चुनावी नतीजों (Election Result) में भाजपा को बहुमत न मिलने के बीच मंगलवार को शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली. प्रमुख सूचकांक बीएसई सेंसेक्स और निफ्टी50 इंडेक्स में 6 फीसदी तक गिरावट देखी गई, जबकि मझोले और छोटे शेयरों के सूचकांक 8 फीसदी तक धड़ाम हुए. बुधवार को भी दूसरे दिन रेलवे, सरकारी कंपनियों और बैंकों के शेयरों में तेज गिरावट आई है.
इंवेस्टर्स को क्या करना चाहिए?
शेयर बाजार में गिरावट के बाद से निवेशक असमंजस में है कि अब क्या करना चाहिए. बाजार के जानकारों का कहना है कि हड़बड़ी और जल्दबाजी में फैसले लेने से बचना चाहिए क्योंकि भावना है कि नई सरकार के कार्यभार संभालने तक राजनीतिक परिदृश्य से बाजार में अस्थिरता बनी रह सकती है.
इस बात की पूरी संभावना है कि एनडीए ही तीसरी बार सरकार बनाने जा रही है लेकिन सरकार बनने में क्लियरिटी आने तक उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है. अगर NDA की सरकार का फोकस उसकी मौजदा नीतियों पर ही रहने वाला है. बाजार में स्थिरता फिर लौटेगी मगर अभी थोड़ा इंतजार करना ही बेहतर होगा.
निवेशकों को अपनी योजनाओं में फेरबदल करने की दरकार नहीं है और अपने लॉन्ग टर्म निवेश जारी रखने में ही समझदारी होगी. समय-समय पर अपने पोर्टफोलियों का निरीक्षण करते रहें और बदलाव तभी करें, जब परिस्थितियां अनुकूल हो. अगर आप लॉन्ग टर्म वाले निवेशक हैं तो ये समय घबराने का नहीं है.
बढ़त के साथ खुला मार्केट
आज बाजार बढ़त के साथ खुला. सुबह मार्केट ओपन होने पर Sensex 672.84 अंक या 0.93 फीसदी की उछाल के साथ 72,751 के स्तर पर ओपन हुआ, जबकि Nifty 170.20 अंक चढ़कर खुला. सेंसेक्स 1.61% चढ़कर 73,240 पर कारोबार कर रहा है. निफ्टी 1.77% चढ़कर 22,272 पर कारोबार कर रहा है.