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Apple नहीं... यह चिप बनाने वाली कंपनी बनी दुनिया की Most Valuable Company... जानिए NVIDIA की जर्नी के बारे में... AI के सहारे गाड़ रही सफलता के झंडे 

NVIDIA: एनवीडिया एक अमेरिकन कंपनी है. इसकी स्थापना 5 अप्रैल 1993 को जेन्सेन हुआंग, कर्टिस प्रियम और क्रिस मैलाकोवस्की ने की थी. ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट बनाने से शुरू होने वाली यह कंपनी आज AI के सहारे सफलता के झंडे गाड़ रही है. 

Jensen Huang (Photo/Wikipedia) Jensen Huang (Photo/Wikipedia)
हाइलाइट्स
  • 5 अप्रैल 1993 को हुई थी  NVIDIA की स्थापना

  • कंपनी ने AI का सफर पहली बार साल 2006 में किया था शुरू 

यदि आप सोच रहे हैं कि दुनिया की सबसे वैल्यूएबल कंपनी (Valuable Company) एप्पल (Apple) है तो आप गलत हैं. एप्पल को एक बार फिर दूसरे नंबर पर धकेल एनवीडिया (NVIDIA) दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी बन गई है. इस चिप बनाने वाली कंपनी को आगे बढ़ने में मुख्य भूमिका आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) ने निभाई है. आइए  NVIDIA की जर्नी के बारे में जानते हैं.

कुछ नया करने का बनाया प्लान
एनवीडिया एक अमेरिकन कंपनी है. इसकी स्थापना 5 अप्रैल 1993 को जेन्सेन हुआंग, कर्टिस प्रियम और क्रिस मैलाकोवस्की ने की थी. आपको मालूम हो कि जेन्सेन हुआंग (Jensen Huang) का जन्म ताइवान में 17 फरवरी 1963 को हुआ था. वह जब 9 साल के थे तो उनका परिवार अमेरिका आ गया था. यूएस में ही जेन्सेन हुआंग ने अपनी पढ़ाई-लिखाई की. 

उन्होंने साल 1984 में ओरेगन स्टेट यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन करने के बाद 1992 में स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री हासिल की. इसके बाद वे एलएसआई लॉजिक नाम की कंपनी में नौकरी करने लगे. यहां उन्होंने चिप डिजाइन करने का अनुभव प्राप्त किया. इसके बाद उन्होंने नौकरी छोड़ दी. जेन्सेन हुआंग ने साल 1993 में कुछ नया करने का प्लान बनाया. उन्होंने एक नई कंपनी शुरू करने की योजना बनाई. 

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रेस्टोरेंट में हुई थी कंपनी की स्थापना
जेन्सेन हुआंग ने अपने साथी सन माइक्रोसिस्टम्स में काम करने वाले इंजीनियर क्रिस मैलाकोवस्की और ग्राफिक्स चिप डिजाइनर कर्टिस प्रियम के साथ मिलकर साल 1993 में एनवीडिया की स्थापना की. वॉल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट के मुताबिक एनवीडिया कंपनी की स्थापना एक रेस्टोरेंट में हुई थी. पूर्वी सैन जोस में तीनों साथी एक रेस्टोरेंट में मिले. इस दौरान क्रिस मैलाकोवस्की, कर्टिस प्रियम और हुआंग ने कंपनी बनाने पर सहमति जताई और इस तरह से एनवीडिया कंपनी अस्तित्व में आई.

जीपीयू बनाने के लिए शुरू की थी कंपनी 
तीनों दोस्तों ने व्यक्तिगत कंप्यूटरों के लिए एक बेहतर ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट (GPU) बनाने के लिए कंपनी की स्थापना की थी. कंपनी ने शुरू में पीसी गेमिंग के लिए ग्राफिक्स कार्ड विकसित करने पर जोर दिया. कंपनी के GeForce ग्राफिक्स कार्ड दुनियाभर के गेमर्स के बीच लोकप्रिय हैं. इस क्षेत्र में कंपनी ने खुद को जल्द ही स्थापित कर लिया. हालांकि कंपनी सिर्फ गेमिंग पर फोकस नहीं करना चाहती थी. वो कुछ हटकर करना चाहती थी. इसके बाद कंपनी ने डेटा सेंटर, AI और दूसरे क्षेत्रों में काम करना शुरू किया. 

GPU से AI तक का सफर
ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट यानी GPU बनाने से शुरू होने वाली NVIDIA आज AI तक का सफर तय कर चुकी है. गेमिंग कंपनी के तौर पर कारोबार शुरू करने वाली यह कंपनी खुद को AI कंपनी के तौर पर सफलतापूर्वक ट्रांसफॉर्म कर लिया है. इस कंपनी के लिए AI का सफर पहली बार साल 2006 में शुरू हुआ था. इस साल कंपनी ने अपने GPUs में CUDA को शामिल किया, जोकि एक तरह का कम्प्यूटिंग आर्किटेक्चर है. इससे सॉफ्टवेयर डेवलपर्स को हार्डवेयर के और भी सही इस्तेमाल का रास्ता मिला. 

आज दुनियाभर में इस्तेमाल होने वाले कुल GPUs में से करीब 88 प्रतिशत NVIDIA का ही होता है. Chat GPT के पॉपुलेरिटी ने NVIDIA की सफलता में मानों चार चांद लगा दिया है. आपको मालूम हो कि Open AI को ऑपरेट करने के लिए सुपरकम्प्यूटर में 10,000 ग्राफिक्स चिप्स लगे हैं. ये चिप्स NVIDIA के ही हैं. फिलहाल ये कंपनी ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट्स के क्षेत्र में सबसे बड़ी कंनपियों में से एक होने के साथ-साथ आर्टफिशियल इंटेलीजेंस के क्षेत्र में भी कामयाबी के झंडे गाड़ रही है. AI के बढ़ते प्रयोग के साथ ही एनवीडिया के कारोबार में लगातार तेजी से विस्तार हो रहा है. दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनियों ने Nvidia की पावरफुल AI टैक्नोलॉजी में कई अरब डॉलर का निवेश किया है, जो Open AI के Chat GPT या Google के Gemini जैसे पावरफुल जनरेटिव AI सिस्टम को ट्रेंड करने का सेंट्रल कॉम्पोनेंट है.

बनी Most Valuable Company
Nvidia ने 5 नवंबर 2024 को Apple को पीछे धकलते हुए दुनिया की सबसे ज्यादा मूल्यवान कंपनी बन गई है. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में बूम आने से इस कंपनी की संपत्ति में जबरदस्त इजाफा हुआ है. AI के शेयरों में 2.9 प्रतिशत की वृद्धि हुई और यह 139.93 डॉलर पर पहुंच गया. इससे Nvidia का बाजार पूंजीकरण 3.43 ट्रिलियन डॉलर हो गया, जो Apple के 3.38 ट्रिलियन डॉलर से आगे है. इससे पहले Nvidia जून में सबसे ज्यादा कारोबार करने वाली कंपनी बनी थी. हालांकि इसने सिर्फ एक दिन के लिए रिकॉर्ड कायम रखा था.