PAYTM IPO: आज देश का सबसे बड़ा आईपीओ बाजार में लिस्ट होने वाला है. डिजिटल पेमेंट कंपनी पेटीएम (Paytm) गुरुवार को शेयर बाजार में उतरेगी जहां उसके शेयर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) में लिस्ट होंगे. आपको बता दें, पेटीएम की पेरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस (One 97 Communications) की इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) 7 नवंबर से 10 नवंबर तक खुला था.
हालांकि, वन97 कम्युनिकेशंस को इस तीन-दिवसीय सब्सक्रिप्शन विंडो के दौरान कमजोर रिस्पांस मिला. इसकी मदद से कंपनी की 18,300 करोड़ रुपये जुटाने की योजना थी.
महंगी कीमत के कारण नहीं मिला अच्छा रिस्पांस
लाइवमिंट की रिपोर्ट के अनुसार, UnlistedArena.com के संस्थापक अभय दोशी (Abhay Doshi) ने बताया कि पेटीएम के आईपीओ को महंगी कीमत और नुकसान के कारण इन्वेस्टर्स से ज्यादा अच्छा रिस्पांस नहीं मिला है. वह कहते हैं, "मैं एक फ्लैट लिस्टिंग की उम्मीद कर रहा हूं और अगर इश्यू डिस्काउंट में खुलता है तो मुझे ज्यादा आश्चर्य नहीं होगा."
कई निवेशकों ने लिया भाग
देश के सबसे बड़े आईपीओ 1.89 गुना सब्सक्राइब हुआ है. कंपनी के इस आईपीओ में ब्लैकरॉक, कनाडा पेंशन प्लान इन्वेस्टमेंट बोर्ड, जीआईसी, एडीआईए, एपीजी, सिटी ऑफ न्यूयॉर्क, टेक्सास टीचर्स रिटायरमेंट, एनपीएस जापान, टेक्सास विश्वविद्यालय, सिंगापुर से एनटीयूसी पेंशन, कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय आदि जैसे ब्लू चिप निवेशकों ने भी भाग लिया.
गौरतलब है कि पेटीएम ने 8,235 करोड़ के शेयर 100 से ज्यादा संस्थागत निवेशकों को अलॉट किये थे. पेटीएम के आईपीओ में 8,300 करोड़ के शेयरों का फ्रेश इशू और बिक्री पेशकश (OFS) से 10,000 करोड़ रुपये जुटाने का प्रस्ताव था.
इससे पहले कई अन्य IPO को मिला है अच्छा रिस्पांस
दूसरे आईपीओ की अगर बात करें, तो पेटीएम से पहले कई अन्य आईपीओ को आखिरी दिन ज्यादा लोगों ने सब्सक्राइब किया, ज्यादा लोगों ने इसमें अपनी भागीदारी दिखाई है. कोल इंडिया अपने आखिरी दिन 15.28 पर बंद हुआ था. यही ट्रेंड नायका और पॉलिसी बाजार में भी देखने को मिला.
देश की सबसे डिजिटल पेमेंट कंपनी
वन97 कम्युनिकेशंस वर्ष 2000 में लॉन्च हुआ जो आज उपभोक्ताओं और व्यापारियों के लिए भारत का अग्रणी डिजिटल इकोसिस्टम बन चुका है. इसका उपयोग पेमेंट सर्विस और फाइनेंशियल सर्विस के लिए बड़े पैमाने पर किया जाता है. वहीं, पेटीएम की शुरुआत साल 2010 में हुई थी और आज यह कंपनी लगभग 16 अरब डॉलर की है.