आम तौर पर कहा जाता है कि खुशियां पैसों से नहीं खरीदी जा सकती. ये सच भी है, क्योंकि खुशियां बाजारों में नहीं मिलती है. लेकिन आज हम आपको एक ऐसी स्टडी के बारे में बताएंगे, जिसे सुनकर आप हैरान रह जाएंगे. एक नई स्टडी में ये बात साबित हुई है कि पैसों से खुशियां भी खरीदी जा सकती हैं.
नोबेल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री ने की रिसर्च
नोबेल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री डेनियल काहनेमन ने अपनी रिसर्च में दावा किया कि खुशियों का पैसों से सीधा संबंध है. डेनियल के मुताबिक, पैसों से खुशियां खरीदी जा सकती हैं क्योंकि जैसे जैसे व्यक्ति की आय बढ़ती है, उसकी खुशियां भी बढ़ती जाती हैं. दिलचस्प बात ये है कि डेनियल की नई रिसर्च के नतीजे उनकी साल 2010 में की गई रिसर्च से अलग हैं.
2010 में भी हो चुकी है स्टडी
साल 2010 में की गई स्टडी में ये कहा गया था कि खुशियों को बढ़ाने में पैसों की भूमिका बहुत सीमित होती है. लेकिन नेशनल एकेडमी ऑफ साइंस में छपी नई स्टडी के मुताबिक, खुशियां बढ़ाने में पैसों की अहम भूमिका बताई गई है. नई रिसर्च में 18 से 65 साल के 33,391 लोगों को शामिल किया गया, जिनकी सालाना आय कम से कम 8 लाख रुपए थी.
रिसर्च में हुआ ये खुलासा
रिसर्च में शामिल लोगों की भावनाओं को बहुत खराब और बहुत अच्छा कैटेगरी में मोबाइल ऐप के जरिए रिकॉर्ड किया गया. इस रिसर्च में पता चला कि जिन लोगों की सालाना आय 4 करोड़ के पार चली गई, वे बहुत खुश रहते हैं. रिसर्च में डेनियल का साथ देने वाले प्रिंसटन यूनिवर्सिटी के मैथ्यू किलिंग्सवर्थ का मानना है कि खुशी देने वाले कई फैक्टर होते हैं, जिनमें से एक पैसा है. उन्होंने कहा कि पैसा खुशी का कोई सीक्रेट नहीं है, लेकिन ये इंसान की खुशियों को बढ़ाने में मददगार जरूर है.