scorecardresearch

Zepto से लेकर GrowthX तक, लिंक्डिन ने जारी की इंडिया के टॉप स्टार्टअप्स की लिस्ट... इन पैरामीटर्स पर किया सिलेक्ट, टॉप 5 ब्रांड्स की सफलता की कहानी

LinkedIn's 2024 India Startup Rankings की टॉप 20 लिस्ट में विइंगी, सोर्सबे, बायोफ्यूलसर्कल, सुपरसोर्सिंग, बैटरी स्मार्ट, स्क्रूट ऑटोमेशन, माइंडपीयर्स, ओबेन इलेक्ट्रिक, कॉन्विन, जीआईवीए, ट्रैवक्लैन, बीजक, गोकविक, रिफाइन इंडिया और प्लम जैसे स्टार्टअप शामिल हैं.

Top Indian Startups Top Indian Startups

प्रोफेशनल नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म, लिंक्डइन ने LinkedIn's 2024 India Startup Rankings की लिस्ट जारी की है. यह उन उभरती हुई कंपनियों की लिस्ट है जहां प्रोफेशनल्स काम करना चाहते हैं. भारत के लिए इस साल की लिस्ट में सॉफ्टवेयर-सेंटर्ड स्टार्टअप्स का दबदबा है. 20 स्टार्टअप की लिस्ट में टॉप 5 हैं- 

  1. Zepto, 
  2. Sprinto
  3. Lucidity
  4. GrowthX
  5. Jar

ई-ग्रोसरी प्लेटफॉर्म Zepto (#1) ने लगातार दूसरे साल अपनी पोजिशन लिस्ट में बरकरार रखी है. अब सवाल आता है कि आखिर किन पैरामीटर्स पर इन स्टार्टअप्स की रैंकिंग की गई है. लिंक्डइन का कहना है कि यह रैंकिंग लिस्ट चार मानकों पर आधारित हैं: एंप्लॉयमेंट ग्रोथ (Employment growth), इंगेजमेंट (Engagement), जॉब इंटरेस्ट (Job Interest), और अट्रैक्शन ऑफ टॉप टैलेंट (Attraction of top talent). 

  • एंप्लॉयमेंट ग्रोथ को सर्वे के के दौरान कंपनी में कर्मचारियों की संख्या में प्रतिशत बढ़ोतरी के रूप में मापा जाता है, जो न्यूनतम 10% होनी चाहिए. 
  • इंगेजमेंट के अंतर्गत यह देखा जाता है कि कंपनी के लिंक्डइन पेज पर नॉन-एम्पलॉयी व्यूज और फॉलोअर्स कितन हैं. साथ ही यह भी देखा जाता है कि कंपनी के बाहर से कितने लोग उस स्टार्टअप के कर्मचारियों की प्रोफाइल चेक कर रहे हैं.  
  • जॉब इंटरेस्ट के अंतर्गत देखा जाता है कि किस दर से लोग कंपनी में नौकरियों को देख रहे हैं और आवेदन कर रहे हैं. इसमें पेड और नॉन-पेड दोनों पोस्टिंग्स शामिल हैं. 
  • अट्रैक्शन ऑफ टॉप टैलेंट की अंतर्गत यह मापा जाता है कि स्टार्टअप की कुल वर्कफोर्स में कितने लोग किसी ग्लोबल लिंक्डइन टॉप कंपनी से आए हैं. 

आपको बता दें कि लिंक्डइन ने 1 जुलाई, 2023 से 30 जून, 2024 तक सर्वे किया है, जिसके आधार पर ये रैंकिंग तय की गई हैं. इस रैंकिंग लिस्ट का पात्र होने के लिए, 

सम्बंधित ख़बरें

  • कंपनियों को पूरी तरह से स्वतंत्र होना चाहिए
  • कंपनियां सरकारी नहीं बल्कि प्राइवेट होनी चाहिए
  • 50 या ज्यादा फुलटाइम कर्मचारी होने चाहिए, 
  • स्टार्टअप को शुरू हुए 5 वर्ष या उससे कम समय हुआ हो
  • उनका मुख्यालय उस देश में होना चाहिए जिसकी सूची में वे शामिल हैं. 

