन्हें उनकी सेविंग्स के खोने का डर है."

आपको बता दें, बिजनेस टुडे के साथ शेयर की गई इस रिपोर्ट के मुताबिक, 22 प्रतिशत महिलाओं को अपने इन्वेस्टमेंट के बारे में पता नहीं था, जबकि इन्वेस्ट करने वालों में से केवल 13 प्रतिशत ऐसी महिलाएं हैं जिन्होंने अपने आप स्वतंत्र रूप से इसे किया है. ज्यादातर महिलाएं ऐसी हैं जो इन्वेस्टमेंट के लिए अपने परिवार वालों या अपने पार्टनर के भरोसे हैं.  

क्या कहते हैं आंकड़ें?

आगे इस रिसर्च में पाया गया कि 14 प्रतिशत महिलाओं ने बिल्कुल भी इन्वेस्ट नहीं किया जबकि 17 प्रतिशत ने 5 प्रतिशत से कम इन्वेस्ट किया है. इसके अलावा, 25 प्रतिशत महिलाओं ने अपने पैसे का 6 प्रतिशत से 10 प्रतिशत के बीच बचाया है. इसके अलावा, ज्यादातर ने अपने पैसे को नॉर्मल सेविंग अकाउंट में ही रखा हुआ है. हालांकि 21-25 उम्र वाली कुछ ऐसी महिलाओं  भी हैं जिन्होंने कहीं न कहीं इन्वेस्ट किया हुआ है. 

सोना और फिक्स्ड डिपॉजिट है लिस्ट में टॉप पर 

आपको बताते चलें, इन्वेस्टमेंट प्रोडक्ट्स के मामले में, सोना और फिक्स्ड डिपॉजिट लिस्ट में सबसे ऊपर है. इसमें म्यूचुअल फंड और स्टॉक नीचे हैं. हालांकि रिपोर्ट के अनुसार, ये इन्वेस्टमेंट और महिलाओं का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. 

4 हजार महिलाओं को किया गया शामिल 

बता दें इस रिसर्च में 21 से 45 साल की उम्र वाली 4,000 महिलाओं को शामिल किया गया था. इसमें सिंगल, शादी-शुदा, मां सभी तरह की महिलाओं को शामिल किया गया था. इसके अलावा, रिसर्च केवल महानगरों या प्रमुख शहरों तक ही सीमित नहीं थी, बल्कि टियर 2/3 शहरों को भी इसमें शामिल किया गया था, जिसमें त्रिची, विजाग, सूरत, इंदौर, कोच्चि, गुवाहाटी, पटना और रांची जैसे स्थान शामिल थे.

LXME की फाउंडर कहती हैं, “हर महिला को लाइफ स्किल के तौर पर फाइनेंशियल प्लानिंग सिखाई जानी चाहिए. जितनी जल्दी महिलाएं अपने भविष्य के लिए अपने पैसे को इन्वेस्ट करना शुरू करेंगी, वह उनके उतना ही काम आएगा.  

रिपोर्ट की मुख्य बातें:

-14% महिलाएं कोई पैसा नहीं बचा रही हैं

-42% महिलाएं अपनी मासिक आय का 10% से भी कम बचत कर रही हैं

-केवल 10% महिलाएं ही 30% से अधिक बचत कर रही हैं

-कुल मिलाकर, 33% महिलाएं किसी तरह का कोई इन्वेस्टमेंट नहीं कर रही हैं

-22% महिलाओं को अपने इन्वेस्टमेंट की कोई जानकारी नही

-59 फीसदी महिलाओं का कोई लाइफ या मेडिकल इंश्योरेंस नहीं है.