पिछले कुछ सालों में हेल्दी बेव्रेज के ऑप्शन्स बढ़े हैं. लोग अपनी सेहत के प्रति जागरूक हो रहे हैं और इस वजह से मार्केट में हेल्दी ड्रिंक्स की मांग बढ़ा है और सौरभ मुंजाल जैसे उद्यमी इस जरूरत को पूरा करने के लिए आगे बढ़ रहे हैं. लाहौरी ज़ीरा एक नेचुरल रिफ्रेशमेंट ड्रिंक है जिसने ड्रिंक्स इंडस्ट्री में क्रांति ला दी है.
इस ड्रिंक का प्राइमरी इंग्रेडिएंट है- सेंधा नमक और इसी वजह से "लाहौरी नमक" शब्द अस्तित्व में आया. इस ड्रिंक को अल्कोहल के बिना बनाया गया है और यह स्वाद में भई मजेदार है. सबसे दिलचस्प है कि इस ड्रिंक को लोकल इंग्रेडिएंट्स और कलनरी एक्सपर्टीज से तैयार किया गया है. और अब लाहौरी जीरा की सभी ड्रिंक्स लोगों की फेवरेट बनी हुई हैं.
कैसे हुई लाहौरी ज़ीरा की शुरुआत
सौरभ मुंजाल ने अपने दो कजिन्स, सौरभ भूतना और निखिल डोडा के साथ मिलकर लाहौरी ज़ीरा की स्थापना की. पंजाब स्थित इस कंपनी ने अपना खुद का ब्रांड बनाया क्योंकि मुंजाल ने देखा की देसी ड्रिंक केटेगरी में मार्केट में खास कंपटीशन नहीं है. सौरभ के चचेरे भाई निखिल और उनके परिवार को तरह-तरह के पारंपरिक ड्रिंक्स बनाना पसंद है. वे अपने स्वाद को बेहतर बनाने के लिए ड्रिंक्स में रसोई के सामान्य मसाले डालकर प्रयोग करते थे.
जब सौरभ मुंजाल और उनके दूसरे चचेरे भाई, सौरभ भूतना ने एक बार निखिल के ज़ीरा ड्रिंक को चखा तो उन्हें आइडिया आया कि इसे कमर्शियली बेचा जा सकता है. उन्होंने नेचुरल रिफ्रेशमेंट ड्रिंक सेक्टर में अपनी कंपनी शुरू करने का फैसला किया. सौरभ मुंजाल ने अपने चचेरे भाई निखिल डोडा और सौरभ भूतना की मदद से 2017 में लाहौरी ज़ीरा की मूल कंपनी आर्कियन फूड्स की स्थापना की. लाहौरी ज़ीरा ब्रांड के तहत, उन्होंने इंडियम-स्टाइल सोडा का उत्पादन शुरू किया.
दूसरे ड्रिंक प्रोडक्ट्स से है अलग
नेचुरल इंग्रेडिएंट्स से भरपूर होने का दावा करने वाले इस ड्रिंक प्रोडक्ट की क्यूरेटेड रेंज चार रेडी-टू-ड्रिंक वेरिएंट में उपलब्ध है - ज़ीरा, निंबू, कच्चा आम और शिकंजी. भारत के पारंपरिक स्वादों से प्रेरित ये ड्रिंक मार्केट में आते ही हिट हो गईं. कंपनी बोतल पैकेजिंग के लिए पूरी तरह से ऑटोमेटेड प्रोसेस का इस्तेमाल कर रही है. पंजाब के रूपनगर में कंपनी की यूनिट है और अब पूरे भारत में खुद मजबूत करने के लिए, कंपनी का इरादा अन्य राज्यों में भी प्रोडक्शन फैसिलिटी स्थापित करने का है.
लाहौरी ज़ीरा वर्तमान में पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में प्रसिद्ध है. 2022 में इसे आठ अन्य राज्यों में उपलब्ध कराया गया. इस समय कंपनी हर दिन 20 लाख से ज्यादा बोतलें बनाती है. वर्लिनवेस्ट ने इस स्टार्टअप में 15 मिलियन डॉलर का निवेश किया. कंपनी ने वित्त वर्ष 2021 के दौरान 80 करोड़ रुपये का रेवेन्यू कमाया था और आगे अनुमान है कि टर्नओवर 100 करोड़ से ज्यादा हो सकता है.