जिन स्टार्टअप्स ने 1 जुलाई, 2023 से लेकर अब तक यानी रैंकिंग लिस्ट आने तक अपने 20% या ज्यादा वर्कफोर्स को हटा दिया है, वे रैंकिंग के लिए एलिजिबल नहीं हैं. यह निर्णय लिंक्डइन न्यूज़ टीम कंपनी के बयानों और/या न्यूज में आने वाले आर्टिकल्स के आधार पर लिए जाते हैं. 

1. Zepto: 2023 में भारत की पहली यूनिकॉर्न, ज़ेप्टो एक ई-ग्रोसरी कंपनी है जो 10 भारतीय शहरों में मौजूद है, और 10 नए शहरों में प्रवेश करने की योजना बना रही है. जून में, कंपनी ने 3.6 बिलियन डॉलर के मूल्यांकन पर 665 मिलियन डॉलर की फंडिंग जुटाई. ज़ेप्टो के पीछे के मास्टरमाइंड हैं आदित पालिचा और कैवल्य वोहरा, जिन्होंने अप्रैल 2021 में ज़ेप्टो ऐप लॉन्च किया. स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से ड्रॉपआउट ये दोनों युवा मुकेश अंबानी के साथ IIFL Wealth-Harun India Rich List में शामिल हो चुके हैं. कैवल्य और आदित को कोरोना महामारी के समय लगे लॉकडाउन के दौरान इस बिजनेस का आइडिया आया क्योंकि बहुत से लोग अपने घरों से बाहर निकलने में भी सक्षम नहीं थे. ऐसे में, उन तक चंद मिनटों में सामान पहुंचाने के आइडिया पर उन्होंने काम किया. 

दुबई के रहने वाले आदित और कैवल्य बचपन के दोस्त हैं. महामारी के बीच इस उद्यम को आगे बढ़ाने के लिए उन्होंने अपनी कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई छोड़कर ज़ेप्टो की जर्नी शुरू की. वाई कॉम्बिनेटर के साथ साझेदारी करके, उन्होंने 60 मिलियन डॉलर जुटाए और 2022 में ई-कॉमर्स के लिए फोर्ब्स इन्फ्लुएंशियल 30 अंडर 30 लिस्ट (एशिया) में उन्हें शामिल किया गया. 

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

A post shared by Sprinto HQ (@sprintohq)

2. Sprinto:स्प्रिंटो, SaaS कंपनियों के लिए एक कंपलाइंस ऑटोमेशन प्लेटफॉर्म है. यह बढ़ती सॉफ्टवेयर फर्म्स के लिए सिक्योरिटी कंपलाइंस और प्राइवेसी लॉ को ऑटोमेट करती है. स्प्रिंटो की शुरुआत साल 2019 में गिरीश रेडेकर और रघुवीर कंचेरला ने स्थापित किया. पहले, उन्होंने अमेरिका और भारत में 2500+ क्लाइंट्स और 50+ कर्मचारियों के लिए रिक्रूटरबॉक्स को बूटस्ट्रैप किया था. उनकी इस कंपनी को सैन फ्रांसिस्को स्थित निजी इक्विटी फर्म टर्न/रिवर कैपिटल ने टेकओवर कर लिया था. इस डील से उन्हें अच्छा फायदा हुआ. 

गिरीश और रघु प्रोग्रामर और उद्यमी हैं, जो दूसरी SaaS बिजनेस फर्म्स को सुरक्षा संबंधी स्किल्स दिखाना और उनकी मदद करना चाहते हैं. स्प्रिंटो के 75 से ज्यादा देशों में 1,000 से ज्यादा क्लाइंट्स हैं. स्प्रिंटो ने कुल 31.8 मिलियन डॉलर की फंडिंग जुटाई है, जिसमें 2024 में 20 मिलियन डॉलर का सीरीज बी राउंड और 2022 में 10 मिलियन डॉलर का सीरीज ए राउंड शामिल है. 

3. Lucidity: "कल का स्मार्ट स्टोरेज" बनाने के मिशन के साथ, ल्यूसिडिटी कंपनी फर्म्स को अपने डेटा को क्लाउड स्टोरेज में ट्रांसफर करने और क्लाउड-नेटिव फंक्शनलटीज़ का इस्तेमाल करने में मदद करती है. यह कंपनी डेटा के लिए ब्लॉक स्टोरेज बनाने और डिस्क के उपयोग को समझने के लिए प्रोडक्ट्स पेश करती है. ल्यूसिडिटी को साल 2021 में  नितिन सिंह भदौरिया और वत्सल रस्तोगी ने शुरू किया था. नितिन सिंह भदौरिया ने एक Fungru कंपनी की भी स्थापना की है. 

