MSME Udyog Aadhar: आधार कार्ड (Aadhar Card) एक बेहद जरूरी सर्टिफिकेट है. हर जरूरी काम में आधार कार्ड की जरूरत होती है. आधार कार्ड से लोन (Aadhar Card Loan) नहीं मिलता है लेकिन लोन लेने के लिए जरूरी दस्तावेजों में आधार कार्ड जरूर शामिल होता है.
भारत में कई सारे आधार कार्ड हैं जैसे पर्सनल आधार, ब्लू आधार, ई-आधार, एम-आधार और पीवीसी आधार. इसके अलावा एक आधार कार्ड ऐसा है जिस पर लाखों का लोन आराम से मिल जाता है, उद्योग आधार.
नाम से ही पता चल रहा है कि उद्योग आधार बिजनेस से जुड़ा हुआ है. भारत सरकार ने सभी तरह का बिजनेस करने वालों के लिए उद्योग आधार जारी किया है. उद्योग आधार से 25 लाख से लेकर 10 करोड़ रुपए तक का लोन आराम से मिल जाता है. आइए जानते हैं उद्योग आधार क्या है और इसके फायदे क्या हैं?
क्या है उद्योग आधार?
उद्योग आधार हमारे वाले आधार कार्ड से काफी अलग होता है. उद्योग आधार एक बिजनेस आइडेंटिटी सर्टिफिकेट है. ये आधार छोटे और मीडियम कैटेगरी के बिजनेस के लिए जारी किया जाता है.
उद्योग आधार में 12 अंकों का एक यूनिक नंबर होता है. रजिस्ट्रेशन कराने के बाद ही यूनिक नंबरों का सर्टिफिकेट मिलता है. इसे एमएसएमई रजिस्ट्रेशन कहा जाता है. इसे ही बोलचाल में उद्योग आधार कार्ड कहा जाता है.
कब आया ये आधार?
भारत सरकार उद्योग आधार साल 2015 में लाई. इससे बिजनेस करने के लिए होने वाली रजिस्ट्रेशन प्रोसेस में आसानी आ गई. इससे पहले रजिस्ट्रेशन की प्रोसेस लंबी और कागजी कार्यवाही से भरी थी. उद्योग आधार आने के बाद अब ऑनलाइन और ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन बेहद आसान तरीके से जल्दी हो जाता है.
उद्योग आधार के फायदे
रजिस्ट्रेशन के लिए जरूरी दस्तावेज
उद्योग आधार के रजिस्ट्रेशन के लिए कुछ दस्तावेजों की जरूरत होती है.
कैसे करें रजिस्ट्रेशन?
उद्योग आधार ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से (Udyog Aadhar Registration) बनता है. ऑनलाइन उद्योग आधार के लिए कुछ स्टेप फॉलो करके रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं. इसकी कोई फीस नहीं है.
कौन करवा सकता है रजिस्ट्रेशन?
उद्योग आधार के रजिस्ट्रेशन के लिए कंपनियां के इन्वेस्टमेंट और टर्नओवर को देखा जाता है. जो कंपनियां माइक्रो, स्मॉल और मीडियम बिजनेस की कैटेगरी में आती हैं वे ही इस आधार को ले सकते हैं. माइक्रो एंटरप्राइजेज के लिए 1 करोड़ रुपए से कम का निवेश और 5 करोड़ रुपए से कम का टर्नओवर होना चाहिए.
स्मॉल एंटरप्राइजेज के लिए 10 करोड़ से कम का इन्वेस्टमेंट और 50 करोड़ रुपए तक का टर्नओवर होना चाहिए. वहीं मीडियम एंटरप्राइजेज में 50 करोड रुपए से कम का निवेश और 250 करोड़ रुपए का टर्नओवर होगा.