

पुणे की रहने वाली 54 साल की संगीता शर्मा साल 2015 से अपनी खुद की आटा ब्रांड, 'Sharmaji Ka Aata' चला रही हैं. संगीता अपने बेटे प्रणव और तनिष्क के साथ अपनी कंपनी को आगे बढ़ा रही हैं. कभी एक छोटी-सी चक्की से शुरू हुई उनकी ब्रांड आज देशभर में अलग-अलग तरह का आटा सप्लाई करती है. उनके आटे की खासियत है कि वह आटे में किसी तरह का कोई प्रिजर्वेटिव नहीं मिलाती हैं. आपको यह जानकर हैरानी होगी कि उनका आटे का बिजनेस आज इतना सफल है कि वह प्रतिमाह लगभग एक करोड़ रुपये का रेवेन्यू कमा रही हैं.
संगीता की ब्रांड को शार्क टैंक इंडिया सीजन 2 में शादी.कॉम के फाउंडर अनुपम मित्तल से फंडिंग मिली थी. हाल ही में, अनुपम ने उनपर एक अपडेट शेयर करते हुए जानकारी दी कि अब संगीता एक 20000 स्क्वायर फीट की फैसिलिटी से अपना बिजनेस ऑपरेट कर रही हैं. GNT Digital से खास बातचीत में संगीता ने अपने होममेकर से बिजनेसवुमन बनने के सफर के बारे में बताया.
अपने पैरों पर खड़े होने की जरूरत...
संगीता ने बताया कि वह मारवाड़ी परिवार से आती हैं. उन्होंने ग्रेजुएशन की और इसके बाद उनकी शादी हो गई. उनका मन था कि वह काम करें लेकिन परिवार की जिम्मेदारियों के बीच उन्हें कभी मौका नहीं मिला. संगीता बताती हैं कि उनके पति अच्छी जॉब कर रहे थे. उनके घर में किसी चीज की कमी नहीं थी. पति की जॉब के चलते उन्हें दूसरे शहरों में भी रहना पड़ा. संगीता का कहना है कि अपने बच्चों को संभालते हुए वह कुछ क्राफ्ट वगैरा करने की कोशिश करती थीं लेकिन कभी फुलटाइम जॉब नहीं की.
हालांकि, वक्त हमेशा एक जैसा नहीं रहता है. साल 2000 में उनके पति को आंखों में कुछ परेशानी हुई और उनकी सर्जरी हुई. संगीता कहती हैं कि सबकुछ मैनेज हो रहा था लेकिन फिर भी मुझे लगा कि अगर कभी बड़ी जरूरत पड़ गई तो क्या? तब उन्होंने फुलटाइम जॉब करने का फैसला किया. वह नहीं चाहती थीं कि उनके परिवार को किसी पर भी निर्भर होना पड़े. उन्होंने टीचिंग करना शुरू किया.
मुश्किल वक्त में दिखाई हिम्मत
संगीता ने आगे बताया कि उनकी जिंदगी अच्छी चल रही थी. उनके बच्चे अच्छे पढ़-लिख रहे थे. लेकिन एक वाकया ऐसा हुआ जिसने उन्हें हिलाकर रख दिया. साल 2015 में उनके छोटे बेटे की तबीयत अचानक खराब हो गई. अस्पताल जाने पर पता चला कि गंभीर परेशानी की वजह से उनकी आंत की सर्जरी होगी. संगीता इस दर्द से उबर ही रही थीं कि इसके एक सप्ताह के अंदर ही उनके पति को कार्डियाक अरेस्ट हुआ.
संगीता बताती हैं कि वह बहुत मुश्किल समय था. उन्होंने कहा, "मेरा बेटा और मेरे पति सही-सलामत थ. लेकिन इस सबमें हमारी जीवनभर की पूंजी चली गई. जॉब के साथ घर पर पति और बेटे की देखभाल की जिम्मेदारी भी मुझपर थी. मैं किसी भी तरह की लापरवाही नहीं कर सकती थी." हालांकि, कई बार बुरे अनुभव बेहतर अवसर दे जाते हैं और संगीता के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ.