वत्सल ने सॉफ़्टवेयर डेवलपर के तौर पर Microsoft Azure बनाने में योगदान दिया था. वहीं, नितिन भदौरिया टेक्नोलॉजिस्ट और उद्यमी हैं. नितिन ने कई स्टार्टअप लॉन्च किए हैं. वत्सल और नितिन ने आज के जमाने में क्लाउड स्टोरेज की क्षमता को पहचाना और इस कंपनी की शुरुआत की. 

4. GrowthX: ग्रोथएक्स एक कम्यूनिटी है जो भारत में फाउंडर्स और ग्रोथ लीडर्स को उनके बिजनेस को खड़ा करने और स्केल करने में मदद करती है. यह फाउंडर्स, प्रोडक्ट, मार्केटिंग और बिजनेस प्रोफोशनल्स के लिए एक्सक्लूसिव मेंबरशिप देता है. इसके 3,500 से ज्यादा सदस्यों के लिए फायदों में लर्निंग प्रोग्राम्स, क्यूरेटेड कम्यूनिटी एक्सपीरियंस और काम में आउटकम्स पर सपोर्ट आदि शामिल है. ग्रोथएक्स की शुरुआत अभिषेक पाटिल और उदयन वाल्वेकर ने साल 2021 में की थी. 

अभिषेक और उदयन ने CRED और रेज़रपे में ग्रोथ के बड़े हिस्से को लीड किया. लेकिन, हर बार वे ग्रोथ की समस्या में फंस जाते थे. और किसी ऐसे ऑपरेटर को ढूंढना मुश्किल होता था जो किसी एक्सपर्ट विषय पर उनकी मदद कर सके. साल 2019 में इन दोनों ने लोगों की ग्रोथ प्रॉबल्म्स को हल करने में मदद करने के लिए बेंगलुरु में पहला ग्रोथएक्स सेशन आयोजित किया था. ग्रोथएक्स ने 212 निवेशकों के साथ भारत का सबसे बड़ा एंजेल राउंड आयोजित किया. जुलाई 2021 में, अभिषेक और उदयन ने ग्रोथएक्स को आगे बढ़ाने के लिए अपनी जॉब्स छोड़ दीं और अब यह स्टार्टअप लगातार आगे बढ़ रहा है. 

5. Jar: जार एक माइक्रो-सेविंग प्लेटफॉर्म है जिसका मिशन भारत को "गुल्लक" जैसी अवधारणा के जरिए बचत करने के लिए प्रोत्साहित करना है. यह ऑटोमेटेड इंवेस्टमेंट ऐप यूजर्स को पैसा बचाने और डिजिटल गोल्ड में निवेश करने की अनुमति देता है, और हर दिन सेविंग और इंस्टेंट लोन जैसी सुविधाएं भी देता है. 2021 में स्थापित, जार ऐप के प्लेटफॉर्म पर 4.7 मिलियन से अधिक उपयोगकर्ता हैं। 

फिनटेक ऐप शुरू करने से पहले जार के संस्थापक को कई असफलताओं का सामना करना पड़ा. जार के संस्थापक मिस्बाह अशरफ हमेशा अपने जीवन में कुछ महत्वपूर्ण हासिल करने का सपना देखते थे. उन्होंने कॉलेज छोड़ दिया और अपने दोस्तों के साथ अपनी पहली कंपनी "सिबोला" शुरू की. हालांकि, कंपनी ने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया. इस झटके के बावजूद मिस्बाह ने विश्वास नहीं खोया. 

उन्होंने अपनी दूसरी कंपनी, मार्सप्ले, एक फिटनेस स्टार्टअप शुरू की. शुरुआत में तो अच्छा चला, लेकिन बाद में महामारी के कारण कारोबार चौपट हो गया. मिस्बाह के लिए यह असफलता कठिन थी, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी. वह फिर से खड़े हुए और निश्चय अग्रवाल के साथ अपनी तीसरी कंपनी "जार" की स्थापना की. पिछली असफलताओं से सीखे गए सिद्धांतों और सबक ने मिस्बाह के तीसरे स्टार्टअप को बड़ी सफलता दिलाई.