ओला कंपनी (Ola Company) ने यूज्ड कार (Used Cars Business) का कारोबार बंद करने का फैसला किया है. साथ ही ओला अब फूड डिलीवरी (Ola Foods) ओला डैश (Ola Dash) का भी बिजनेस भी बंद करने वाली है. वहीं कंपनी ओला कार्स का बिजनेस बंद करके इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर और कार वर्टिकल की शुरूआत करने वाली है. बता दें कि कंपनी ने एक साल के अंदर ही ओला कार्स को बंद करने का फैसला किया है.
क्यों लिया बड़ा फैसला
ओला ने कैब ड्राइव बिजनेस से व्यापार की दुनिया में कदम रखा था.हाल ही में ओला ने इलेक्ट्रिक वाहन बनाने की दुनिया में भी कदम रखा. इसके तहत ओला ने अपने इलेक्ट्रिक वाहन लॉन्च किये और अब ई-कार पेश करने वाली है. ईटी की रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी के दूसरे बिजनेस को बंद करने की वजह केवल इलेक्ट्रिक वाहन पर फोकस करना है.एक आधिकारिक बयान में, कंपनी के प्रवक्ता ने कहा कि हम ऐसा कंपनी के डेललपमेंट के लिए कर रहे हैं. इससे ओला इलेक्ट्रिक बिक्री और बिजनेस नेटवर्क को बढ़ावा मिलेगा.
कंपनी ने दावा किया कि उसका राइड हीलिंग बिजनेस बहुत मजबूती के साथ महीने दर महीने काफी फायदा पहुंचा रहा है. "हम भारत में इलेक्ट्रिक कारों में क्रांति देख रहे हैं, और 500 मिलियन भारतीयों की सेवा करने के लिए अपनी सेवाओं में बढ़ोत्तरी कर रहे हैं. हम अपनी मजबूत बैलेंस सूट के साथ इलेक्ट्रिक कारों, बैटरी निर्माण, जैसी नई सेवाएं शुरू करेंगे. बता दें कि ओला ने पिछले अक्टूबर में अपना यूज्ड कार प्लेटफॉर्म लॉन्च किया और अरुण सिरदेशमुख को अपना मुख्य कार्यकारी नियुक्त किया. हालांकि, पिछले महीने सिरदेशमुख ने कंपनी से इस्तीफा दे दिया. उसी महीने, कंपनी ने पांच शहरों में परिचालन बंद कर दिया था. ओला कार्स की योजना 300 केंद्रों के साथ 100 शहरों में विस्तार करने की थी
यूज्ड कार ऑपरेशन सर्विस ऐसे समय में बंद हुई जब भारत में यूज्ड कार बाजार फलफूल रहा है और नई ऊंचाइयों को छू रहा है. बता दें कि ओला का व्यापारों को बंद करने का एक लंबा इतिहास रहा है. अप्रैल में, कंपनी ने कथित तौर पर ओला डैश के लिए अपने डार्क स्टोर का संचालन करने वाले 2,100 कर्मचारियों का भी ट्रांस्फर किया था. इन सभी कर्मचारियो डार्क स्टोर्स को काम करना शुरू कर दिया था .
इसके अलावा ओला ने खाने का कारोबार भी बंद किया है. 2015 में, ओला ने ओला कैफे शुरू किया लेकिन एक साल बाद इसे बंद कर दिया. 2017 में, इसने फूडपांडा का अधिग्रहण किया, लेकिन 2019 में कारोबार बंद कर दिया और कर्मचारियों को निकाल दिया. बाद में इसने ओला फूड्स के साथ क्लाउड किचन बिजनेस पर अपना ध्यान लगाया. लेकिन कथित तौर पर इस काम ने कभी तेजी नहीं पकड़ी .