आपदा में तलाशा अवसर
घर और जॉब को संभालते-संभालते एक बार संगीता चक्की से आटा पिसवाना भूल गईं. उन्हें बाजार से पैकेज्ड आटा खरीदना पड़ा. लेकिन इस आटे की बनी रोटी उनके घर में किसी को भी पसंद नहीं आईं. संगीता ने थोड़ी रिसर्च की तो उन्हें पता चला कि पैकेज्ड आटे में प्रिजर्वेटिव मिलाए जाते हैं जिससे आटे की क्वालिटी पर असर पड़ता है. संगीता ने सोचा कि उनकी तरह बहुत से लोग होंगे जो इस परेशानी से गुजर रहे होंगे. तब उन्हें आइडिया आया कि अगर वह लोगों को चक्की का प्रिडर्वेटिव फ्री आटा उपलब्ध कराएं तो बात बन सकती है.
संगीता ने बताया कि उन्होंने बहुत छोटे लेवल से अपना काम शुरू किया था. उन्होंने एक छोटी सी चक्की से गेहूं पीसकर लोगों को आटा पहुंचाना शुरू किया. संगीता ने कहा, "अपना काम करने से मुझे अपने घर पर ज्यादा ध्यान देने का समय मिला. जॉब में आप कितनी छुट्टियां ले सकते हैं, लेकिन अपना काम हो तो आप मैनेज कर लेते हैं." सबसे पहले उन्होंने अपने लोकेलिटी में मार्किटिंग शरू की और धीरे-धीरे अपना काम आगे बढ़ाया.
120 किलो से 60 हजार किलो तक
संगीता ने आगे बताया कि उन्होंने जब काम शुरू किया था तो उन्हें आसपास से थोड़े-बहुत ऑर्डर आते थे. तब वह एक हफ्ते में लगभग 30 किलो आटा डिलीवर करती थीं. लेकिन अब यह कहानी महीने के 60 हजार किलो आटे तक पहुंच चुकी है. वह पहले पुणे में ही डिलीवरी कर रही थीं लेकिन अब ई-कॉमर्स के जरिए देशभर में उनका आटा पहुंच रहा है. साल 2023 में वह अपने बेटे के साथ अपन ब्रांड को लेकर शार्क टैंक इंडिया सीजन 2 में पहुंची. यहां पर उनकी संघर्ष की कहानी को जानकर सभी शार्क्स हैरान थे.
शार्क अनुपम मित्तल ने उनके पैशन में भरोसा दिखाया और उन्हें फंडिंग दी. अनुपम से मिली फंडिंग की मदद से संगीता ने अपनी आटा मिल फैसिलिटी का साइज बढ़ाया और कैपेसिटी बढ़ने से उनके ग्राहकों की संख्या भी बढ़ी. आज वह हर महीने लगभग एक करोड़ रुपये तक का रेवेन्यू कमा रही हैं. उनकी सफलता की इस कहानी को अनुपम ने अपने लिंक्डइन पर शेयर किया.
किसानों से सीधा संपर्क
संगीता अपने बिजनेस को आगे बढ़ाने के साथ-साथ और भी बहुत से लोगों की जिंदगी संवार रही हैं. उनकी फैसिलिटी से कई महिलाओं को रोजगार मिल रहा है. साथ ही, उन्होंने बताया कि वह अलग-अलग क्षेत्रों के किसानों से सीधा संपर्क करके अलग-अलग किस्म के गेहूं, बाजरा, रागी आदि खरीदती हैं. वह सीधा किसानों से जुड़ी हुई हैं जिससे किसानों को अपनी मेहनत की पूरी कमाई मिल रही है.
संगीता अंत में सिर्फ यही कहती हैं कि अगर आपको खुद पर भरोसा हो तो आप सबकुछ कर सकते हैं. महिलाओं को अपने आप पर भरोसा करके अपने पैरों पर जरूर खड़ा होना चाहिए ताकि वक्त कैसा भी हो लेकिन उन्हें किसी और पर निर्भर होने की जरूरत नहीं पड़े.