
भारतीय से लेकर विदेशी कंपनियों तक, हर जगह कर्मचारियों को निकाला जा रहा है. अब ओयो (OYO News) ने अपने 600 कर्मचारियों की छंटनी करने की योजना बनाई है. ओयो अपने उत्पाद, इंजीनियरिंग, कॉरपोरेट मुख्यालय और ओयो वेकेशन होम्स टीमों का आकार घटा रहा है. ओयो ने शनिवार को एलान किया कि वह अपने 3,700 कर्मचारियों में से 600 को नौकरी से निकाल रही है. इस छंटनी में कंपनी के प्रोडक्ट और इंजीनियरिंग टीम के कर्मचारी सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे.
नए बदलाव करने जा रही ओयो
कंपनी ने एक बयान में कहा, ओयो अपने 3700 कर्मचारियों में से 10% कम करेगी, जिसमें 250 सदस्यों की नई भर्ती और 600 कर्मचारियों को निकालना शामिल है. ओयो ठीक तरीके से कामकाज हो इसके लिए अपने उत्पाद और इंजीनियरिंग टीमों का विलय कर रही है. इससे पहले साल 2020 में भी कंपनी से करीब 300 कर्मचारियों की छंटनी की गई थी.
क्या कहा ओयो के फाउंडर ने?
ओयो के फाउंडर और सीईओ रितेश अग्रवाल ने कहा, "हम यह सुनिश्चित करेंगे कि जिन लोगों को नौकरी गंवानी पड़ रही है उनमें अधिकांश को अच्छी नौकरी मिल जाए. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमें इन प्रतिभाशाली साथियों से अलग होना पड़ रहा है. इन सभी ने कंपनी की तरक्की में बहुमूल्य योगदान दिया है. ओयो टीम का प्रत्येक सदस्य और मैं स्वयं इन कर्मचारियों को जॉब मुहैया कराने में मदद करूंगा.
मेटा, ट्विटर में भी हो चुकी छंटनी
इससे पहले हायरिंग प्लैटफॉर्म हायरेक्ट ने अपने 40% कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया था. इसके अलावा वर्से इनोवेशन (VerSe Innovation) ने भी लगभग 150 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला था. मंदी की आशंका के बीच केलव छोटी कंपनियों में ही नहीं बल्कि मेटा, अल्फाबेट, ट्विटर जैसी स्थापित कंपनियों में भी छंटनी की जा रही है. अमेजन ने हायरिंग फ्रीज कर दी है. माइक्रोसॉफ्ट ने अपने 1 हजार कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया था. नेटफ्लिक्स ने करीब 500 कर्मचारी निकाले थे. इस वक्त अमेरिका, यूरोप सहित कई बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में उतार का दौर है और इसका असर मांग और नौकरियों पर दिखने लगा है.