मैं सफलता और असफलता के बारे में नहीं सोचता, वो तो आते जाते रहते हैं. ये कहना है अरबपति बिजनेसमैन कुमार मंगलम बिड़ला का. आज कुमार मंगलम बिड़ला का जन्मदिन है. 14 जून 1967 को जन्में कुमार मंगलम बिड़ला आदित्य बिड़ला ग्रुप के चेयरमैन हैं. यह ग्रुप भारत का तीसरा सबसे बड़ा बिजनेस ग्रुप है. कुमार मंगलम, बिड़ला परिवार की चौथी पीढ़ी के सदस्य हैं. उनका परिवार राजस्थान से ताल्लुक रखता है.
पिता की बात रखने के लिए की सीए की पढ़ाई
कुमार मंगलम का बचपन कोलकाता और मुंबई में बीता. उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई सिडेनहैम कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड इकोनॉमिक्स, मुंबई से की. इसके बाद मुंबई विश्वविद्यालय के एचआर कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड इकोनॉमिक्स से ग्रेजुएशन किया. इसके बाद एमबीए करने के लिए वह लंदन चले गए. वह एक चार्टर्ड एकाउंटेंट भी रहे हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि कुमार मंगलम ने सिर्फ अपने पिता की बात रखने के लिए सीए की पढ़ाई कर ली थी.
22 की उम्र में की अरेंज मैरिज
कुमार मंगलम जब 22 साल के थे तभी उनकी शादी साल 1989 में बिजनेसमैन शंभू कासलीवाल की बेटी नीरजा से हो गई थी. दोनों ने एक साथ लंदन में पढ़ाई भी की. कुमार मंगलम और नीरजा के तीन बच्चे अनन्या, आर्यमान विक्रम और अद्वैतेषा हैं. उनकी पत्नी मुंबई में एक स्कूल चलाती हैं. इसके अलावा वह आदित्य बिड़ला ट्रस्ट की वाइस चेयरपर्सन हैं. उनकी बेटी अनन्या बिड़ला जानी मानी पॉप सिंगर हैं. वह ई-कॉमर्स कंपनी क्यूरोकार्ट की फाउंडर और CEO भी हैं. उनके बेटे आर्यमन बिड़ला क्रिकेटर हैं.
28 साल में आई बिड़ला ग्रुप की जिम्मेदारी
कुमार मंगलम बिड़ला को क्रिकेट खेलने का बहुत शौक था, लेकिन पिता के बिजनेस को संभालने के लिए उन्हें अपने सपने छोड़ने पड़े. अगर वे बिजनेसमैन नहीं होते, तो दुनिया आज उन्हें क्रिकेटर के रूप में जानती. अपने पिता आदित्य बिड़ला की मौत के बाद कुमार मंगलम को महज 28 साल की उम्र में साल 1995 में बिड़ला ग्रुप की जिम्मेदारी अपने कंधों पर उठानी पड़ी. इतनी कम उम्र में इतने बड़े बिड़ला ग्रुप को चलाने में उनकी काबिलियत पर कई लोगों ने उस वक्त सवाल भी उठाए, लेकिन कुमार मंगलम ने अपने मेहनत और काबिलियत के दम पर यह साबित किया कि कामयाबी की कोई उम्र नहीं होती.
कारोबार संभालने के अलावा कोई विकल्प ही नहीं था
कम उम्र में इतनी बड़ी जिम्मेदारी लेने को लेकर कुमार ने एक इंटरव्यू में कहा था,''मेरे पास जल्दी बड़े होने के अलावा कोई विकल्प नहीं था. यह अपने आप में बहुत बड़ी सीख थी कि हमें हर परिस्थिति के लिए तैयार रहना चाहिए. पिता की मौत ने मुझे जीवन की अस्थिरता के बारे में सिखाया, परिवार और करीबी दोस्तों की अहमियत करना सिखाया.
42 देशों में फैला है बिड़ला ग्रुप का कारोबार
1995 से अब तक कुमार मंगलम ने अपने कारोबार को दुनिया के 42 देशों में फैलाया है. इनका कारोबार 16.5 अरब डॉलर का है. दुनियाभर की अमीर शख्यिसत में वह 106वें नंबर पर आते हैं. पिछले कई सालों में कुमार मंगलम बिड़ला की कुल नेटवर्थ बढ़ी है. कुमार मंगलम बिरला की कमाई सीमेंट, एल्युमिनियम और वित्तीय सेवाओं के अलावा वोडाफोन आइडिया लिमिटेड से होती है. पिछले साल कुमार मंगलम बिड़ला ने वोडाफोन आइडिया (VI) के नॉन एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर और नॉन एग्जीक्यूटिव चेयरमैन के पद से इस्तीफा दे दिया था.