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Poonam Gupta Success Story: 21 साल पहले रद्दी पेपर खरीदने का शुरू किया था बिजनेस, आज करोड़ों की कंपनी PG Paper की मालकिन हैं पूनम गुप्ता

PG Paper Success Story: दिल्ली में पढ़ाई करने के बाद पूनम गुप्ता पति के साथ विदेश में सेटल हो गईं. पूनम मेन जॉब तलाश की. लेकिन ब्रिटेन में वर्क एक्सपीरियंस नहीं था, इसलिए नौकरी नहीं मिली. इसके बाद अपना बिजनेस शुरू करने का फैसला किया. पूनम ने स्कॉटलैंड सरकार की मदद से रद्दी पेपर को रिसाइक्लिंग से फ्रेश माल बनाने का स्टार्टअप शुरू किया. आज पूनम गुप्ता सैकड़ों करोड़ की कंपनी की मालकिन हैं.

PG Paper Founder Poonam Gupta PG Paper Founder Poonam Gupta

दिल्ली की 20 साल की एक लड़की ने पढ़ाई के बाद शादी के बाद विदेश में सेटल हो गई. उन्होंने जॉब तलाश की. लेकिन सफलता नहीं मिली. इस दौरान उनके दिमाग में बिजनेस करने का आइडिया आया. जब भी वो किसी ऑफिस में जॉब तलाश करने जाती थी तो वहां रद्दी का ढेर दिखाई देता था. लड़की ने इस रद्दी के ढेर को रिसाइक्लिंग कर नया माल बनाने के आइडिया पर काम करने की सोची. उन्होंने स्कॉटलैंड सरकार के एक लाख रुपए की मदद से रद्दी को रिसाइकिल करने वाला स्टार्टअप शुरू किया. उनका ये आइडिया काम कर गया. आज पूनम गुप्ता के पीजी पेपर कंपनी (PG Paper Company) का कारोबार दुनिया के 60 देशों में फैला है और करोड़ों का बिजनेस करती है.

शादी के बाद विदेश चली गईं पूनम-
पूनम गुप्ता दिल्ली की रहने वाली हैं. उन्होंने लेडी श्रीराम कॉलेज से इकोनॉमिक में ऑनर्स किया है. इसके बाद उन्होंने एमबीए किया. इसके बाद साल 2002 में उनकी उनकी शादी शाही पुनीत गुप्ता से हो गई, जो स्कॉटलैंड में नौकरी करते थे. शादी के बाद पूनम पति के साथ स्कॉटलैंड में सेटल हो गईं. पूनम ने वहां जॉब सर्च की. लेकिन इसमें काफी दिक्कतों का सामना किया.

स्टार्टअप की शुरुआत-
इस दौरान पूनम के मन में बिजनेस करने का आइडिया आया. उन्होंने ऑफिसों में रद्दी के कागजों के ढेर को रिसाइक्लिंग कर नया माल बनाने का काम शुरू किया. हालांकि इसके लिए उनके पास पैसा नहीं था. लेकिन स्कॉटलैंड सरकार की एक योजना से पूनम गुप्ता को एक लाख रुपए का फंड मिला. उन्होंने साल 2003 में पीजी पेपर कंपनी की शुरुआत की. पूनम गुप्ता ने कंपनी का नाम पीजी पेपर कंपनी लिमिटेड नाम दिया.

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60 देशों में फैला कंपनी का कारोबार-
पूनम की कंपनी शुरुआत में यूरोप और अमेरिका में स्क्रैप पेपर खरीदती थी. लेकिन धीरे-धीरे कंपनी का कारोबार बढ़ता चला गया. आज कंपनी का कारोबार 60 देशों में फैला है. कंपनी दुनिया के कई देशों से स्क्रैप पेपर लेती है और अच्छे क्वालिटी के पेपर तैयार करती है और उसे दूसरे देशों में भेजती है.

स्कॉटलैंड में कंपनी का मुख्यालय-
पीजी पेपर कंपनी की शुरुआत एक लाख रुपए से हुई थी. लेकिन आज कंपनी का टर्नओवर 800 करोड़ रुपए से ज्यादा का है. कंपनी का मुख्यालय स्कॉटलैंड में है. कंपनी का ऑफिस भारत, चीन, इजिप्ट और स्वीडन समेत कई जगहों पर है. ये कंपनी हॉस्पिटैलिटी, रियलस्टेट और मेडिकल क्षेत्र में भी काम कर रही है. फिलहाल कंपनी में 350 से ज्यादा लोग काम करते हैं. पुनीत गुप्ता ने साल 2005 में जॉब छोड़ दी थी और कंपनी से जुड़ गए थे. पूनम गुप्ता की दो बेटियां हैं.

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